Punjab
Punjab के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का ड्रीम प्रोजेक्ट ‘सड़क सुरक्षा फोर्स’, सकारात्मक परिणाम और जीवनरक्षक प्रयास
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Punjab के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘सड़क सुरक्षा फोर्स’ ने अपनी उपयोगिता और प्रभावशीलता साबित करनी शुरू कर दी है। वर्ष 2024 में राज्य में 9836 सड़क हादसों के दौरान इस फोर्स ने तेजी से प्रतिक्रिया देते हुए सहायता प्रदान की। इन हादसों में 147 लोगों की जान बचाई जा सकी, क्योंकि उन्हें समय पर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाई गईं। इन प्रयासों के चलते सड़क हादसों में मृत्यु दर में 15.74% की कमी आई है। खास बात यह है कि ये आंकड़े फोर्स की स्थापना के मात्र चार महीने बाद के हैं।
औसत प्रतिक्रिया समय: 6 मिनट 45 सेकंड
सड़क सुरक्षा फोर्स की सबसे बड़ी उपलब्धि इसकी मुस्तैदी है। फोर्स का औसत प्रतिक्रिया समय केवल 6 मिनट 45 सेकंड है, जो 9836 सड़क हादसों के दौरान दर्ज किया गया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य न केवल सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है, बल्कि दुर्घटनाओं में घायल 50% से अधिक लोगों की जान बचाना है।
प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में निपुणता
फोर्स के कर्मचारियों को प्राथमिक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। अब तक, सड़क सुरक्षा फोर्स ने 5661 घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं दीं और 5686 घायलों को तत्काल चिकित्सा के लिए अस्पताल पहुंचाया। राज्य के 5500 किलोमीटर के राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर तैनात यह फोर्स दुर्घटनाओं के कारणों की वैज्ञानिक जांच भी करती है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से दुर्घटनाओं की जांच
भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार सड़क दुर्घटनाओं की वैज्ञानिक तरीके से जांच कर रही है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य दुर्घटनाओं के सटीक कारणों का पता लगाना है, चाहे वे तकनीकी खामियां हों या मानवीय त्रुटियां। मुख्यमंत्री मान का मानना है कि समस्या की जड़ समझ लेने से समाधान आसान हो जाता है।
‘फरिश्ते योजना’ की सफलता
सड़क हादसों के पीड़ितों को तुरंत इलाज मुहैया करवाने के लिए शुरू की गई ‘फरिश्ते योजना’ जीवनरक्षक साबित हो रही है। इस योजना के तहत अब तक 223 पीड़ितों को मुफ्त इलाज प्रदान किया गया है। इसके अलावा, पीड़ितों की मदद करने वाले 66 ‘फरिश्तों’ को नकद इनाम और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया है। इन ‘फरिश्तों’ को कानूनी प्रक्रिया से छूट दी जाती है, जिससे लोग मदद करने के लिए अधिक प्रेरित हो रहे हैं।
2025 तक लक्ष्य
पंजाब सरकार का लक्ष्य वर्ष 2025 तक सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को 50% तक कम करना है। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि सड़क सुरक्षा फोर्स केवल लोगों की जान बचाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दुर्घटनाओं की जड़ तक पहुंचकर उनके वास्तविक कारणों का पता लगाने का भी काम कर रही है।
पंजाब सरकार का यह प्रयास राज्य को सड़क सुरक्षा में एक नए मानक की ओर ले जा रहा है, जिससे राज्य में हर जान को सुरक्षित रखने का सपना साकार हो सके।