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Sikhs की भावनाओं के अनुरूप हो पूर्वी भारत के समय के कानूनों में संशोधन: कंवलजीत कौर

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ग्लोबल सिख काउंसिल (GSC), जो विभिन्न देशों के Sikhs का प्रतिनिधित्व करने वाले 31 समूहों से बना है, बिहार में तख्त श्री पटना साहिब और महाराष्ट्र में तख्त श्री हजूर साहिब दो महत्वपूर्ण सिख स्थानों को सरकार के नियंत्रण से दूर करने पर सहमति व्यक्त की है। वे स्थानीय सिख समुदायों और गुरुद्वारा (सिख पूजा स्थल) समितियों की मदद से ऐसा कर रहे हैं।

लंदन में एक बड़ी बैठक के दौरान, लेडी सिंह कंवलजीत कौर ने Sikhs के अपने धर्म का पालन करने के तरीके से जुड़ी कुछ समस्याओं के बारे में बात की। बैठक के नेता ने कहा कि महत्वपूर्ण सिख स्थानों पर लोग जिस तरह से काम कर रहे हैं, उसमें से कुछ तरीके सिख धर्म के मूल विचारों का पालन नहीं करते हैं। साथ ही, कुछ लोग जिन्हें इन महत्वपूर्ण स्थानों के प्रबंधन में मदद करने के लिए चुना गया है, उनके पास इस बात पर बहुत अधिक शक्ति है कि वहाँ कैसे काम किया जाए।

जगीर सिंह, जो मलेशिया में एक महत्वपूर्ण नेता हैं, ने कुछ पुराने नियमों के बारे में बात की जो Sikhs के लिए दो विशेष स्थानों को नियंत्रित करते हैं। ये नियम बहुत लंबे समय से चले आ रहे हैं – 70 साल से भी ज़्यादा! इनमें 1956 और 1957 के कुछ कानून शामिल हैं। उन्होंने बताया कि ये पुराने नियम सरकार को इस बात में बहुत ज़्यादा दखल देने देते हैं कि इन विशेष स्थानों को कैसे चलाया जाए और लोग अपने धर्म का पालन कैसे करें, जो कि ठीक नहीं है।

उन्होंने कहा कि सिख समुदाय की भावनाओं के अनुरूप पुराने नियमों को बदलना वाकई ज़रूरी है। उन्होंने बताया कि 1716 में बाबा बंदा सिंह बहादुर की हत्या के बाद से इन महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों पर कभी भी सिखों का नियंत्रण नहीं रहा। पुराने नियमों के कारण सिख समुदाय के लिए गुरुद्वारों जैसे अपने पवित्र स्थानों का प्रबंधन करना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब सरकार इन धार्मिक स्थलों को चलाने में शामिल हो जाती है, तो इससे न केवल यह गड़बड़ा जाता है कि काम कैसे होना चाहिए, बल्कि गुरुद्वारे की अपने फ़ैसले लेने की आज़ादी भी छिन जाती है।

काउंसिल ने भारत में सभी सिख गुरुद्वारा के लिए कोई नया कानून नहीं बनाने का फ़ैसला किया। इसके बजाय, उन्हें लगता है कि मौजूदा नियमों को बदलना बेहतर है ताकि पुराने सिख मूल्यों का सम्मान किया जा सके। वे चाहते हैं कि स्थानीय सिख समूह सरकार के हस्तक्षेप के बिना अपने मंदिरों की देखभाल कर सकें।

जीएससी हर जगह सिखों से गुरुद्वारों पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रही सरकार के खिलाफ खड़े होने के लिए कह रही है, जो सिखों के प्रार्थना करने के लिए विशेष स्थान हैं। वे चाहते हैं कि हर कोई कुछ पुराने कानूनों को बदलने में मदद करे ताकि सिख अपने समुदाय की देखभाल कर सकें और अपने फैसले खुद ले सकें, जैसा कि भारतीय संविधान के एक महत्वपूर्ण हिस्से में कहा गया है।

बैठक में कई महत्वपूर्ण लोग मौजूद थे। उनमें से कुछ इंग्लैंड के एक विशेष समूह से लॉर्ड इंद्रजीत सिंह विंबलडन, इंडोनेशिया से डॉ. करमिंदर सिंह ढिल्लों, संयुक्त राज्य अमेरिका से परमजीत सिंह बेदी, आयरलैंड से डॉ. जसबीर सिंह पुरी और भारत, ब्रिटेन और नेपाल से राम सिंह राठौर, हरशरण सिंह, हरजीत सिंह ग्रेवाल, सतनाम सिंह पूनिया और किरणदीप कौर संधू जैसे अन्य लोग थे।

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Punjab और चंडीगढ़ में मौसम की हलचल, ठंड हल्की, वायु गुणवत्ता गंभीर

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Punjab और चंडीगढ़ के मैदानी इलाकों में इन दिनों हल्की ठंड महसूस की जा रही है। कोहरे का असर कम होने से सुबह-सुबह यात्रा करने वालों को राहत मिली है। हालांकि, न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी और बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे अगले सप्ताह तक ठंड में इजाफा होने की संभावना है।

मौसम का ताजा अपडेट

न्यूनतम तापमान: Punjab में सामान्य से 2.9 डिग्री अधिक, जबकि चंडीगढ़ में सामान्य से 1 डिग्री नीचे।

आगामी पूर्वानुमान: अगले सात दिनों तक पंजाब और चंडीगढ़ में मौसम शुष्क रहेगा, बारिश की कोई संभावना नहीं है।

प्रदूषण का बढ़ता संकट

Punjab और हरियाणा से आने वाली हवाओं के कारण चंडीगढ़ और आसपास के इलाकों में वायु गुणवत्ता बिगड़ती जा रही है।

चंडीगढ़ के प्रमुख इलाकों का AQI:

सेक्टर 53: 289, सेक्टर 22: 239, सेक्टर 25: 212
यह स्तर ‘खराब’ श्रेणी में आता है और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

पंजाब के प्रमुख शहरों का AQI:

बठिंडा: 56 (अच्छा), रूपनगर: 95 (संतोषजनक), मंडी गोबिंदगढ़: 211 (खराब), जो सबसे प्रदूषित शहर रहा।

प्रभाव और सुझाव

कोहरे के कम होने से सड़क यात्रा करने वालों को राहत जरूर मिली है, लेकिन बढ़ते प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि सुबह की सैर और बाहर की गतिविधियां सीमित रखें, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को।

हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी का असर अगले सप्ताह पंजाब और चंडीगढ़ के तापमान पर दिखाई देगा, जिससे पारा और गिर सकता है।

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Ludhiana में पुलिस और किडनैपर के बीच मुठभेड़, अपराधी घायल

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पंजाब के Ludhiana जिले में एनकाउंटर का एक और मामला सामने आया है। गुरुवार रात करीब 11:45 बजे पुलिस और एक किडनैपर के बीच मुठभेड़ हुई। आरोपी की पहचान गुलाब सिंह के रूप में हुई है, जिसकी जांघ में गोली लगने से वह घायल हो गया।

घटना का विवरण

पुलिस को सूचना मिली थी कि शाहकोट में अपहरण के एक मामले में फरार आरोपी गुलाब सिंह बाइक से धनांसू साइकिल वैली की ओर जा रहा है। पुलिस ने उसे रोकने के लिए रास्ता जाम किया, लेकिन आरोपी ने रुकने के बजाय पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी।

जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने आरोपी को गोली मारी, जिससे वह घायल हो गया और बाइक समेत जमीन पर गिर पड़ा। पुलिस ने उसके पास से 32 बोर की पिस्टल बरामद की।

पुलिस का बयान

एडीसीपी अमनदीप सिंह बराड़ ने बताया कि यह ऑपरेशन मेट्रोपोलिटन पुलिस की गैंगस्टरों के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा था। उन्होंने कहा, “गैंगस्टरों और अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस ने बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। बीती रात यह ऑपरेशन चंडीगढ़ रोड पर धनांसू इलाके में सफलतापूर्वक पूरा हुआ।”

मौके पर अधिकारी पहुंचे

घटना की जानकारी मिलते ही एडीसीपी अमनदीप सिंह बराड़ और सीआईए-1 के इंस्पेक्टर राजेश मौके पर पहुंचे। घायल गुलाब सिंह को एंबुलेंस के जरिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया।

आरोपी के खिलाफ लंबा आपराधिक रिकॉर्ड

पुलिस के मुताबिक, गुलाब सिंह पर 4 से 5 आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं। शाहकोट में एक युवक के अपहरण का मामला भी इसी सूची में शामिल है। पुलिस इस एनकाउंटर को अपराधियों के खिलाफ अपनी सख्त कार्रवाई का हिस्सा बता रही है।

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दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने से बौखलाई बीजेपी, Arvind Kejriwal पर हमला शर्मनाक – भगवंत मान

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आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal पर ग्रेटर कैलाश में हुए हमले के बाद पार्टी की पंजाब इकाई ने कड़ा विरोध दर्ज किया है। पार्टी ने इसे बीजेपी की बौखलाहट और दिल्ली की कानून-व्यवस्था की नाकामी का परिणाम बताया।

मुख्यमंत्री भगवंत मान का बयान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमला बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। उन्होंने कहा, “जब से Arvind Kejriwal ने बीजेपी से जनता की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल पूछना शुरू किया है, बीजेपी बौखला गई है। यह हमला उनकी असफलता को उजागर करता है।”
मान ने आगे कहा कि पिछले 35 दिनों में केजरीवाल पर यह तीसरा हमला है, जो स्पष्ट रूप से बीजेपी की कायरता और हिंसात्मक राजनीति को दर्शाता है।

अमन अरोड़ा का पलटवार

पार्टी के पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने इसे बीजेपी की हताशा करार दिया। उन्होंने कहा, “अरविंद केजरीवाल पर यह कायराना हमला भाजपा के गिरते हुए राजनीतिक स्तर और उसकी असफल रणनीतियों को दिखाता है। अगर बीजेपी एक पूर्व मुख्यमंत्री को सुरक्षा नहीं दे सकती, तो आम नागरिकों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित करेगी?”
अरोड़ा ने कहा कि जनता सब देख रही है, और यह घटनाएं बीजेपी को करारा जवाब देंगी।

आप नेताओं का आक्रोश

वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने इसे बीजेपी के डर और दिल्ली में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और अपनी नाकामी स्वीकार करनी चाहिए।”

कैबिनेट मंत्री तरूणप्रीत सिंह सोंध ने कहा, “केजरीवाल जी जैसे पढ़े-लिखे और जनहितैषी नेता पर हमला करना अत्यंत निंदनीय है। दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार के अधीन है। यदि वे केजरीवाल जैसे नेता को सुरक्षा नहीं दे सकते, तो आम लोगों का क्या हाल होगा?”

मलविंदर सिंह कंग का आरोप

आप सांसद मलविंदर सिंह कंग ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह हमला अरविंद केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता और उनकी सच्चाई की आवाज को दबाने की कोशिश है। उन्होंने कहा, “केजरीवाल ने हाल ही में दिल्ली विधानसभा में अपराध और जबरन वसूली के मामलों पर सवाल उठाए थे। बीजेपी को उनके सवालों का डर है, और यही उनकी कायरतापूर्ण हरकत का कारण है।”

बीजेपी को चेतावनी

आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को चेतावनी दी है कि इस तरह के हमलों से न तो पार्टी डरेगी और न ही उनके नेता पीछे हटेंगे। उन्होंने कहा कि जनता सच्चाई का साथ देगी और ऐसी घटनाओं का करारा जवाब देगी।

अरविंद केजरीवाल पर हुए हमले के बाद आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर कड़े शब्दों में हमला बोला है। यह घटना दिल्ली की बिगड़ती कानून-व्यवस्था और राजनीतिक तनाव को दर्शाती है। आप नेताओं ने साफ किया है कि यह लड़ाई अन्याय के खिलाफ है, और पार्टी हर स्तर पर इस मुद्दे को उठाएगी।

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