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Uttar Pradesh

UP: सीएम योगी ने अस्पताल में भर्ती बच्चों से की मुलाकात, डॉक्टरों को बेहतर इलाज देने के दिए निर्देश।

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लखनऊ। UP के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लोक बंधु राजनारायण संयुक्त अस्पताल पहुंचकर निर्वाण राजकीय बाल गृह के बीमार बच्चों से मुलाकात की और उनका हाल-चाल लिया। उन्होंने अधिकारियों को बच्चों के इलाज को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। अधिकारियों के अनुसार, एक राजकीय बाल गृह में हाल ही में दूषित पानी पीने के कारण चार दिव्यांग बच्चों की मौत हो गई और 12 से अधिक बच्चे बीमार हो गए। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार सुबह करीब 10:30 बजे अस्पताल में भर्ती बच्चों से मिलने पहुंचे। उन्होंने बच्चों से उनकी तबियत के बारे में पूछा और उनका हाल-चाल लिया। मुख्यमंत्री ने एक बच्चे से पूछा, “क्या तबियत ठीक है?” और फिर यह भी पूछा, “क्या मुझे पहचान पा रहे हो?” बच्चे ने दोनों हाथ उठाकर अपनी सहमति जताई।

बच्चों और चिकित्सकों से की मुलाकात

अधिकारियों ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बारी-बारी से बच्चों के बिस्तर के पास गये और गंभीर स्थिति में दिख रहे बच्‍चों के बारे में चिकित्सकों से भी जानकारी प्राप्त की।” जब मुख्यमंत्री एक बच्चे के बिस्तर के पास पहुंचे तो उसे मुस्कुराते देखा गया। मुख्यमंत्री योगी ने बच्चे से कहा कि बैठ जाओ जिसके बाद वह बैठ गया। मुख्यमंत्री ने उसका नाम पूछा और प्रोत्साहित किया। इसके बाद मुख्‍यमंत्री ने बच्‍चों के उपचार में लगे चिकित्सकों की टीम से भी बातचीत की। योगी के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे। एक आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों तथा अधिकारियों को बच्चों को बेहतर उपचार मुहैया कराने के निर्देश दिए और उनके स्वास्थ्य के अनुसार भोजन उपलब्ध कराने के लिए भी कहा। मुख्‍यमंत्री ने कहा, ‘‘बच्चों के इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए और पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के बाद ही उन्हें छुट्टी दी जाए।

बाल गृह के एक साथ 12 से अधिक बच्चे हुए थे विमार

अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक (एमएस) डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि बाल गृह के 16 बच्चों को बृहस्पतिवार को वार्ड नंबर-30 के सामान्य पुरुष वार्ड में भर्ती कराया गया था। सभी की हालत सामान्य है। उनकी नियमित निगरानी की जा रही है।” इस दौरान प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव लीना जौहरी, लखनऊ मंडलायुक्त डॉ. रौशन जैकब, जिलाधिकारी विशाख जी, अस्पताल के एमएस डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी, डॉ. सरोज और डॉ. राजीव दीक्षित आदि मौजूद रहे। लखनऊ के पारा इलाके में निर्वाण राजकीय बाल गृह में 147 बच्चे रहते हैं, जिनमें मुख्य रूप से अनाथ और मानसिक रूप से अस्वस्थ बच्चे शामिल हैं।

4 बच्चों की दूषित पानी पीने से हुई मौत

मंगलवार शाम को बाल गृह के 20 से अधिक बच्चे संभवतः दूषित पानी पीने के कारण बीमार पड़ गए और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। लखनऊ के जिलाधिकारी (डीएम) विशाख जी ने को बताया, ‘‘चार बच्चों की मौत हो गयी, जिनमें दो लड़कियां और दो लड़के शामिल हैं। इनकी उम्र 12 से 17 वर्ष के बीच है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया और आगे की जांच के लिए विसरा सुरक्षित रखा जाएगा।” लखनऊ मंडल की आयुक्त रोशन जैकब ने बृहस्पतिवार को कहा कि हो सकता है कि दूषित पानी पीने से बच्चे बीमार हुए हों। जिला प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है।

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