Punjab
SSOC Amritsar ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, नार्को-टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़
स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) Amritsar ने इस्लामाबाद पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमला करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर एक बड़े नार्को-टेरर मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। यह मॉड्यूल विदेश स्थित ऑपरेटरों द्वारा संचालित किया जा रहा था। आरोपियों ने 17 दिसंबर 2024 को ग्रेनेड हमला किया था।
गिरफ्तार आरोपी और उनकी संलिप्तता
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने जानकारी दी कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गुरजीत सिंह (डांडे, अमृतसर ग्रामीण) और बलजीत सिंह (चप्पा, तरनतारन) के रूप में हुई है। ये आरोपी न केवल इस ग्रेनेड हमले में शामिल थे, बल्कि भारत में नशीली दवाओं और हथियारों की तस्करी के जरिए आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे थे। पुलिस ने इनके पास से 1.4 किलो हेरोइन, 1 हैंड ग्रेनेड और 2 पिस्तौल बरामद की है।
विदेशी ऑपरेटरों की भूमिका
जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी विदेश में बैठे ऑपरेटरों के निर्देश पर काम कर रहे थे। बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकी हैप्पी पसियान, साथी जीवन फौजी और गोपी नवांशहरिया ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। ये आतंकी न केवल हथियार और ड्रग्स की सप्लाई करते थे, बल्कि भारत में आतंक फैलाने की योजनाओं को अंजाम देते थे।
पुलिस की कार्रवाई
अब तक 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें गिरफ्तार आरोपियों के अलावा अन्य सहयोगी शामिल हैं| तीन आरोपी उत्तर प्रदेश में मारे गए हैं, जिनमें एक आरोपी गुरदासपुर ब्लास्ट के बाद वहां भाग गया था। पुलिस का कहना है कि मॉड्यूल से जुड़े अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए जांच तेज कर दी गई है।
आगे की योजना
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है, ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।
यह मामला देश में ड्रग्स और आतंकवाद के खतरनाक गठजोड़ को उजागर करता है, जिसमें विदेश से संचालित मॉड्यूल के जरिए भारत की सुरक्षा को चुनौती दी जा रही है।
पंजाब पुलिस ने इस कार्रवाई को देश की सुरक्षा के लिए एक अहम कदम बताया है और कहा है कि ऐसे मॉड्यूल को खत्म करने के लिए अभियान जारी रहेगा।