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Haryana में कौशल रोजगार निगम के कर्मचारियों को बड़ा तोहफा, जॉब गारंटी विधेयक पारित

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Haryana सरकार ने कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) के तहत कार्यरत कर्मचारियों के लिए बड़ी सौगात दी है। सोमवार को Haryana विधानसभा में जॉब गारंटी विधेयक पारित कर दिया गया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इसे प्रदेश के युवाओं के लिए ऐतिहासिक दिन बताया।

120,000 युवाओं से किया वादा पूरा
विधानसभा सत्र में बोलते हुए सीएम सैनी ने कहा, “हमने 1,20,000 युवाओं से जो वादा किया था, वह आज पूरा हो रहा है। इस विधेयक के जरिए कच्चे कर्मचारियों को नौकरी की सुरक्षा दी जा रही है।”

उन्होंने यह भी घोषणा की कि 50,000 रुपये से अधिक मासिक आय वाले कर्मचारियों को भी सेवा सुरक्षा प्रदान करने के लिए विधेयक लाया जाएगा। विश्वविद्यालयों के कर्मचारियों के लिए भी इसी तरह के कदम उठाने पर विचार किया जा रहा है, और जल्द ही इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।

एचकेआरएन से युवाओं को नई दिशा
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले युवाओं को ठेकेदारों के माध्यम से 3 से 5 हजार रुपये मिलते थे, लेकिन एचकेआरएन ने उनके करियर को एक नई दिशा दी है। “प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि जहां अंधेरा है, वहां दीया जलाना चाहिए। हम उसी सोच के साथ युवाओं के जीवन में रोशनी लाने का प्रयास कर रहे हैं।”

उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा, “विपक्ष ने कहा था कि सरकार में आने पर वे एचकेआरएन को बंद कर देंगे, लेकिन जनता ने उन्हें जवाब दे दिया। दो लाख नई नौकरियां भी हम बिना पर्ची और खर्ची के देंगे।”

अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग को प्रमुख स्थान
मुख्यमंत्री ने बताया कि एचकेआरएन के तहत कुल 37,404 कर्मचारी अनुसूचित जाति से और 41,376 कर्मचारी पिछड़ा वर्ग से आते हैं। यह दर्शाता है कि सरकार सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।

न्यूनतम वेतन में सुधार
उन्होंने कहा कि पहले चौकीदारों को सिर्फ 500 रुपये वेतन मिलता था, लेकिन सरकार ने उनकी स्थिति में सुधार करते हुए न्यूनतम वेतन 14,000 रुपये सुनिश्चित किया है।

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Rewari News: 20 दिन से घर पर पत्थर बरसाने वाले युवक की करतूत CCTV में कैद, गिरफ्तार

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रेवाड़ी जिले के गढ़ी बोलनी रोड स्थित पीवरा की ढाणी में एक परिवार को डराने और दहशत फैलाने के लिए एक युवक ने हद पार कर दी। वह बीते 20 दिनों से रात के समय परिवार के मकान पर पत्थर बरसा रहा था, जिससे मकान के शीशे तक टूट गए। मामला तब गंभीर हो गया जब मंगलवार रात उसने मकान के बाहर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा दी। यह पूरी घटना घर में लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई।

CCTV ने खोली पोल, आरोपी गिरफ्तार
सीसीटीवी फुटेज में नकाबपोश युवक को पत्थर फेंकते और आग लगाते देखा गया। पीड़ित परिवार की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

पुरानी रंजिश का नतीजा
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपनी पहचान मथुरा, यूपी के मूल निवासी के रूप में बताई, जो वर्तमान में पदैयावास में रह रहा है। उसने खुलासा किया कि पहले वह पीड़ित परिवार के मकान के पास रहता था। किसी बात को लेकर उसके और धर्मेंद्र के परिवार के बीच झगड़ा हुआ था। इसी रंजिश के कारण वह परिवार को डराने के लिए इस तरह की हरकतें कर रहा था।

पीड़ित परिवार का बयान
परिवार ने बताया कि आरोपी पिछले 20 दिनों से रात के समय पत्थर बरसाता था। उसकी हरकतों को पकड़ने के लिए परिवार ने सीसीटीवी पर नजर रखना शुरू किया। मंगलवार की घटना के बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी।

पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच जारी है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे असामाजिक कृत्यों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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Haryana में बढ़ती ठंड और कोहरे का कहर, कई जिलों में येलो अलर्ट जारी

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Haryana में ठंड लगातार बढ़ रही है, और प्रदेश के आठ जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में रात का तापमान और गिर सकता है। 22 और 23 नवंबर को प्रदेश के कई जिलों में कोहरा छाने की संभावना है।

हिसार में सीजन की सबसे ठंडी रात
हिसार ने इस सीजन की सबसे ठंडी रात का अनुभव किया, जहां न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, रोहतक में अधिकतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 5.4 डिग्री कम है। कोहरे के कारण कई जिलों में विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है।

मौसम विभाग का येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने 21 से 23 नवंबर के बीच हिसार, फतेहाबाद और जींद जिलों में कोहरे का अलर्ट जारी किया है। 23 नवंबर को करनाल, सोनीपत, पानीपत, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और कैथल सहित अन्य जिलों में घने कोहरे का येलो अलर्ट है। बीते मंगलवार को अंबाला में विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच गई थी।

प्रदूषण ने बढ़ाई मुश्किलें
प्रदेश में बढ़ते प्रदूषण के कारण भिवानी, रोहतक, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, पलवल, सोनीपत, झज्जर, चरखी दादरी, पानीपत, जींद, नूंह, फरीदाबाद, और गुरुग्राम में 12वीं तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। वहीं, गुरुग्राम में पांचवीं तक के स्कूल बंद हैं। सभी प्रभावित जिलों में ऑनलाइन कक्षाओं के निर्देश दिए गए हैं।

एक्यूआई का alarming स्तर
पिछले 24 घंटे में हरियाणा के छह जिलों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 से 400 के बीच रहा। चरखी दादरी में सबसे ज्यादा 354 AQI दर्ज किया गया, जबकि गुरुग्राम का AQI 374 तक पहुंच गया। सिरसा, नारनौल, सोनीपत, मानेसर, और रोहतक में भी AQI 300 के पार रहा।

निवासियों के लिए सलाह
बढ़ती ठंड और प्रदूषण के चलते नागरिकों को सतर्क रहने और खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने की सलाह दी गई है।

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Karnal : श्याम नगर कॉलोनी में मकान की छत गिरी, महिला और बच्ची गंभीर रूप से घायल

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हरियाणा के Karnal के जाटो गेट के सामने स्थित श्याम नगर कॉलोनी में एक बड़ा हादसा हो गया। आधी रात को अचानक एक मकान की छत गिरने से पूरा परिवार मलबे के नीचे दब गया। इस हादसे में एक महिला और बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गईं, जबकि परिवार के अन्य सदस्य भी चोटिल हुए हैं।

घटना का विवरण
मकान मालिक गोल्डी ने बताया कि रात करीब साढ़े 12 बजे अचानक छत गिर गई। “हम सभी मलबे के नीचे दब गए और दर्द से कराह रहे थे। हादसे के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और मलबे में दबे हमें बाहर निकाला। मेरी पत्नी और बच्ची को मलबे से निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।”

गोल्डी ने बताया कि उनके परिवार में चार लोग रहते हैं – वह खुद, उनकी पत्नी, छोटी बच्ची और मां। हादसे में सभी को सिर और अन्य हिस्सों में चोटें आई हैं। मकान की छत लकड़ी की कड़ियों से बनी हुई थी, जिस पर ईंटों का चट्टा भी रखा था। गनीमत रही कि चट्टा नहीं गिरा, वरना बड़ा नुकसान हो सकता था।

आर्थिक स्थिति और मांग
गोल्डी ने कहा कि वह 10-12 हजार रुपए की नौकरी करते हैं और उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। हादसे में उनका सारा सामान मलबे के नीचे दब गया, जिससे बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।

पड़ोसियों ने की मदद
पड़ोसियों राजेंद्र, पवन, और सुनील ने बताया कि रात को अचानक जोरदार आवाज सुनाई दी। “हम तुरंत मौके पर पहुंचे और मलबे में दबे परिवार को बाहर निकाला।”

श्याम नगर में कई कच्चे मकान
स्थानीय निवासियों ने बताया कि श्याम नगर कॉलोनी में एक नहीं, बल्कि लगभग 20 मकान ऐसे हैं, जिनकी छतें कच्ची हैं। उन्होंने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान देने की बात करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है।

गोल्डी ने यह भी बताया कि उन्होंने पहले भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान के फॉर्म भरे थे, लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। स्थानीय लोगों ने सरकार से अपील की है कि इस तरह के हादसों को रोकने के लिए कच्चे मकानों के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।

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