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इटली में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों के लिए खुशखबरी, पढ़ाई के बाद मिलेगा नौकरी का बेहतरीन मौका

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को भारत और इटली सरकार के बीच प्रवासन और गतिशीलता समझौते पर हस्ताक्षर के लिए विदेश मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इटली में पढ़ने वाले छात्र अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद 12 महीने तक इटली में रह सकते हैं। इस समझौते के तहत, इतालवी पक्ष ने गैर-मौसमी भारतीय श्रमिकों के लिए आरक्षित कोटा बढ़ाकर 12,000 कर दिया है।

भारतीय छात्रों के लिए अच्छी खबर है

भारत और इटली के बीच प्रवासन समझौते को दोनों देशों के लोगों के लिए फायदेमंद माना जा रहा है। यह समझौता छात्रों, कुशल श्रमिकों, व्यावसायिक पेशेवरों और युवा पेशेवरों की गतिशीलता को प्रोत्साहित और सुविधाजनक बनाएगा। इसके अलावा, भारत और इटली अनियमित प्रवासन से संबंधित मुद्दों पर दोनों पक्षों के बीच सहयोग को मजबूत करेंगे।

इससे इटली में भारतीय छात्रों और श्रमिकों के लिए नए अवसर भी खुलेंगे और इटली को कुशल श्रमिकों और प्रतिभा का एक नया स्रोत मिलेगा। इस अहम समझौते पर भारतीय विदेश सचिव विनय क्वात्रा और इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी ने हस्ताक्षर किए. दोनों नेताओं ने इस समझौते को भारत और इटली के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया.

यह समझौता पांच साल की अवधि के लिए प्रभावी रहेगा और किसी भी हस्ताक्षरकर्ता द्वारा समाप्त किए जाने तक स्वचालित रूप से नवीनीकृत हो जाएगा। यह समझौता वर्तमान इतालवी वीज़ा प्रणाली को लागू करता है जिसमें अध्ययन के बाद के अवसरों, इंटर्नशिप और पेशेवर प्रशिक्षण के प्रावधान शामिल हैं। श्रमिकों के लिए, इटली ने वर्तमान प्रवाह डिक्री के तहत 2023, 2024 और 2025 के लिए 5000, 6000 और 7000 गैर-मौसमी भारतीय श्रमिकों का कोटा आरक्षित किया है, जिससे कुल आरक्षित कोटा 12,000 हो गया है।

इसके अलावा, वर्तमान प्रवाह डिक्री के तहत 2023, 2024 और 2025 के लिए कुल आरक्षित कोटा 3000, 4000 और 5000 मौसमी भारतीय श्रमिकों के लिए 8000 है। हर साल इटली में प्रवासन प्रवाह पर डिक्री (डिक्रेटो फ्लुसी) गैर-यूरोपीय संघ के नागरिकों के लिए कार्य गतिविधियों और निवास परमिट के रूपांतरण के लिए इटली में आने की अनुमति देने के लिए एक विशिष्ट कोटा निर्धारित करती है।

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Kuwait की बिल्डिंग में भीषण आग लगने से 40 भारतीयों की हुई मौत, 30 से अधिक घायल

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Kuwait के मंगफ में बुधवार सुबह एक इमारत में भयानक आग लगने से 41 लोगों की मौत हो गई और 30 लोग घायल हो गए। मरने वालों में 40 भारतीय भी शामिल हैं. कुवैत में भारतीय दूतावास ने कहा कि आग की घटना में 30 से अधिक भारतीय कर्मी घायल हो गए। यह घटना मंगफ शहर में स्थानीय समयानुसार सुबह 6 बजे हुई।

एक वरिष्ठ पुलिस कमांडर ने रिपोर्ट के हवाले से स्टेट टीवी को बताया, “जिस इमारत में आग लगी, उसका इस्तेमाल श्रमिकों के लिए किया जाता था और वहां बड़ी संख्या में कर्मचारी थे।” अधिकारियों ने बताया कि कुवैत के दक्षिणी अहमदी प्रांत के मंगफ इलाके में बुधवार सुबह एक छह मंजिला इमारत की रसोई में आग लग गई| अधिकारियों ने आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी है| बताया जा रहा है कि इमारत में करीब 160 लोग रहते थे, जो एक ही कंपनी के कर्मचारी हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी ने घटना पर कहा, “कुवैत शहर में आग लगने की घटना दुखद है| मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है| मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं| कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और प्रभावितों की सहायता के लिए वहां के अधिकारियों के साथ काम कर रहा है| “

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा, “कुवैत सिटी में आग लगने की घटना की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ| खबर है कि 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है| 50 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं. हमारे राजदूत मौके पर गए हैं| हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं.”

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टाइटैनिक फेमस एक्टर Bernard Hill का हुआ निधन, 79 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

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फिल्म ‘टाइटैनिक’ में कैप्टन एडवर्ड स्मिथ का किरदार निभाने वाले अभिनेता Bernard Hill का 79 साल की उम्र में निधन हो गया है। हालाँकि, Bernard Hill की मौत का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। खबरों के मुताबिक, अभिनेता के एजेंट लू कॉल्सन ने पुष्टि की कि रविवार 5 मई की सुबह उनका निधन हो गया। आखिरी वक्त में उनकी मंगेतर एलिसन उनके साथ मौजूद थीं |

मशहूर एक्टर Bernard Hill के निधन पर दुख जताते हुए बारबरा डिक्सन ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया और कैप्शन में लिखा, ‘बहुत दुख के साथ मैं Bernard Hill के निधन की खबर साझा कर रही हूं। हमने जॉन पॉल जॉर्ज रिंगो और बर्ट, विली रसेल के अमेज़िंग शो 1974-1975 में एक साथ काम किया।

सचमुच एक अद्भुत अभिनेता। आरआईपी Bernard Hill के निधन की खबर तेजी से वायरल हो रही है, जिसके बाद हॉलीवुड स्टार्स भी उनको अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं|

सोशल मीडिया के जरिए उनके फैंस ने उनकी बहुमुखी प्रतिभा की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं और उनके द्वारा निभाए गए किरदारों को एक बार फिर याद कर रहे हैं|

‘टाइटैनिक’ और ‘द लॉर्ड ऑफ द रिंग्स’ (The Lord of the Rings) के अलावा बर्नार्ड हिल को ‘द स्कॉर्पियन किंग’, ‘द ब्वॉयज फ्रॉम काउंटी क्लेयर’, ‘गोथिका’, ‘विंबलडन’, ‘द लीग ऑफ जेंटलमेन एपोकैलिप्स’, ‘जॉय डिवीजन’, ‘सेव एंजेल होप’, ‘एक्सोडस’, ‘वाल्कीरी’ जैसी फिल्मों और सीरीज के लिए पॉपुलैरिटी मिली है।

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Deodorant : Deodornt के इस्तेमाल से ‘अहिंसा के मार्ग’ पर हिंसक भेड़ें, पालने वालों के दावे हैरान कर देंगे

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वही Deodorant जिसे ‘फिस-फिस’ करके लड़का लोग खुशबूदार बन कर घूमते हैं, ये सोच कर कि विज्ञापन की तरह असल जिंदगी में भी लड़कियां खुशबू से उनकी तरफ खिंची चली आएंगी. अमेरिका में इस स्प्रे का नाम Axe Body Spray है, तो कई दूसरे देशों में इसे Lynx कहा जाता है.

भेड़ चाल के बारे में तो सुना ही होगा. कहते हैं कि एक भेड़ अगर गड्ढे में जाकर गिर गई, तो बाकी सारी भेड़ें उसके पीछे-पीछे जाकर उसी गड्ढे में गिर जाएंगी. एक के पीछे चलते चले जाने के इस स्वभाव की वजह से कहावत बनी ‘भेड़ चाल’. लेकिन भेड़ें अपनी Aggression के लिए भी जानी जाती हैं, खास तौर पर नर भेड़ें. एक बार भिड़ जाएं तो छुड़ाना नामुमकिन हो जाता है. भेड़ पालने वाले कुछ भी कर लें वे पीछे हटने का नाम नहीं लेते. अब उन्हें शांत करने का एक Idea चर्चा का विषय बना हुआ है. दावा है कि ‘Lynx Body Spray’ से भेड़ें शांत रहने लगी हैं

वही डियोड्रेंट जिसे ‘फिस-फिस’ करके लड़का लोग खुशबूदार बन कर घूमते हैं, ये सोच कर कि विज्ञापन की तरह असल जिंदगी में भी लड़कियां खुशबू से उनकी तरफ खिंची चली आएंगी. America में इस स्प्रे का नाम Axe Body Spray है, तो कई दूसरे देशों में इसे Lynx कहा जाता है. Britain में भी लिंक्स कहते हैं. लेकिन यहां इसका इस्तेमाल सिर्फ लड़का लोग नहीं करते. अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट की रिपोर्ट के मुताबिक Britain के कई किसान भेड़ों को लड़ने से रोकने के लिए, उन्हें शांत रखने के लिए लिंक्स फिस-फिस, मतलब इसका छिड़काव कर रहे हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक Britain में किसानी करने वाली Sam Brice बताती हैं कि उन्हें “Ladies Who Lamb” नाम के एक Facebook Group से लिंक्स के ऐसे इस्तेमाल की जानकारी मिली थी. Bryce का कहना है कि Lynx की strong scent नर भेड़ों के उन hormones को एक तरह से Neutralizes कर देती है जो उनमें आपस में लड़ने की aggression पैदा करते हैं.

हालांकि ये सैम का निजी अनुभव है. वैज्ञानिक तौर पर ये कितना सही ये जांच का विषय होना चाहिए. अखबार ने इसे लेकर डियोड्रेंट बनाने वाली कंपनी यूनीलिवर से संपर्क किया था. लेकिन उसने ये कहकर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि अब तक स्प्रे को जानवरों पर नहीं आजमाया गया है.

ब्राइस का दावा है कि लिंक्स के इस्तेमाल से उन्हें भेड़ों की टक्कर की समस्या से छुटकारा मिला है. वो बताती हैं कि इस डियोड्रेंट स्प्रे ने उनकी नर भेड़ों को शांत कर दिया है. अब वे बिना लड़ाई के साथ रहते हैं. डियोड्रेंट के बारे में बात करते हुए ब्राइस ने आगे कहा,

वे गुस्से में खुद को फुला लेती हैं और एक-दूसरे के सामने खड़े होकर घुरघुराने जैसा शोर मचाती हैं. ये काफ़ी इरिटेटिंग होता है. हालांकि इसका फायदा बस उनकी लड़ाई रोकने तक ही सीमित नहीं है. भेड़ें अपने बच्चों को उनकी गंध से पहचानती हैं. डियोड्रेंट की तेज़ गंध से उन्हें अपने बच्चों को पहचानने में और आसानी होती है.”

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