Uttar Pradesh
95 वर्षीय मां को बग्गी में बैठाकर Mahakumbh यात्रा पर निकला बेटा, आस्था और समर्पण की मिसाल

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुए Mahakumbh मेले में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। यहां गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर पुण्य की डुबकी लगाने की परंपरा को निभाने के लिए हर कोई उत्साहित है। इसी उत्साह का उदाहरण मुजफ्फरनगर जिले के खतौली ब्लॉक के निवासी सुदेश पाल मलिक हैं, जो अपनी 95 वर्षीय मां जगबीरी देवी को बग्गी में बिठाकर पैदल प्रयागराज की यात्रा पर निकले हैं। उनका उद्देश्य है कि उनकी मां भी इस महाकुंभ में संगम पर डुबकी लगाकर पुण्य का लाभ प्राप्त कर सकें।
13-14 दिन की यात्रा का सफर
मोघपुर गांव के निवासी सुदेश पाल ने अपनी इस अनोखी यात्रा की शुरुआत रविवार को की। उन्होंने बताया कि प्रयागराज पहुंचने में उन्हें 13 से 14 दिन का समय लगेगा। वह अपनी मां के इकलौते बेटे हैं और उनकी मां का आशीर्वाद ही उनके लिए सबसे बड़ी प्रेरणा है। सुदेश पाल ने साझा किया कि कुछ समय पहले उनके पैरों में कमजोरी आ गई थी, लेकिन मां के आशीर्वाद और विश्वास से वह अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। इसी आस्था के चलते उन्होंने अपनी मां को इस विशेष यात्रा पर संग लेकर जाने का संकल्प लिया है।
परिवार भी दे रहा साथ
इस यात्रा में सुदेश पाल के साथ उनकी बहन और भांजा रोबिन भी शामिल हैं। दोनों कार में यात्रा कर रहे हैं और रास्ते में जरूरत का राशन और अन्य सामान लेकर साथ चल रहे हैं। सुदेश पाल का कहना है कि उनका परिवार इस यात्रा को पूरा करने में पूरी तरह सहयोग कर रहा है।
पहले भी किया अनोखा सफर
सुदेश पाल ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब वह अपनी मां को इस तरह यात्रा पर ले जा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने मां को शुक्रताल की यात्रा भी इसी प्रकार करवाई थी। उस यात्रा में उन्होंने 35 किलोमीटर की पैदल यात्रा की थी। उनका कहना है कि भगवान का आशीर्वाद उनके साथ है और इस बार भी वह अपनी मां को प्रयागराज पहुंचाकर संगम स्नान कराएंगे।
गांव के लोग भी इस यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित हैं और सुदेश पाल के इस प्रयास को सराह रहे हैं। उनका यह सफर न केवल भक्ति और समर्पण की मिसाल है बल्कि मां-बेटे के रिश्ते की गहराई को भी दर्शाता है।