Uttar Pradesh
Agra : बीटेक छात्रा को साइबर अपराधियों ने 3.5 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा, 1800 रुपये की ठगी
उत्तर प्रदेश के Agra में खंदारी कैंपस में बीटेक की पढ़ाई कर रही 20 वर्षीय छात्रा साइबर अपराध का शिकार हो गई। गुरुवार सुबह, अपराधियों ने उसे 3.5 घंटे तक डराया-धमकाया और 1800 रुपये ठग लिए।
कैसे हुई घटना?
सुबह 10:00 बजे छात्रा के फोन पर 9125 833 778 नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को लखनऊ में तैनात पुलिसकर्मी बताया और धमकी दी कि उसका फोन हैक कर लिया गया है। उसने दावा किया कि छात्रा की प्राइवेट तस्वीरें और वीडियो उसके कब्जे में हैं। अपराधी ने 16,000 रुपये की मांग की, अन्यथा तस्वीरें और वीडियो वायरल करने की धमकी दी।
इसके बाद 8699 462 953 नंबर से दोबारा कॉल आया। अपराधियों ने लगातार डराने-धमकाने का सिलसिला जारी रखा। मानसिक दबाव में आकर छात्रा ने अपने खाते से 1800 रुपये ट्रांसफर कर दिए।
कॉल पर रखा गया बंधक
सुबह 10:00 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक अपराधियों ने छात्रा को लगातार फोन पर बंधक बनाए रखा। उन्होंने उसे किसी से बात करने या फोन डिस्कनेक्ट करने से मना कर दिया। छात्रा ने बाद में घटना की जानकारी अपने जीजा को दी।
जीजा के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल के दौरान भी अपराधियों ने खुद को पुलिसकर्मी बताया और छात्रा के बैंक खाते को हैक कर पैसे ट्रांसफर करने का दबाव डाला।
पुलिस में शिकायत नहीं दर्ज
छात्रा मूल रूप से मैनपुरी की रहने वाली है और आगरा में अपनी बहन और जीजा के साथ रहती है। घटना के समय उसके परिजन शहर से बाहर थे। सदमे में आई छात्रा ने बताया कि वह परिजनों के लौटने के बाद ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराएगी।
महिला सुरक्षा प्रभारी की अपील
महिला सुरक्षा प्रभारी एसीपी सुकन्या शर्मा ने कहा कि साइबर अपराधी अब लोगों को मानसिक दबाव में लेकर ठगी कर रहे हैं। पुलिस लगातार साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान चला रही है। खासतौर पर स्कूल और कॉलेजों में छात्राओं को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
सतर्कता बेहद जरूरी
किसी भी संदिग्ध कॉल को रिसीव न करें।
किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
ओटीपी जैसी गोपनीय जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
अगर कोई व्यक्ति पुलिसकर्मी बनकर पैसे मांगता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
आगरा पुलिस की अपील है कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।