Uttar Pradesh
मुख्यमंत्री Yogi Adityanath का संभल हिंसा पर बयान,’500 साल पहले की घटनाओं से मेल खाती साजिशें’
उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने सख्त बयान दिया है। उन्होंने इसे 500 साल पहले बाबर के समय की घटनाओं से जोड़ा और कहा कि जो साजिशें उस समय हुई थीं, वही आज भी हो रही हैं। सीएम ने बांग्लादेश और संभल की घटनाओं को एक समान बताते हुए कहा कि दोनों में शामिल तत्वों का डीएनए एक जैसा है।
अयोध्या में रामायण मेले के दौरान दिया बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बयान अयोध्या के राम कथा पार्क में आयोजित रामायण मेले के उद्घाटन के दौरान दिया। उन्होंने कहा, “याद कीजिए, 500 साल पहले अयोध्या में बाबर के लोगों ने क्या किया था। संभल में भी वैसा ही हुआ और बांग्लादेश में भी यही हो रहा है। इन घटनाओं की प्रकृति, स्वभाव और डीएनए एक जैसे हैं।”
समाज को बांटने की साजिश पर टिप्पणी
सीएम ने कहा कि कुछ तत्व समाज की एकता को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे लोग, जिनकी विदेशों में संपत्ति है, अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को संकट में छोड़कर भागने के लिए तैयार हैं।
डॉ. राम मनोहर लोहिया का उल्लेख
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा, “लोहिया जी ने कहा था कि जब तक भारत की आस्था प्रभु श्री राम, श्रीकृष्ण और भगवान शिव के प्रति बनी रहेगी, तब तक भारत पर कोई आंच नहीं आएगी।” उन्होंने समाजवादियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे लोहिया के नाम पर राजनीति तो करते हैं, लेकिन उनके आदर्शों को अपनाते नहीं।
राम के आदर्शों से प्रेरणा लेने की अपील
मुख्यमंत्री ने राम को भारतीय संस्कृति का आदर्श बताते हुए कहा, “हमने प्रभु श्री राम को अपना आदर्श माना है। अगर उनके उच्च आदर्शों से प्रेरणा ले सकें, तो हमारा जीवन धन्य हो जाएगा। जिसके मन में राम और मां जानकी के प्रति श्रद्धा और समर्पण नहीं है, उसे हमें कट्टर दुश्मन की तरह त्याग देना चाहिए।”
संभल हिंसा से जुड़ा संदर्भ
संभल में हाल ही में हुई हिंसा के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी घटनाएं केवल वर्तमान में नहीं हो रही हैं, बल्कि इतिहास में भी इसी तरह के प्रयास समाज को विभाजित करने के लिए किए गए थे। उन्होंने कहा, “जो राम का नहीं है, वह हमारे किसी काम का नहीं।”
संप्रदायिक सौहार्द और एकता पर जोर
मुख्यमंत्री ने समाज को एकजुट रहने और ऐसे तत्वों के खिलाफ सतर्क रहने की अपील की, जो सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति और आस्था के केंद्र भगवान राम, श्रीकृष्ण और भगवान शिव ही देश की एकता के प्रतीक हैं, और हमें उनके आदर्शों को जीवन में अपनाना चाहिए।