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Uttar Pradesh

महाकुंभ में पहुंचे ‘Ambassador Baba’: 35 साल से 1972 मॉडल की कार ही है उनका घर

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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से शुरू हो रहे महाकुंभ में तरह-तरह के बाबा अपने अनोखे अंदाज़ के साथ पहुंच रहे हैं। कोई 32 साल से स्नान न करने वाले बाबा हैं, तो कोई 20 किलो चाबियां लेकर चलने वाले। इसी बीच, एक और खास बाबा पहुंचे हैं, जिन्हें उनकी 1972 मॉडल की Ambassador Baba के लिए जाना जाता है। महंत राज गिरी नागा बाबा, जिन्हें ‘एंबेसडर बाबा’ कहा जाता है, पिछले 35 साल से इसी कार में सफर कर रहे हैं।

एंबेसडर बाबा की अनोखी कहानी
महंत राज गिरी नागा बाबा ने बताया, “मैं इंदौर, मध्य प्रदेश से आया हूं। इस कार में मैंने अब तक चार बार कुंभ मेले का दौरा किया है। यह कार मेरे लिए सिर्फ वाहन नहीं है, बल्कि घर के समान है। मैं इसमें खाता हूं, पीता हूं और सोता हूं। यह 1972 मॉडल की एंबेसडर कार है और पिछले 35 वर्षों से मेरी साथी है।”

बाबा ने अपनी कार के महत्व को समझाते हुए कहा, “यह मेरे लिए मां जैसी है। मैं इसे मां का दर्जा देता हूं क्योंकि यह हर जगह मेरे साथ रहती है। अगर कभी इसमें खराबी आती है, तो मेरे पास अपना टूल बॉक्स होता है। मैं खुद इसे ठीक कर लेता हूं। वैसे यह गाड़ी केवल वहीं खराब होती है, जहां पास में मिस्त्री आसानी से मिल जाए।”

पंचस्नान जूना अखाड़े से जुड़ाव
महंत राज गिरी नागा बाबा पंचस्नान जूना अखाड़े से जुड़े हुए हैं। बाबा ने बताया कि उनका सफर इसी एंबेसडर कार के जरिए होता है। “यह कार मुझे हर जगह लेकर जाती है। कुंभ के बाद मैं बनारस जाऊंगा और शिवरात्रि तक वहीं रहूंगा।”

महाकुंभ में साधु-संतों का संगम
महाकुंभ में बाबा के गुरुभाईयों ने टेंट लगा रखा है, जहां वह ठहरेंगे। बाबा ने कहा, “मैं अकेला ही आया हूं और ज्यादातर अकेला ही रहता हूं। महाकुंभ में आने का यह सफर मेरे लिए हमेशा खास रहता है।”

एंबेसडर बाबा का यह अनोखा अंदाज महाकुंभ में अलग ही रंग भर रहा है। उनकी साधना और उनके वाहन की यह कहानी महाकुंभ में श्रद्धालुओं के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।

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