Connect with us

Punjab

Ila Arun ने दिलजीत दोसांझ के शो पर उठाए सवाल, कहा- ‘लोग गाने सुनने नहीं, शराब पीने आते हैं’

Published

on

पंजाबी सिनेमा के रॉक स्टार दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपने ‘दिल-लुमिनाती’ टूर को लेकर चर्चा में हैं। हाल ही में उन्होंने दिल्ली, जयपुर और कोलकाता में शानदार कॉन्सर्ट किए, जहां हजारों प्रशंसकों ने उनकी आवाज का आनंद लिया। लेकिन इस दौरान बॉलीवुड की मशहूर गायिका Ila Arun ने दिलजीत के कॉन्सर्ट पर एक चौंकाने वाला बयान दिया है।

Ila Arun ने हाल ही में एक साहित्यिक समारोह में दिलजीत के कॉन्सर्ट को लेकर अपनी राय जाहिर की। उन्होंने कहा, “दिलजीत बहुत अच्छा गाते हैं, लेकिन मुझे यह पूछना है कि क्या लोग वास्तव में उन्हें सुनने आए थे। वहां ज्यादातर लोग शराब पी रहे थे। मैंने लखनऊ और जयपुर में संगीत कार्यक्रम देखे हैं, जहां लोग नशे में थे और मुझे लगता है कि वे वहां संगीत का आनंद लेने नहीं, बल्कि मनोरंजन और शराब पीने के लिए आए थे।”

इला ने आगे कहा, “मैंने वहां अपना चेहरा छुपा लिया क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि लोग मुझे पहचानें। गाने की लय और ताल इतनी प्रभावशाली होती है कि आपको डांस करने के लिए शराब की जरूरत नहीं होती। मैं युवाओं के लिए भी गाती हूं, लेकिन मेरे गाने लोक कला और भारतीय संस्कृति के बारे में बात करते हैं।”

इला अरुण के इस बयान के बाद दिलजीत के फैंस हैरान रह गए हैं और अब सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर चर्चा का माहौल गरम हो गया है।

author avatar
Editor Two
Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Punjab

Jalandhar: एक्साइज विभाग ने 23 शराब ठेकों को किया सील, नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई

Published

on

Jalandhar में एक्साइज विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए परागपुर ग्रुप से जुड़े अमरीक सिंह बाजवा ग्रुप के 23 शराब ठेकों को सील कर दिया है। यह कदम नियमों के गंभीर उल्लंघन के चलते उठाया गया है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई फिलहाल जारी रह सकती है, और अगले दो दिनों तक ये ठेके सील रह सकते हैं।

नियम उल्लंघन पर सख्त कदम

सूत्रों के मुताबिक, इन ठेकों पर शराब के कार्टन की बिक्री का मामला सामने आया था, जो नियमानुसार पूरी तरह से प्रतिबंधित है। जैसे ही इस बात की पुष्टि हुई, विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पूरे ग्रुप के 23 ठेकों को बंद कर सील कर दिया।

लाखों का जुर्माना संभावित

विभागीय अधिकारियों के अनुसार, इस कार्रवाई के तहत ग्रुप पर लाखों रुपये का जुर्माना भी लगाया जा सकता है। इस मामले में आगे की जांच जारी है, और किसी भी तरह की लापरवाही पर सख्त कदम उठाने के संकेत दिए गए हैं।

लंबे समय तक बंद रह सकते हैं ठेके

जानकारी के अनुसार, सील किए गए ठेके आने वाले दिनों में भी बंद रह सकते हैं। विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि क्या अन्य ठेकों में भी नियमों का उल्लंघन हुआ है।

यह कार्रवाई यह साबित करती है कि नियमों की अनदेखी पर विभाग कोई ढील नहीं देगा। इस कदम से अन्य ठेका मालिकों को भी सख्त संदेश गया है कि नियमों का पालन सुनिश्चित करें, अन्यथा उनके खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।

author avatar
Editor Two
Continue Reading

Punjab

Sukhbir Badal पर हमले की साजिश नाकाम, पंजाब पुलिस ने दिखाई सतर्कता

Published

on

पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष Sukhbir Badal पर आज अमृतसर में श्री दरबार साहिब के बाहर जानलेवा हमला किया गया। राहत की बात यह है कि इस हमले में सुखबीर सिंह बादल बाल-बाल बच गए।

फायरिंग और गिरफ्तारी

घटना के दौरान हमलावर ने गोली चलाने की कोशिश की, लेकिन पंजाब पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की सतर्कता के चलते सुखबीर सिंह बादल सुरक्षित रहे।
हमलावर की पहचान नारायण सिंह चौड़ा के रूप में हुई है, जो डेरा बाबा नानक के निवासी हैं। हमलावर को मौके पर ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।

श्री हरमंदिर साहिब में दर्शन करने के दौरान सुखबीर सिंह बादल के लिए पहले से ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। हमलावर ने कथित तौर पर कहा कि उसने हमला इसलिए किया क्योंकि सुखबीर बादल ने “सारे अपराध कबूल कर लिए” हैं। पंजाब पुलिस की सतर्कता ने इस हमले को नाकाम कर दिया।

हमले की साजिश: श्री दरबार साहिब के पवित्र परिसर में ऐसा हमला, पंजाब के हालात खराब करने की साजिश मानी जा रही है।

सुरक्षा की तारीफ: पुलिस की तेजी और सुरक्षा प्रबंधों की बदौलत सुखबीर बादल और वहां मौजूद अन्य श्रद्धालु सुरक्षित रहे।

घटना के समय सुखबीर सिंह बादल श्री हरमंदिर साहिब में सेवा कर रहे थे। वह पहले ही श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा तनखैया घोषित किए जा चुके हैं, जिससे उनकी उपस्थिति पहले से ही चर्चा में थी। पुलिस ने हमलावर को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जानकारी में हमले के पीछे व्यक्तिगत कारण बताए जा रहे हैं, लेकिन इसके पीछे किसी संगठन या साजिश की संभावना से भी इनकार नहीं किया गया है।

पंजाब पुलिस ने अपनी सतर्कता से बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। उम्मीद है कि जांच से इस हमले की असल वजह जल्द सामने आएगी।

author avatar
Editor Two
Continue Reading

Punjab

उत्तर भारत में वायु प्रदूषण पर Raghav Chadha का बयान, किसानों को अपराधी ठहराना बंद करें, ठोस समाधान अपनाएं

Published

on

आम आदमी पार्टी के सांसद Raghav Chadha ने आज संसद में उत्तर भारत में बढ़ते वायु प्रदूषण पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि यह समस्या सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं है, बल्कि भागलपुर, मुजफ्फरनगर, नोएडा, आगरा, फरीदाबाद जैसे शहरों में भी हालात खराब हैं।

किसानों को दोष देना अनुचित

राघव चड्ढा ने पराली जलाने के मुद्दे पर किसानों को अपराधी ठहराने की प्रवृत्ति की आलोचना की। उन्होंने कहा:
“पूरे साल किसान हमारे अन्नदाता कहे जाते हैं, लेकिन पराली जलाने के समय उन्हें अपराधी बना दिया जाता है।”उन्होंने IIT की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि वायु प्रदूषण के कई कारण हैं और पराली जलाना उनमें से केवल एक है। पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में 70% की कमी आई है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने के मामलों में वृद्धि हुई है।

किसानों की समस्याओं पर प्रकाश

चड्ढा ने बताया कि धान की फसल कटाई के बाद किसानों के पास केवल 10-12 दिन होते हैं, जिसमें उन्हें खेत खाली कर अगली फसल बोनी पड़ती है। हैप्पी सीडर और पैडी चॉपर जैसी मशीनें महंगी हैं, जिनका खर्च प्रति एकड़ 2000 रुपये तक आता है। छोटे किसानों के पास यह खर्च उठाने के लिए संसाधन नहीं हैं। उन्होंने कहा, “कोई भी किसान खुशी से पराली नहीं जलाता। पराली जलाने से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों और उनके परिवारों को होता है।”

सांसद चड्ढा ने पराली जलाने की समस्या से निपटने के लिए व्यावहारिक समाधान सुझाए:

2500 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए।

2000 रुपये केंद्र सरकार से

500 रुपये राज्य सरकार से

बायोडीकंपोजर और मशीनों पर सब्सिडी दी जाए।

किसानों को नए कृषि तरीकों के लिए प्रशिक्षित किया जाए।

उन्होंने कहा कि यह मुआवजा किसानों को पराली जलाने से रोकने में मदद करेगा और वायु प्रदूषण में कमी लाएगा।

फसल विविधीकरण की जरूरत

राघव चड्ढा ने फसल विविधीकरण (Crop Diversification) को दीर्घकालिक समाधान बताया। पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों को धान की खेती से हटकर मक्का, दालें, तिलहन, और कपास जैसी फसलों पर ध्यान देना चाहिए। धान की खेती से जलस्तर नीचे जा रहा है और मिट्टी खराब हो रही है।

वायु प्रदूषण सीमाओं से परे समस्या

सांसद चड्ढा ने कहा कि वायु प्रदूषण किसी एक राज्य की समस्या नहीं है।
“प्रदूषण सीमाओं को नहीं जानता। इसे नियंत्रित करने के लिए सभी राज्यों को मिलकर काम करना होगा।”

जागरूकता और सहयोग की जरूरत

उन्होंने सरकार से अपील की AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) पर ध्यान दें। किसानों को जागरूक करें और सहायता दें, केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर प्रदूषण नियंत्रण के ठोस प्रयास करें।

author avatar
Editor Two
Continue Reading

Trending