Punjab
मंडी में विजिलेंस की रेड से मची अफरा-तफरी, आढ़ती और किसानों में रोष
पठानकोट : भ्रष्टाचार को लेकर विजिलेंस विभाग की ओर से लगातार नकेल कसी जा रही है। इसी कड़ी के चलते पठानकोट के साथ लगते सरना दाना मंडी व नरोट जैमल सिंह की मंडी में उस समय अफरा तफरी मच गई जब इस दाना मंडी में बीती रात अचानक विजिलेंस ने रेड कर जांच शुरू कर दी। वहीं दूसरी ओर विजिलेंस द्वारा की गई कार्रवाई के चलते दाना मंडी में आढ़ती और किसान इकट्ठे हो गए और उन्होंने रेड को लेकर सरकार व प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि वह कई सालों से इस दाना मंडी में आढ़त का काम कर रहे हैं लेकिन यह पहली बार हुआ है कि उनकी दाना मंडी में विजिलेंस द्वारा रेड की गई है। उन्होंने कहा कि रेड से उनमे रोष है क्योंकि कारोबारी इस मंडी में अपनी फसल बेचने से परहेज करेंगे जिसका असर उन पर पड़ेगा। वहीं दूसरी और अभी तक विजिलेंस विभाग के अधिकारियों की ओर से इस पूरे मामले को लेकर कोई भी जानकारी मीडिया के साथ सांझी नहीं की गई।
विभाग के अधिकारियों ने स्टॉक की गणना
बीती रात सरना दाना मंडी में विजिलेंस की ओर से की गई रेड के दौरान विभाग के अधिकारियों की ओर से दाना मंडी में पड़ी धान की बोरियों की जहां गिनती की गई वहीं उन्होंने स्टॉक को मेंटेन करने वाले दस्तावेजों को बारीकी से खंगाला। खासकर उन्होंने इस बात पर ध्यान दिया कि आखिर इस दाना मंडी में धान की कितनी परचेज की गई है क्या कहीं दूसरे राज्यों से धान लाकर तो नहीं इस मंडी में बेचा जा रहा।
फूड सिविल सप्लाई एंड कंज्यूमर अफैयर सचिव के जारी किए निर्देश पर विजिलेंस ने की जांच
उल्लेखनीय है कि धान की प्रचेज में कथित धांधली की सूचना को देखते हुए फूड सिविल सप्लाई और कंज्यूमर अफैयर के सचिव गुरकिरत कृपाल सिंह ने विजिलेंस को मामले की छानबीन के लिए पत्र के माध्यम से कहा था। अधिकारियों का मानना है कि 4.7 लाख मीट्रक टन धान की कथित धांधली प्रचेज हो सकती है इसको अत्यंत गंभीर मानते हुए पत्र में लिखा गया है कि धान की मंडियो में आवाजाही को पैट्रन को देखते हुए ऐसा लगता है कि कुछ गलत हुआ है। दीवाली वाले दिन जबकि छुट्टी होती है और किसानों को भी पता होता है कि दीवाली के चलते स्टाफ, लेबर और आढ़तिया बहुत कम होते हैं ऐसी स्थिति में 4.7 लाख टन धान उस दिन मार्कीट कमेटी के अधिकारियों ने किताबों में दर्ज की। इस बात की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि कुछ तत्वों द्वारा धान की रिसाइकल की है और कथित रूप से फेक खरीददारी हुई है। ऐसा बॉर्डर की मंडियो में अधिक हुआ है क्योंकि पत्र में पठानकोट का नाम भी था इसकी के चलते विजिलेंस विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए स्थानीय टीम के माध्यम से इसकी जांच करवाई। अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि उपर से निर्देश आए थे इसलिए जांच कर रहे हैं।
आढ़तियों ने जताया रोष
वहीं विजिलेंस द्वारा की गई कार्रवाई से आढ़तियों में खासी नाराजगी पैदा हो गई और उन्होंने रोष स्वरूप कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि उनके अब तक के इतहास में पहली बार हुआ है कि विजिलेंस ने रेड कर जांच की है। आढ़ती गुरनाम सिंह छीना ने बताया कि वह जब से आढ़त का काम कर रहे हैं यह पहली बार हुआ है कि उनकी मंडी में रात के समय विजिलेंस द्वारा दबिश दी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार व्यापारी को खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि वह न तो कोई नशा बेच रहे और ना ही गलत तरीके से फसल बेच रहे हैं लेकिन उनको तंग परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो नशा बेच रहे है उनको नकेल नहीं डाली जा रही बल्कि जो कारोबार कर प्रदेश को रेवन्यू दे रहे है उन्हें तंग व परेशान किया जा रहा है।