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Tarn Taran Bypollमें AAP की बड़ी जीत: “Punjab ने फिर चुनी काम की राजनीति”- Arvind Kejriwal

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पंजाब की तरनतारन विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने जोरदार और एकतरफा जीत हासिल की है। इस जीत ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि पंजाब के लोग काम-केंद्रित राजनीति, ईमानदार नेतृत्व और साफ-सुथरे शासन के साथ खड़े हैं। AAP उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू ने 12,091 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की।

सीट क्यों खाली हुई थी?

यह सीट AAP विधायक काश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद खाली हुई थी। इसी वजह से यहां उपचुनाव कराए गए।

मतदान और उम्मीदवार

तरनतारन में 11 नवंबर को वोटिंग हुई, जिसमें 60.95% लोगों ने मतदान किया। इस उपचुनाव में कुल 15 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे।

कौन कितना जीता-हारा? (Result in Detail)

  • हरमीत सिंह संधू (AAP): 42,649 वोट
  • सुखविंदर कौर रंधावा (SAD): 30,558 वोट
  • जीत का अंतर: 12,091 वोट

अन्य उम्मीदवारों में—

  • स्वतंत्र उम्मीदवार मनीप सिंह: ~19,620 वोट
  • कांग्रेस के करनबीर सिंह बुर्ज़: ~15,078 वोट
  • BJP के हरजीत सिंह संधू: ~6,239 वोट

इस नतीजे ने दिखाया कि AAP ने न सिर्फ अपनी पकड़ मजबूत रखी, बल्कि विपक्ष की पारंपरिक जमीन पर भी बढ़त बनाई।

नेताओं की प्रतिक्रिया: काम की राजनीति की जीत

अरविंद केजरीवाल (AAP राष्ट्रीय संयोजक)

उन्होंने X (Twitter) पर लिखा कि यह जीत साबित करती है कि पंजाब काम की राजनीति चाहता है।
उन्होंने कहा:
“यह जीत पंजाब के लोगों की जीत है। यह मेहनती वालंटियर्स की जीत है। पंजाब ने एक बार फिर AAP पर भरोसा जताया है।”

मुख्यमंत्री भगवंत मान

CM मान ने भी X पर कहा कि तरनतारन की जीत दिखाती है कि जनता को काम वाली राजनीति पसंद है।
उन्होंने ऐलान किया:
उपचुनाव के दौरान तरनतारन के लोगों से किए हर वादे को हम प्राथमिकता से पूरा करेंगे।”

जश्न और माहौल

नतीजे आने के बाद AAP के कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखने को मिला। तरनतारन से लेकर चंडीगढ़ तक जश्न, ढोल, और पटाखों का माहौल रहा। पार्टी ने इसे लोगों का साफ जनादेश बताया।

राजनीतिक मायने (Political Significance)

  • यह जीत दिखाती है कि पंजाब में अभी भी AAP की पकड़ मजबूत है।
  • AAP ने लगातार छठा उपचुनाव जीता है, जो पार्टी के लिए बड़ा मनोबल है।
  • विश्लेषकों का मानना है कि SAD (अकाली दल) के लिए यह एक चेतावनी है कि उनकी पारंपरिक सीटों पर भी चुनौती बढ़ रही है।
  • यह चुनाव 2027 के विधानसभा चुनाव की दिशा तय करने वाला माना जा रहा है।

वोटर बिहेवियर

हालांकि वोटिंग ~60.95% ही रही, लेकिन जो लोग घरों से बाहर आए, उन्होंने साफ संकेत दिया कि उन्हें काम, विकास और ईमानदार नेतृत्व का रास्ता ज्यादा पसंद है।

तरनतारन उपचुनाव ने साफ कर दिया है कि पंजाब के लोग अभी भी ऐसी सरकार और नेताओं को पसंद करते हैं जो काम करें, विकास करें और साफ नीयत से जनता की सेवा करें। AAP इसे 2027 के बड़े चुनाव से पहले जनसमर्थन की मजबूत शुरुआत मान रही है।

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