Haryana
Panipat: रेप केस में फंसाने की धमकी देकर वसूली करने वाली महिला और साथी गिरफ्तार
हरियाणा के Panipat में एक महिला और उसके साथी को रेप केस में फंसाने की धमकी देकर ₹3.5 लाख लेते हुए पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पीड़ित युवक ने पहले ही ₹1 लाख आरोपी महिला और उसके साथी के खाते में जमा करवा दिए थे, जिन्हें पुलिस ने फ्रीज कर दिया है।
कैसे फंसा शिकार?
शालू नाम की महिला ने करनाल जिले के एक युवक से इंस्टाग्राम पर दोस्ती की। इसके बाद दोनों गुरुग्राम घूमने गए, जहां उन्होंने आपसी सहमति से संबंध बनाए। लेकिन गुरुग्राम से लौटने के बाद, शालू ने युवक पर रेप केस दर्ज कराने की धमकी देना शुरू कर दिया। इसके लिए उसने अपने साथी युवक और एक अन्य महिला को बुला लिया और बार-बार युवक पर पैसे देने का दबाव डाला।
पुलिस की कार्रवाई
रविवार शाम, पीड़ित युवक ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। उसी रात, पुलिस ने एक जाल बिछाया और ₹3.5 लाख लेते हुए शालू और उसके एक साथी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। मामले का खुलासा सोमवार को एसएचओ देवेंद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में हंगामा
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरोपी महिला ने हंगामा किया और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। महिला ने कहा कि उसके साथ एक गांव के सरपंच ने रेप किया है और पुलिस ने 2 दिन से उसका मेडिकल नहीं करवाया। हालांकि, एसएचओ ने महिला के इन आरोपों को झूठा बताया और कहा कि वह अपने बचाव में यह कहानियां बना रही है।
वसूली का पूरा प्लान
पुलिस के अनुसार, महिला ने ₹10 लाख की मांग की थी, लेकिन बाद में ₹8 लाख में सौदा तय हुआ। इनमें से ₹4 लाख नगद और ₹1 लाख अजय नाम के एक व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर करने पर सहमति बनी। सौदा पक्का होते ही महिला ने थाने में शिकायत देने से इनकार कर दिया।
आरोपियों की पहचान
शालू, उसकी साथी शीतल और अजय तीनों पानीपत के मुखिया कॉलोनी के रहने वाले हैं। अजय के खिलाफ पहले भी लड़ाई-झगड़े का मामला दर्ज है। शालू, जो दसवीं तक पढ़ी है और मूल रूप से यूपी की रहने वाली है, डेढ़ साल से अपने पति से अलग रह रही थी और पानीपत के एक मॉल में काम करती थी।
आगे की कार्रवाई
एसएचओ देवेंद्र कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस मामले में पांच लोग शामिल हैं, जिनमें तीन अन्य की गिरफ्तारी जल्द होगी। पुलिस का कहना है कि महिला और उसके साथी ब्लैकमेलिंग के लिए झूठे केस बनाने का धंधा कर रहे थे।