Haryana
Bahadurgarh में ह्यूमन वेलफेयर सोसायटी पर हंगामा, हजारों लोगों की जमा पूंजी पर संकट
हरियाणा के Bahadurgarh में ह्यूमन वेलफेयर क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड के ऑफिस के बाहर भारी हंगामा हुआ। छोटूराम नगर में स्थित इस सोसायटी ने लंबे समय से लोगों को पैसा दोगुना करने और भारी ब्याज का लालच देकर करोड़ों रुपये जमा करवाए थे।
शुरुआत में सब ठीक, अब स्थिति बिगड़ी
शुरुआती वर्षों में सोसायटी ने सही समय पर पैसे लौटाकर लोगों का भरोसा जीता। लेकिन बीते 6 महीनों से हालात पूरी तरह बदल गए। लोगों का कहना है कि सोसायटी ने उनकी जमा पूंजी लौटानी बंद कर दी है। पिछले 10 दिनों से किश्तें जमा करना भी बंद कर दिया गया है। इससे परेशान होकर सैकड़ों लोगों ने सोसायटी के ऑफिस का घेराव किया और हंगामा किया।
गरीब कामगारों की मेहनत की कमाई पर संकट
सोसायटी में पैसा जमा करवाने वाले अधिकतर लोग गरीब मजदूर और कामगार हैं, जिन्होंने बड़ी मुश्किल से अपनी जिंदगी की बचत यहां जमा करवाई थी। उन्हें भरोसा दिलाया गया था कि तीन साल के भीतर उनकी जमा राशि ब्याज सहित लौटाई जाएगी। लेकिन अब जब पैसे लौटाने का समय आया है, तो उन्हें उनकी पूंजी तक नहीं मिल रही।
5 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित
माना जा रहा है कि इस सोसायटी में करीब 5,000 लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई जमा की है। पैसे की वापसी नहीं होने से लोग डरे हुए हैं कि कहीं सोसायटी भाग न जाए।
सोसायटी का पक्ष और मैनेजर का बयान
हंगामे के बीच सोसायटी के मैनेजर दीप नारायण ने सफाई देते हुए कहा, “किसी ने अफवाह फैला दी है कि हम भाग रहे हैं। इसी वजह से लोग परेशान हो गए हैं।”
उन्होंने माना कि पिछले 2-3 महीने से बैकएंड से पैसा नहीं आ रहा है, जिससे जमाकर्ताओं को उनका पैसा लौटाना संभव नहीं हो पा रहा।
दीप नारायण ने कहा, “मैं भी एक कर्मचारी हूं, मुझे भी तीन महीने से सैलरी नहीं मिली है।” उन्होंने यह भी बताया कि यह सोसायटी कृषि मंत्रालय के तहत रजिस्टर्ड है और सभी कार्यवाही कानूनी रूप से की जा रही है।
पुलिस कार्रवाई और सवाल
पुलिस ने लोगों की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई या बयान नहीं दिया गया है।
यह मामला कई सवाल खड़े करता है:
क्या कृषि मंत्रालय के तहत रजिस्टर्ड सोसायटी बैंकिंग गतिविधि चला सकती है?
क्या सोसायटी को आरबीआई और वित्त मंत्रालय से वित्तीय गतिविधियां करने की अनुमति मिली हुई है?
हरियाणा में इस तरह की बैंकिंग सेवाएं देने का सोसायटी को अधिकार है या नहीं?
गरीबों के साथ धोखाधड़ी की आशंका
यह पहली बार नहीं है जब किसी सोसायटी या कंपनी ने पैसे डबल करने का लालच देकर गरीबों को लूटा हो। अकसर इस तरह की संस्थाएं लोगों की मेहनत की कमाई लेकर फरार हो जाती हैं।
स्थानीय प्रशासन और सरकार से अपील
प्रभावित लोगों ने प्रशासन और सरकार से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है ताकि उनकी जमा पूंजी वापस मिल सके। इस घटना ने एक बार फिर गरीब तबके के लोगों को सावधान रहने की सीख दी है कि बिना पूरी जानकारी के किसी भी स्कीम में अपनी कमाई न लगाएं।