Haryana
Haryana कांग्रेस में गोगी की बयानबाजी, दीपक बावरिया और हुड्डा पर तंज
Haryana कांग्रेस में आपसी बयानबाजी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। विधानसभा चुनाव में हार के बाद, हरियाणा कांग्रेस के पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी लगातार पार्टी के सीनियर नेताओं को निशाने पर ले रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया विशेष रूप से उनके आलोचना का शिकार बने हुए हैं, और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी कई बार गोगी के निशाने पर आए हैं।
गोगी ने कहा कि अगर संगठन ठीक से काम नहीं कर रहा है, तो सबसे ज्यादा निराश कार्यकर्ता होते हैं। उनका मानना है कि अगर संगठन मजबूत होगा तो सबसे ज्यादा मेहनत कार्यकर्ता ही करेगा, और वही कार्यकर्ता की असल शक्ति होगी। गोगी ने यह भी कहा कि जिन नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी के खिलाफ काम किया है, उन्हें संगठन में कोई स्थान नहीं मिलना चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि वे किस जिम्मेदारी के लिए तैयार हैं, तो उन्होंने कहा कि पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, वह उसे निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, चाहे वह पार्टी अध्यक्ष बनने की हो या झाड़ू लगाने की।
गोगी ने यह भी कहा कि वे कांग्रेस में ही रहेंगे, क्योंकि उनका लक्ष्य तिरंगे में जाना है, और बिकाऊ नहीं हैं। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष की एक लिस्ट का जिक्र किया, जिसे दो दिन पहले दीपक बावरिया ने रोक दिया था। इस पर गोगी ने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं है, अगर किसी को प्रभार देना था तो उसे देने से क्या फर्क पड़ता है। उन्होंने दीपक बावरिया पर तंज कसते हुए कहा कि अगर आप प्रदर्शन की चिट्ठी निकालते हो, तो अकेले प्रदेश अध्यक्ष क्या कर सकते हैं? यदि प्रदेश अध्यक्ष ने प्रभारी नियुक्त कर दिया तो क्या फर्क पड़ता है? गोगी ने कहा कि चुनाव से पहले दोनों के बीच बहुत प्यार था, और अब भी वही स्थिति नजर आ रही है।
गोगी ने यह भी कहा कि अगर कांग्रेसी सच बोलते हैं, तो नेता डरेंगे, अन्यथा वे कुछ भी कर सकते हैं। नगर निगम चुनाव को लेकर गोगी ने सुझाव दिया कि पार्टी को सिंबल पर चुनाव लड़ना चाहिए। चुनाव के नफा-नुकसान को सोचते-सोचते 75 साल गुजर गए हैं, अब इसके लिए मेहनत करनी पड़ेगी और लोगों को जिम्मेदारी देनी पड़ेगी।