Haryana
America भेजने के नाम पर 42 लाख की धोखाधड़ी, IGI एयरपोर्ट पर पकड़ा गया गिरोह
हरियाणा के पंचकुला निवासी दिलराज और इंद्रजीत सिंह के बीच एक समझौता हुआ था। इंद्रजीत ने दिलराज से 42 लाख रुपए लेकर उसे कनाडा के रास्ते America पहुंचाने का वादा किया। समझौते के अनुसार, दिलराज को 10 लाख रुपए एडवांस में देना था और काम पूरा होने के बाद बाकी 32 लाख रुपए का भुगतान करना था।
कुछ दिनों बाद इंद्रजीत ने दिलराज को बताया कि सारी तैयारियां हो चुकी हैं और उसे 8 दिसंबर की रात अपनी यात्रा के लिए रवाना होना है।
काठमांडू टिकट का खेल
8 दिसंबर को, टर्मिनल 3 पर इंद्रजीत और दिलराज की मुलाकात हुई। इस दौरान, इंद्रजीत ने दिलराज को उसका पासपोर्ट और एक एयर टिकट थमाया। जब दिलराज ने टिकट देखा, तो उसमें डेस्टिनेशन के तौर पर काठमांडू एयरपोर्ट लिखा था। हैरानी जताने पर इंद्रजीत ने उसे टिकट लेकर बोर्डिंग गेट पर पहुंचने की हिदायत दी, यह कहते हुए कि आगे की बात वहीं बताएगा।
इंद्रजीत दिलराज का सामान लेकर एयरपोर्ट के अंदर चला गया। दिलराज ने काठमांडू की टिकट पर चेकइन, इमिग्रेशन चेक, और सिक्योरिटी क्लियरेंस पूरा किया। सिक्योरिटी होल्ड एरिया (SHA) में एक बार फिर दोनों की मुलाकात हुई। यहां इंद्रजीत ने उसे कनाडा जाने वाली फ्लाइट का बोर्डिंग पास और अपना ग्रीन कार्ड सौंप दिया। इसके बाद इंद्रजीत काठमांडू फ्लाइट के बोर्डिंग पास के साथ वहां से निकल गया।
कनाडा में पकड़ा गया खेल
दिलराज फ्लाइट में सवार होकर कनाडा पहुंचा। लेकिन कनाडा एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन चेक के दौरान उनकी धोखाधड़ी पकड़ ली गई। पूछताछ के बाद दिलराज को भारत डिपोर्ट कर दिया गया। दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पहुंचने पर दिलराज को हिरासत में ले लिया गया और पुलिस को सौंप दिया गया।
पुलिस की जांच और मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी
दिलराज के कबूलनामे के आधार पर IGI एयरपोर्ट पुलिस ने इंद्रजीत की तलाश शुरू की। डीसीपी उषा रंगनानी के निर्देश पर एसएचओ की लीडरशिप में इंस्पेक्टर सतीश और हेड कांस्टेबल विनोद की टीम ने टेक्निकल सर्विलांस और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से इंद्रजीत का ठिकाना ढूंढ निकाला। 16 दिसंबर को पुलिस ने इंद्रजीत को गिरफ्तार कर लिया।
इंद्रजीत की कहानी
पूछताछ में इंद्रजीत ने बताया कि वह 2017 में गैरकानूनी तरीके से अमेरिका गया था। वहां पांच साल रहने के बाद उसे ग्रीन कार्ड मिल गया। अमेरिका में वह एजेंटों के संपर्क में आया, जो लोगों को विदेश भेजने और नौकरी दिलाने के नाम पर ठगते थे। रुपयों के लालच में उसने भी उनके साथ काम करना शुरू कर दिया।
जुलाई 2023 में अपनी दादी की मृत्यु के कारण वह भारत लौट आया। पंजाब लौटने के बाद उसने इम्पैक्ट आर्ट थिएटर मोहाली में एक्टिंग सीखना शुरू किया। उसने एक पंजाबी वेब सीरीज में भी काम किया, जो जल्द ही रिलीज होने वाली है।
मामला दर्ज, दोनों गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में दिलराज और मास्टरमाइंड इंद्रजीत के खिलाफ धोखाधड़ी और मानव तस्करी की धाराओं में केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है।