Haryana
Haryana में ठंड बढ़ी, स्मॉग और प्रदूषण से स्थिति गंभीर
Haryana के कई जिलों में ठंड का असर तेज़ हो गया है। तापमान में गिरावट और बढ़ती धुंध ने विजिबिलिटी कम कर दी है। धुंध के कारण वाहन चालकों को दिन में भी लाइट जलानी पड़ी।
तापमान में गिरावट
राज्य में तापमान में 4.4 डिग्री सेल्सियस तक की कमी दर्ज की गई है।
भिवानी में न्यूनतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 9.7 डिग्री सेल्सियस कम है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 12 से 16 नवंबर के बीच दो पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव और वातावरण में बढ़ी नमी के कारण स्मॉग की स्थिति बनी।
धूल और प्रदूषक तत्व निचले वातावरण में संघनित हो गए, जिससे दिन-रात के तापमान में कमी आई।
मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार:
21 नवंबर तक Haryana में मौसम शुष्क रहेगा।
उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते स्मॉग में कमी आने और रात का तापमान और गिरने की संभावना है।
22 नवंबर रात से एक और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम में बदलाव हो सकता है।
प्रदूषण का स्तर खतरनाक
Haryana में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
बहादुरगढ़ 445 एक्यूआई के साथ राज्य का सबसे प्रदूषित शहर रहा।
अन्य शहरों में दिल्ली, भिवानी, और बीकानेर का नाम शामिल है।
पहली बार हरियाणा के किसी शहर का एक्यूआई 400 से अधिक दर्ज किया गया।
स्कूलों की छुट्टियां
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कुछ जिलों में प्रशासन ने कदम उठाए हैं:
झज्जर, रोहतक, पानीपत: 5वीं कक्षा तक के स्कूल बंद।
नूंह: 18 से 22 नवंबर तक छुट्टी।
सोनीपत: 18 नवंबर को स्कूल बंद।
सावधानी और सुझाव
बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
खुले में व्यायाम और अत्यधिक बाहरी गतिविधियों से बचें।
बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
हरियाणा में ठंड और प्रदूषण का असर लोगों की दिनचर्या पर गहरा प्रभाव डाल रहा है। सरकार और प्रशासन इस चुनौती से निपटने के लिए सक्रिय कदम उठा रहे हैं।