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Uttar Pradesh

महाकुंभ में VIP प्रोटोकॉल पर लगा कड़ा प्रतिबंध, योगी सरकार का बड़ा फैसला

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महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद, योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक अहम निर्णय लिया है। अब महाकुंभ में होने वाले सभी अमृत और प्रमुख स्नान के दौरान VIP प्रोटोकॉल पर कड़ा प्रतिबंध लगाया जाएगा। इसका मतलब यह है कि इन खास स्नान अवसरों पर किसी भी प्रकार के VIP मूवमेंट पर रोक रहेगी।

इस फैसले के बारे में योगी सरकार ने एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि यह निर्णय आम श्रद्धालुओं की असुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

सरकार ने जारी किया बयान
बयान में कहा गया, “CM योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर, अमृत स्नान और प्रमुख स्नान पर्वों और उनके आसपास की तिथियों पर मेला प्रशासन किसी प्रकार का VIP प्रोटोकॉल लागू नहीं करेगा।” बयान में यह भी स्पष्ट किया गया कि इस फैसले के बाद आम श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के मेला क्षेत्र में आ-जा सकेंगे।

सख्ती से लागू करने की घोषणा
हालांकि, महाकुंभ के पहले ही चरण में सरकार ने अमृत स्नान और अन्य प्रमुख स्नानों के दौरान विशिष्ट व्यक्तियों के आवागमन पर रोक लगाने का सर्कुलर जारी किया था, अब इसे सख्ती से लागू करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।

इसमें कहा गया है कि बसंत पंचमी (3 फरवरी), माघी पूर्णिमा (12 फरवरी) और महाशिवरात्रि (12 फरवरी) के दौरान, और इसके एक दिन पहले और बाद, प्रयागराज में VIP और VVIP प्रोटोकॉल नहीं मिलेगा। इसके अलावा, सरकार ने स्पष्ट किया कि VIP या VVIP के आगमन की सूचना एक हफ्ते पहले दी जानी चाहिए।

महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ के कारण हुए दर्दनाक हादसे के बाद सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। इस भगदड़ में 30 लोगों की जान चली गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए। रात के समय अत्यधिक भीड़ और भगदड़ के कारण हालात बेकाबू हो गए थे। CM योगी ने इस घटना पर दुख जताते हुए न्यायिक जांच का आदेश दिया है, और मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।

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