Connect with us

Uttar Pradesh

UP में बदला मौसम का मिजाज, 45 जिलों में अलर्ट; सीएम योगी ने दिए राहत कार्य तेज़ करने के निर्देश।

Published

on

UP के कई हिस्सों में मौसम ने अचानक करवट ली है। राज्य के 45 से अधिक जिलों में तेज़ हवाओं और हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, कुछ क्षेत्रों में बूंदाबांदी के साथ वज्रपात और ओलावृष्टि की भी आशंका है।

इस संभावित आपदा को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को अलर्ट रहने और तत्काल राहत कार्यों के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि अधिकारी क्षेत्रीय भ्रमण कर स्थिति का जायज़ा लें और जरूरतमंदों को तुरंत मदद पहुंचाई जाए।

इन हालातों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य प्रशासन को पूरी तरह अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। सीएम ने सभी जिलों के डीएम, एसपी और संबंधित विभागों को स्पष्ट तौर पर कहा है कि आपदा की स्थिति में त्वरित राहत कार्य संचालित किए जाएं और जनहानि को हर हाल में रोका जाए।


कहां-कहां अलर्ट

मौसम विभाग के अनुसार चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बांदा, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर, कानपुर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, मेरठ, बुलंदशहर, अलीगढ़, इटावा, औरैया और बिजनौर में बूंदाबांदी और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया गया है।

सीएम ने दिए राहत कार्यों को लेकर विशेष निर्देश

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जिलों में आंधी और बारिश का असर देखा जा रहा है, वहां के प्रशासनिक अधिकारी तत्काल फील्ड में जाएं और स्थिति का जायज़ा लें। उन्होंने कहा कि यदि कहीं जनहानि या पशुहानि होती है, तो प्रभावितों को तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए।

घायलों के इलाज में न हो देरी

सीएम योगी ने निर्देशित किया है कि आपदा में घायल लोगों को त्वरित चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराई जाए। सभी जिला अस्पतालों को अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में फौरन इलाज संभव हो सके।


फसलों के नुकसान का होगा सर्वे

इस समय प्रदेश में रबी सीजन की फसल विशेष रूप से गेहूं की कटाई और खरीद चल रही है। बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान की आशंका है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि कृषि एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीमें गांव-गांव जाकर सर्वे करें और नुकसान की रिपोर्ट शासन को भेजें ताकि किसानों को समय पर मुआवजा मिल सके।

सरकारी गेहूं क्रय केंद्रों पर रखें विशेष ध्यान

सीएम ने कहा कि वर्तमान में गेहूं की खरीद प्रक्रिया चल रही है और बारिश के चलते खुले में रखा गया गेहूं खराब हो सकता है। इसलिए सभी मंडियों और क्रय केंद्रों पर भंडारण व्यवस्था को मजबूत किया जाए और अनाज को सुरक्षित रखने की पुख्ता व्यवस्था की जाए।

जल निकासी की व्यवस्था पर विशेष जोर

जहां भी जलभराव की स्थिति बन रही हो, वहां तत्काल जल निकासी कराई जाए। मुख्यमंत्री ने स्थानीय निकायों को अलर्ट करते हुए कहा है कि वे पंप सेट और अन्य साधनों की सहायता से जल जमाव को शीघ्र हटाने का काम करें।

लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि शासन स्तर से लगातार जिलों की मॉनिटरिंग की जा रही है और किसी भी प्रकार की शिथिलता पर कड़ी कार्रवाई होगी।

author avatar
Editor Two
Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement