Uttar Pradesh
UP के DGP ने परीक्षा केंद्र का किया निरीक्षण, कहा- कि यह देश सबसे बड़ी पुलिस परीक्षा है, हम इस परीक्षा को कराने में सफल रहे
UP में पुलिस अधिकारी बनने के लिए परीक्षा देने वालों के लिए आज आखिरी दिन है। परीक्षा के दौरान हर चीज की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई गार्ड मौजूद हैं। आज परीक्षा दो भागों में हो रही है और पहला भाग पहले ही समाप्त हो चुका है। यह परीक्षा आज से चार दिन पहले से चल रही है। पुलिस प्रमुख प्रशांत कुमार ने उन जगहों का निरीक्षण किया जहां परीक्षा हो रही है। उन्होंने कहा कि यह पूरे देश की सबसे बड़ी पुलिस परीक्षा है और उन्होंने इसे आयोजित करने में बहुत अच्छा काम किया है।
उत्तर प्रदेश में नए पुलिस अधिकारियों की भर्ती के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा हो रही है। सब कुछ ठीक से हो यह सुनिश्चित करने के लिए डीजीपी प्रशांत कुमार ने लखनऊ के तेलीबाग स्थित राम भरोसे मैकू लाल इंटर कॉलेज में परीक्षा केंद्र का दौरा कर सभी को चौंका दिया। उन्होंने परीक्षा को निष्पक्ष और ईमानदारी से कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह देश और दुनिया की सबसे बड़ी पुलिस परीक्षाओं में से एक है और इसे सुरक्षित तरीके से आयोजित करने में उन्हें खुशी है।
सरकार चाहती है कि यह भर्ती प्रक्रिया निष्पक्ष हो ताकि केवल सर्वश्रेष्ठ छात्रों को ही नौकरी मिले। इस परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले बच्चे समुदाय की मदद करेंगे और अगले 40 वर्षों तक पुलिस विभाग में काम करेंगे! परीक्षा देने वाले स्थानों की जांच करने के लिए एक यात्रा के दौरान, डीजीपी ने उल्लेख किया कि अभी, वे 60,000 से अधिक नए कर्मचारियों को काम पर रख रहे हैं।
अगले साल, वे विभाग के लिए कुल 100,000 लोगों को काम पर रखने की योजना बना रहे हैं। यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के चौथे दिन, उत्तर प्रदेश के 67 क्षेत्रों में 1,174 स्थानों पर लगभग 691,936 लोगों ने परीक्षा दी। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सब कुछ ठीक रहा, पुलिस ने परीक्षा में नकल करने की कोशिश कर रहे कुछ लोगों को पकड़ा और उनमें से 22 को गिरफ्तार किया, साथ ही नकल के प्रयासों के बारे में 19 रिपोर्ट भी दर्ज कीं।
Uttar Pradesh
Jalaun में बहन की शादी से पहले भाई की उठी अर्थी, हार्ट अटैक से हुई मौत
उत्तर प्रदेश के Jalaun जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सिरसा कलार के ग्राम बड़ी मडइया में बहन की शादी की खुशियों के बीच परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिवार के लोग शादी की तैयारियों में जुटे हुए थे, लेकिन बीती रात कमलेश राजपूत के बड़े बेटे ओमबाबू राजपूत को अचानक सीने में तेज दर्द हुआ। उसे तुरंत इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने हालत नाजुक देखते हुए उरई के मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि ओमबाबू को हार्ट अटैक आया था और उन्हें मृत घोषित कर दिया। भाई की मौत की खबर से शादी की खुशियां मातम में बदल गईं।
शादी का घर बना मातम का गवाह
22 नवंबर को कमलेश राजपूत की बेटी खुशबू की शादी थी। घर में चारों तरफ शहनाई बज रही थी और परिवार खुशी में डूबा था। ओमबाबू भी अपनी बहन की शादी को लेकर बेहद उत्साहित थे और तैयारियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे थे। लेकिन जिस चौखट से बेटी की डोली उठनी थी, वहां से अब भाई की अर्थी उठी।
गांव में छाया गम का माहौल
ओमबाबू की मौत ने पूरे गांव को शोक में डाल दिया। कुछ ही मिनटों में माहौल मातम में बदल गया। घर की शहनाई की गूंज अब मातम के गम में बदल चुकी थी। परिवार और गांव वालों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। इस घटना ने शादी की खुशियों को ऐसा झटका दिया, जिसे परिवार शायद ही कभी भुला सके।
Uttar Pradesh
Hazratganj: अतिक्रमण को लेकर दो गुटों में झगड़ा, पुलिस और नगर निगम की उदासीनता पर सवाल
बुधवार दोपहर Hazratganj के नवल किशोर रोड पर अतिक्रमण को लेकर हुए विवाद ने बवाल का रूप ले लिया। लीला सिनेमा के सामने एक समोसे की दुकान से शुरू हुई कहासुनी ने जल्द ही हिंसक झगड़े का रूप ले लिया। हालांकि, पुलिस तब मौके पर पहुंची जब मामला शांत हो चुका था।
कैसे हुआ विवाद?
दोपहर करीब दो बजे, समोसा खाने आए एक युवक और दुकान मालिक के बीच पार्किंग को लेकर बहस हो गई।
युवक ने दुकान मालिक को टोकते हुए कहा कि उसकी दुकान भी सड़क पर अवैध रूप से लगाई गई है।
कहासुनी मारपीट में बदल गई, जिसमें दुकानदार और उसके कर्मचारियों ने युवक को पीटा।
युवक ने अपनी टीम बुला ली, और फिर दुकान मालिक के कर्मचारियों पर हमला किया गया।
इस दौरान युवक के साथी दो समूहों में बंट गए। एक टीम विष्णु नारायण इंटर कॉलेज की ओर गई, जबकि दूसरी टीम लीला सिनेमा की ओर दौड़ पड़ी। सड़कों पर यह झगड़ा देखने वालों के लिए अराजकता का माहौल पैदा कर गया।
अतिक्रमण बना झगड़े की जड़
स्थानीय निवासियों और व्यापारियों के अनुसार, नवल किशोर रोड पर अतिक्रमण की समस्या लगातार बढ़ रही है।
सड़क पर खुले दफ्तर, दुकानें और वेंडरों के कारण रास्ता संकरा हो गया है।
वाहन सड़क पर खड़े रहते हैं, जिससे जाम की स्थिति बन जाती है।
बिना वेंडिंग ज़ोन के दुकानों और ठेलों ने सड़क के एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर रखा है।
प्रशासन की उदासीनता
अतिक्रमण हटाने में नगर निगम और पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम अवैध कब्जों को हटाने में पूरी तरह लापरवाह है।
पुलिस भी इन मामलों में मौन बनी रहती है, जिससे विवाद और झगड़ों की घटनाएं बढ़ रही हैं।
यातायात और सुरक्षा पर असर
अतिक्रमण के कारण नवल किशोर रोड पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
सड़क पर एक वाहन निकलने भर की जगह ही बचती है।
यदि कोई वाहन गलत दिशा से आ जाए तो जाम लगना तय है, जो अक्सर विवाद का कारण बनता है।
पूड़ी-सब्जी और समोसे की दुकानों के बाहर खड़े ग्राहकों और वाहनों से समस्या और गंभीर हो जाती है।
निवासियों की मांग
स्थानीय लोगों ने नगर निगम और पुलिस से अतिक्रमण हटाने की सख्त मांग की है।
यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो सड़क पर झगड़े और जाम की समस्या गंभीर रूप ले सकती है।
प्रशासन को वेंडिंग जोन बनाकर दुकानों और ठेलों को व्यवस्थित करना चाहिए।
Uttar Pradesh
Bihar के हत्या आरोपी, साधु के भेष में लूट करते गोरखपुर में गिरफ्तार
Bihar में हत्या के आरोपी, साधु के भेष में गोरखपुर में लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। तारामंडल के यशोधरा कुंज इलाके में एक महिला से लूट करने के बाद रामगढ़ताल पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इनकी पहचान बिहार के जहानाबाद जिले के काको थाना क्षेत्र के हाजीपुर नदियावा निवासी पारस नट उर्फ लाठौर, गेंहरी नट, मारकण्डेय नट और परमिला उर्फ संतरा के रूप में हुई है। परमिला जोगी उर्फ योगी नट की पत्नी है, जबकि जोगी और पारस नट अगस्त में बिहार में हत्या करने के बाद फरार हो गए थे। पुलिस अब जोगी की तलाश में जुटी है।
लूट की घटना का तरीका
19 नवंबर को यशोधरा कुंज की निवासी साधना सिंह ने रामगढ़ताल थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि सुबह करीब 10 बजे, दो अज्ञात व्यक्ति उनके कमरे के सामने भीख मांगने के लिए आए। ये दोनों साधु के भेष में थे और कामाख्या देवी के नाम पर कुछ चावल देने के बहाने उनके गहनों को चुराने का प्रयास कर रहे थे। आरोपितों ने चावल के साथ उनका मंगलसूत्र, कान की बालियां और अंगूठी रखवा दी और दावा किया कि इससे उनके धन में वृद्धि होगी।
कुछ देर बाद जब महिला ने चावल के साथ रखी पोटली खोली, तो उसमें मिट्टी जैसा पदार्थ निकला। शोर मचाने पर वही गिरिजा देवी नाम की महिला भी वहां आईं और बताया कि उनके साथ भी यही घटना घटी थी।
पुलिस की कार्रवाई
शिकायत मिलने के बाद रामगढ़ताल पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि ये आरोपी साधु के भेष में घूमते थे और महिलाओं को झांसा देकर उनके गहनों को चुराते थे। गिरफ्तार आरोपितों से पुलिस ने दो मंगलसूत्र, एक जोड़ी कान की बालियां, 27 ताबीज, 14 पीली धातु, चार अंगूठियां और 40 सफेद धातु की अंगूठियां बरामद की हैं।
पुलिस ने आरोपितों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है, जबकि फरार आरोपित जोगी उर्फ योगी नट की गिरफ्तारी के लिए एक टीम उसकी तलाश कर रही है।
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