Punjab
Punjab सरकार की “जीवनजोत परियोजना” से बाल भिक्षावृत्ति के उन्मूलन की पहल
Punjab सरकार बाल भिक्षावृत्ति जैसी सामाजिक बुराई को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी उद्देश्य से सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा “जीवनजोत परियोजना” चलाई जा रही है। इस योजना का मकसद बाल भिखारियों को बचाना, उनका पुनर्वास करना और उन्हें शोषण-मुक्त जीवन जीने का अवसर प्रदान करना है। यह जानकारी पंजाब की कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने साझा की।
बाल भिक्षावृत्ति के उन्मूलन की दिशा में अभियान
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि जीवनजोत परियोजना के तहत पूरे राज्य में एक व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों के बचपन को सुरक्षित बनाना और उन्हें बेहतर भविष्य की ओर प्रेरित करना है। यह अभियान हर माह के दूसरे सप्ताह में आयोजित किया जाता है।
अभियान के तहत अब तक की उपलब्धियां
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि जुलाई से अब तक इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न जिलों में 187 बच्चों को बचाया गया है। इनमें से:
18 बच्चों को आश्रय की कमी के कारण राज्य द्वारा संचालित बाल गृहों में भेजा गया, जहां उन्हें शिक्षा, भोजन और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
बाकी बच्चों को बाल कल्याण समिति की देखरेख में उनके माता-पिता को सौंपा गया।
80 बच्चों का विद्यालय में नामांकन कराया जा रहा है।
03 बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में दाखिला दिलाया गया।
किशोर न्याय अधिनियम के तहत सुविधाएं
मंत्री ने बताया कि राज्य में किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 के तहत 07 सरकारी और 39 पंजीकृत गैर-सरकारी बाल गृह संचालित किए जा रहे हैं। इन संस्थानों में अनाथ, निराश्रित और शोषित बच्चों को आश्रय, शिक्षा और संरक्षण प्रदान किया जा रहा है।
नागरिकों से अपील
कैबिनेट मंत्री ने जनता से अपील की कि यदि उनके आसपास बाल भिक्षावृत्ति से संबंधित कोई मामला नजर आए, तो इसकी सूचना तुरंत:
जिला बाल संरक्षण इकाई
बाल कल्याण समिति
चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098
पर दें। यह सभी प्रयास बच्चों को उनके अधिकारों और एक सुरक्षित जीवन की ओर वापस लाने में मदद करेंगे।
डॉ. बलजीत कौर ने दोहराया कि पंजाब सरकार राज्य में बाल भिक्षावृत्ति को पूरी तरह खत्म करने और बच्चों को एक उज्ज्वल भविष्य देने के लिए प्रतिबद्ध है। “जीवनजोत परियोजना” इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो बच्चों को उनकी खोई मुस्कान वापस दिलाने का प्रयास कर रही है।