Punjab
Chandigarh में 24 जनवरी को मेयर चुनाव, आम आदमी पार्टी की भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या की साजिश का आरोप
Chandigarh में नए मेयर का चुनाव 24 जनवरी को आयोजित होगा। इस सिलसिले में एक अधिसूचना जारी की गई है, जिसमें सीनियर डिप्टी और डिप्टी मेयर के चुनाव भी एक साथ होंगे। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 20 जनवरी तय की गई है। प्रशासन ने डॉ. रमणीक सिंह बेदी को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया है।
पिछले साल चुनाव के दौरान पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह द्वारा की गई अनियमितताओं को लेकर विवाद पैदा हुआ था, जिससे चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठे थे। इस बार प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए डॉ. बेदी को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया, जिन्हें निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
Chandigarh के सह-प्रभारी और पंजाब जल आपूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड के अध्यक्ष, एसएस अहलूवालिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ निगम के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव 24 जनवरी को कराने का निर्णय लिया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि पार्टी इस अधिसूचना के खिलाफ अदालत जाएगी। भाजपा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर चंडीगढ़ निगम में लोकतंत्र को समाप्त करने की साजिश रची है।
उन्होंने बताया कि सरकारी दबाव के कारण मेयर का कार्यकाल 11 महीने कर दिया गया, जबकि कानून के अनुसार यह एक साल का होना चाहिए था। मेयर कुलदीप कुमार का कार्यकाल 19 फरवरी को समाप्त होने वाला था, लेकिन भाजपा ने इसे एक महीने पहले समाप्त कर दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछले साल मेयर चुनाव में भाजपा के पीठासीन अधिकारी ने अनिल मसीह ने कुलदीप कुमार के वोट को खारिज करके लोकतंत्र की हत्या की थी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की गई थी।
डॉ. अहलूवालिया और ‘आप’ के चंडीगढ़ अध्यक्ष विजयपाल ने कहा कि इस बार भी भाजपा ने मेयर चुनाव में लोकतंत्र की हत्या करने की साजिश रची है, जिसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा देशभर में लोकतंत्र को समाप्त करने की कोशिश कर रही है, और इसके कई उदाहरण हाल में सामने आए हैं।
यह भी दुखद है कि प्रशासन ने मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में गुप्त मतदान की बजाय हाथ उठाकर मतदान की मांग को खारिज कर दिया। पिछले साल गुप्त मतदान के दौरान पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह ने मेयर कुलदीप कुमार के वोट को खारिज कर दिया था, जिससे यह साफ संकेत मिलता है कि दोबारा चुनाव कराने की योजना एक बड़ी साजिश हो सकती है। आम आदमी पार्टी इस मामले में अदालत जाएगी और चंडीगढ़ की जनता के साथ अन्याय नहीं होने देगी।