Punjab
8 दिसंबर को Delhi की ओर कूच करेंगे किसान, शांतिपूर्ण मार्च करेंगे, सरकार से समाधान की उम्मीद
पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को आज Delhi की ओर कूच करने की योजना को स्थगित करना पड़ा। दोपहर 1 बजे, 101 स्वयंसेवकों का एक जत्था Delhi की ओर रवाना हुआ, लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें सीमा पार करने से रोक दिया। किसानों ने बैरिकेड और कंटीले तार हटाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया।
घायलों की बढ़ती संख्या, आंदोलन स्थगित
शंभू बॉर्डर पर अब तक 14 किसान घायल हो चुके हैं, जिनमें से एक गंभीर किसान को पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किसानों ने घायलों की स्थिति को देखते हुए दिल्ली कूच का फैसला आज के लिए स्थगित कर दिया।
8 दिसंबर को नया मार्च तय
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने घोषणा की है कि अब 101 किसानों का एक समूह 8 दिसंबर को दोपहर 12 बजे दिल्ली की ओर मार्च करेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से बातचीत के लिए 7 दिसंबर का दिन तय किया गया है। “हम सरकार से टकराव नहीं चाहते। यदि बातचीत होती है, तो समाधान की उम्मीद है,” उन्होंने कहा।
पुलिस की सख्ती और इंटरनेट सेवाओं पर रोक
पुलिस का कहना है कि किसानों को तभी आगे बढ़ने दिया जाएगा जब वे Delhi पुलिस से अनुमति प्राप्त करेंगे। स्थिति को देखते हुए अंबाला के कई क्षेत्रों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं 9 दिसंबर तक बंद कर दी गई हैं। इनमें डंगडेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, ददियाना, बड़ी घल, लहरासा, कालू माजरा, देवी नगर, सद्दोपुर, सुल्तानपुर और काकरू शामिल हैं।
प्रदर्शनकारियों का आरोप: मिर्च पाउडर स्प्रे का इस्तेमाल
प्रदर्शन के दौरान एक किसान बैरिकेडिंग पर बने शेड पर चढ़ गया, जिसे पुलिस ने चेतावनी देकर नीचे उतारा। इससे पहले, जब कुछ किसान लोहे की ग्रिल पर चढ़े, तो पुलिस ने उन पर स्प्रे किया, जिससे किसानों की आंखों में जलन हुई। किसानों का आरोप है कि इस स्प्रे में काली मिर्च पाउडर का इस्तेमाल किया गया था।
आंदोलन जारी, हल की प्रतीक्षा
किसानों ने स्पष्ट किया है कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक उनकी मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लिया जाता। फिलहाल, सभी की नजरें 8 दिसंबर को प्रस्तावित दिल्ली मार्च और सरकार के साथ होने वाली बातचीत पर टिकी हैं।