Punjab
मुख्यमंत्री Bhagwant Singh Mann ने श्री अमृतसर साहिब में कवि सुरजीत सिंह पातर की याद में हुए कार्यक्रम में की शिरकत
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मुख्यमंत्री Bhagwant Singh Mann आज पंजाब के गुरुओं की नगरी श्री अमृतसर साहिब में प्रसिद्ध कवि सुरजीत सिंह पातर की याद में करवाए गए कार्यक्रम में शामिल हुए। यह कार्यक्रम जीएनडीयू यूनिवर्सिटी, अमृतसर में आयोजित किया गया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री कुलदीप धालीवाल और अन्य प्रमुख नेता और अधिकारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम में कवि सुरजीत सिंह पातर का परिवार भी उपस्थित था।
Bhagwant Singh Mann ने घोषणा की कि जीएनडीयू यूनिवर्सिटी, अमृतसर में “सुरजीत पातर एथिकल एआई सेंटर” की स्थापना की जाएगी। उन्होंने यूनिवर्सिटी के चांसलर से कहा कि वे इसकी रूपरेखा तैयार करें, ताकि सरकार इसे साकार कर सके। केंद्र में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उन्होंने कहा कि यह हमारी सरकार का कर्तव्य है।
कवि सुरजीत सिंह पातर के योगदान को याद किया गया
मुख्यमंत्री मान ने कहा, “पातर साहिब ने पंजाबी भाषा और साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भविष्य में हम ‘सुरजीत पातर यादगारी पुरस्कार’ भी शुरू करेंगे। यह पुरस्कार नए कवियों को दिया जाएगा।” मुख्यमंत्री ने पातर साहिब के साथ बिताए पलों को भी याद किया।
पातर साहिब की कविताओं से मिली प्रेरणा
मुख्यमंत्री ने कहा, “आज हम यहां प्रसिद्ध कवि सुरजीत पातर की याद में एकत्र हुए हैं। उन्होंने कविता को एक नया आयाम दिया। 1993 में जब मैं कला के क्षेत्र में अपना करियर बनाने लुधियाना गया, तो पातर साहिब से अक्सर मुलाकात होती थी। कॉलेज के दिनों में हम उनकी किताबें पढ़ा करते थे।”
मुख्यमंत्री मान ने आगे कहा, “पातर साहिब ने मुझे हमेशा प्रेरित किया। एक बार मैंने उन्हें एक कविता सुनाई, तो उन्होंने मेरी बहुत तारीफ की। उनकी कविताओं में वह सब कुछ था, जो मनुष्य को चाहिए। उनकी मृत्यु मेरे लिए गहरा आघात थी।”
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि पातर साहिब जैसे कवि पंजाब की शान हैं और उनकी कविताएं हमेशा नई पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेंगी।