Punjab
कनाडा के बाद अब लंदन की संसद में हिंदु फोबिया के खिलाफ प्रस्ताव
लंदन : कनाडा की संसद में हिंदू फोबिया के खिलाफ पटीशन को सदन के पटल पर रखे जाने के अगले दिन ही लंदन की विधानसभा में ब्रंट एंड हैरो विधानसभा सीट से विधायक केरूपेश हिरानी ने हिंदू फोबिया के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया है। सदन में अपने संबोधन के दौरान हिरानी ने कहा कि इंगलैंड और वेल्स में आए क्राइम सर्वे के नतीजों के मुताबिक हिंदु धार्मिक रूप से निशाने पर लिए जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा समुदाय है और हिंदुओं के खिलाफ होने वाले हेट क्राइम की वारदातों को पुलिस भी गंभीरता से नहीं लेती। लिहाजा लंदन की असैंबली ने इस दिशा में गंभीरता से सोचना शुरू किया है और विधानसभा की तरफ से कहा गया है कि मैट्रो पोलिटन पुलिस इस मामले में समुदाय के नेताओं के साथ मिलकर काम करे ताकि उन्हें हिंदुओं के खिलाफ होने वाले घृणा अपराध के खिलाफ शिकायत करने के प्रति जागरूक किया जा सके।
अपने प्रस्ताव में हिरानी ने कहा कि लंदन में हिंदु फोबिया के खिलाफ कोई जगह नहीं है, लेकिन इसके बावजूद पिछले कुछ महीनों में हिंदुओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं में वृद्धि हुई है। धार्मिक आधार पर हिंदुओं को निशाने पर लिया जा रहा है, लेकिन पुलिस के आंकडो़ं में इस बात का जिक्र नहीं आता। लिहाजा पुलिस को इस तरह के मामले में पहले अपने रिकार्ड पर लेकर आना चाहिए और उसके बाद इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। विधानसभा में इस बात पर भी चर्चा हुई कि लंदन के गृह विभाग के मुताबिक 2022-23 में हिंदुओं के खिलाफ अपराध की 291 घटनाएं दर्ज हुई हैं और यह इंगलैंड और वेल्स में हुई अपराध की कुल घटनाओं का 3 फीसदी बनती हैं। पिछले साल हिंदुओं के खिलाफ अपराध की 161 घटनाएं हुई थीं। इन आंकड़ों से पता चलता है कि हिंदुओं के खिलाफ भेदभाव और अपराध की घटनाओँ में लगातार वृद्धि हो रही है और 2015 के बाद से इसमें ज्यादा तेजी आई है। हालांकि पुलिस के क्राइम डैश बोर्ड में धार्मिक आधार पर किए जाने वाले अपराधों का आंकड़ा नहीं है। विधानसभा की ओर से मैट्रो पोलिटन पुलिस सर्विस को कहा गया है कि वह धर्म के आधार पर हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अपराध के आंकड़ों को भी मैंटेन करे।