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Rajasthan: मै आगे की पढ़ाई नहीं करना चाहता, मां में घर छोड़ कर जा रहा हूं, NEET की तैयारी कर रहे छात्र ने परिवार को लिखा पत्र

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Rajasthan के कोटा में एक अजीब मामला सामने आया है | जहां एक 19 वर्षीय छात्र ने अपने परिवार को एक पत्र लिखा। पत्र में छात्र ने लिखा कि मैं घर छोड़ रहा हूं, मैं आगे पढ़ाई नहीं करना चाहता। मेरे पास कम से कम 8 हजार रुपये हैं और मैं पांच साल के लिए घर छोड़ रहा हूं| छात्र ने आगे लिखा कि मैं अपना फोन बेचकर सिम तोड़ रहा हूं और मां से कहूंगा कि वह टेंशन न लें। मैं कोई गलत कदम नहीं उठाऊंगा| मेरे पास सभी के नंबर हैं, जरूरत पड़ने पर मैं खुद फोन कर लूंगा।’

कोटा में 3 साल रहकर निजी कोचिंग से पढ़ाई कर रहा था| 5 मई को उसने नीट का एग्जाम दिया| उसके बाद घर वालों से भी बात हुई | पिता को राजेंद्र ने कहा कि 160 क्वेश्चन वह करके आया है और पेपर अच्छा गया है| 6 मई को राजेंद्र ने अपने बड़े भाई के फोन पर एक मैसेज भेजा |

उसमें उसने लिखा कि – “मैं घर छोड़कर जा रहा हूं, मुझे आगे की पढ़ाई अब नहीं करनी 5 साल बाद घर लौट आऊंगा, मम्मी को कहना वह कोई टेंशन ना ले, मैं कोई भी मैं कोई भी गलत कदम नहीं उठाऊंगा और साल में एक बार फोन जरूर करूंगा”|

यह पत्र बामनवास, गंगारामपुर निवासी राजिंदर मीना ने अपने माता-पिता को लिखा है। मीना कोटा में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट की तैयारी कर रही थी। वहीं, बेटे की चिट्ठी पढ़कर परिवार ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के मुताबिक राजिंदर के पिता जगदीश मीना ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है| परिजनों को उसके लापता होने की जानकारी तब हुई जब उनके मोबाइल पर छात्र का मैसेज आया। राजेंद्र के पिता किसान है और वह खेती करते हैं| 6 मई से ही अपने बेटे को पुलिस के साथ मिलकर ढूंढ रहे हैं|

राजेंद्र के पिता के मुताबिक, उनका बेटा छह मई को लापता हो गया था| वह दोपहर 1.30 बजे कोटा में अपने पेइंग गेस्ट आवास से निकले थे। उसका संदेश मिलने के बाद, उसके परिवार के सदस्यों ने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने से पहले उसकी तलाश शुरू कर दी। फिलहाल राजिंदर का कोई पता नहीं चल पाया है, लेकिन पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है|

हर साल देशभर से लाखों छात्र NEET मेडिकल परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा आते हैं। हालांकि, पिछले कुछ समय से कोटा से भी ऐसी खबरें आ रही हैं, जहां छात्र पढ़ाई का दबाव नहीं झेल पाते और आत्महत्या कर लेते हैं।

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Editor Two
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