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Haryana

Hisar: तालाब में नहाते वक्त दो बच्चे डूबे, हुई मौत, ग्रामीणों ने लाशें निकालीं

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हरियाणा के भिवानी में एक तालाब में डूबने से दो बच्चों की दुखद मौत हो गई। वे गर्मी से राहत पाने के लिए तालाब पर गए थे, लेकिन डूब गए। लोगों ने उन्हें परेशानी में देखा और जल्दी से उन्हें पानी से बाहर निकाला। उन्हें Hisar के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने बताया कि उनकी मौत हो गई है।

रतेरा नामक गांव में एक दुखद घटना हुई, जहां एक लड़की पानी में डूब गई। हमें अभी तक यकीन नहीं है कि दूसरी लड़की भी डूबी है या नहीं।

तालाब में मजदूर खुदाई कर रहे थे।

रतेरा गांव में रहने वाले लोगों के मुताबिक, विराट और लकी नाम के दो बच्चे, जिनकी उम्र करीब 9 साल है, मंगलवार को नहाने के लिए गांव के तालाब में गए थे। तालाब में कुछ जगह ऊंची थी और कुछ जगह गड्ढे थे, क्योंकि गांव वाले तालाब में खुदाई कर रहे थे।

जमीन पानी से भरी हुई थी, जिससे यह पता लगाना मुश्किल हो गया था कि कहां गड्ढे हैं और कहां समतल है। दोनों बच्चे दोपहर 3 बजे घर से निकले थे। जब वे काफी देर तक वापस नहीं आए, तो उनके परिवार ने उनकी तलाश की, लेकिन वे कहीं नहीं मिले।

गायों की देखभाल करने वाले लोगों ने मृत पशुओं को हटाया

गाय की देखभाल करने वाले कुछ लोग अपने पशुओं को पानी पिलाने के लिए तालाब पर गए थे। उन्हें पानी में कुछ तैरता हुआ दिखा और उन्हें एहसास हुआ कि यह किसी व्यक्ति का सिर है। उन्होंने कड़ी मेहनत करके दो बच्चों को तालाब से निकाला और उन्हें हिसार के एक अस्पताल में ले गए।

विराट और लकी को अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया, लेकिन दुख की बात है कि वे दोनों मर गए। अब उनके शवों को जांच के लिए दूसरे अस्पताल ले जाया जाएगा।

विराट के पिता का कुछ साल पहले निधन हो गया था। उनके 2 भाई और एक बहन थी, लेकिन विराट का निधन हो चुका है। लकी अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है और उसकी एक बहन है। विराट और लकी दोनों ही मरने से पहले तीसरी कक्षा में थे।

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अरे बाप ! 400 टायर वाला विशाल Truck, नाम बाहुबली लेकिन इसकी स्पीड कछुए की तरह

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हरियाणा के कैथल जिले में एक बड़ा Truck है जिसकी चर्चा हर कोई कर रहा है। लोग इसे बाहुबली कहते हैं। यह Truck बहुत बड़ा है और इसमें 400 टायर हैं! भले ही इसे बाहुबली कहा जाता है, लेकिन यह कछुए की तरह बहुत धीरे चलता है। इसने गुजरात से हरियाणा के पानीपत तक की अपनी यात्रा करीब एक साल पहले शुरू की थी, लेकिन यह अभी कैथल पहुंचा है। ट्रक बॉयलर के लिए एक पार्ट लेकर अक्टूबर 2023 में कांडला बंदरगाह से रवाना हुआ था, और इसे अभी पानीपत रिफाइनरी तक पहुंचना है।

इस बड़े Truck का वजन 800 टन है, जो बहुत भारी है, खासकर इसके अंदर बॉयलर होने के कारण। जब Truck समतल सड़क पर जा रहा होता है, तो इसे सिर्फ़ एक या दो हेल्पर खींच सकते हैं। लेकिन जब इसे पुल या पहाड़ी पर चढ़ना होता है, तो इसे खींचने के लिए 4 या 5 हेल्पर की ज़रूरत होती है। इस विशालकाय ट्रक को अपनी मंज़िल तक पहुँचने में करीब 13 से 14 महीने लगेंगे। ट्रक के साथ 100 से 200 लोग काम कर रहे हैं, हर कोई इसे आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए अलग-अलग काम कर रहा है। कुछ हेल्पर छोटे ट्रकों में काम करते हैं, और इनमें 4 से 5 लोग होते हैं, जैसे ड्राइवर और उनके हेल्पर।

मुख्य कर्मचारियों के अलावा, अन्य लोग भी हैं जो यह सुनिश्चित करने में मदद करते हैं कि सड़क साफ है, अनुमति प्राप्त करें और पुल का निर्माण करें। यह बड़ा बाहुबली ट्रक हर दिन लगभग 15 से 20 किलोमीटर चल सकता है। अपनी यात्रा के दौरान, इसे लगभग 200 टायर बदलने पड़े जो फट गए। एक टीम भी है जो ट्रक का पीछा करती है ताकि उसमें होने वाली किसी भी समस्या को ठीक करने में मदद मिल सके।

सड़क पर बड़े Truck के चलने से पहले, हेल्पर की एक टीम आगे बढ़ती है और सुनिश्चित करती है कि लगभग 15-20 किलोमीटर तक रास्ता साफ रहे। वे बिजली के तार और अन्य सामान जैसी चीज़ों को हटाते हैं जो रास्ते में आ सकती हैं, साथ ही रेलवे फाटक भी खोलते हैं। यह टीम काम शुरू करने से पहले बिजली और रेलवे के लोगों जैसे विभिन्न समूहों से अनुमति मांगती है। वे ट्रक को शुरू से अंत तक जाने के लिए केंद्र सरकार से विशेष अनुमति भी लेते हैं। ट्रक विभिन्न बड़ी सड़कों, जिन्हें राष्ट्रीय राजमार्ग कहा जाता है, का उपयोग करते हुए, जहां उसे जाना होता है, वहां जाता है।

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Randeep Surjewala ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना, BJP पर लगाए घंभीर आरोप

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कांग्रेस के कुछ लोग इस बात से परेशान हैं कि केंद्र सरकार हरियाणा और पंजाब के किसानों से पर्याप्त मात्रा में चावल नहीं खरीद रही है। राज्यसभा के सदस्य Randeep Surjewala ने कहा कि सरकार किसानों के साथ बुरा व्यवहार कर रही है, क्योंकि उन्होंने कुछ कृषि नियमों का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि दोनों जगहों पर किसानों से चावल खरीदने में लंबा समय लगने का कारण केंद्र सरकार है। Randeep Surjewala का मानना ​​है कि सरकार किसानों के लिए उचित मूल्य पर चावल बेचना मुश्किल बना रही है। उन्हें लगता है कि सरकार निजी कंपनियों की मदद करना चाहती है। कांग्रेस के एक सदस्य ने कहा कि सरकार को 15 नवंबर तक चावल (जिसे धान कहा जाता है) खरीदना समाप्त कर देना चाहिए था।

लेकिन इस साल वे इसे पहले की तुलना में बहुत धीमी गति से खरीद रहे हैं। वे पिछले साल की तुलना में बहुत कम चावल खरीद रहे हैं। सरकार की जानकारी के अनुसार, उन्होंने हरियाणा में अब तक 37 लाख मीट्रिक टन चावल खरीदा है। पिछले साल उन्होंने पूरे सीजन के दौरान 59 लाख मीट्रिक टन खरीदा था। इसका मतलब है कि सीजन के अंत तक वे पिछले साल जितना चावल नहीं खरीद पाएंगे। भारत के पंजाब में सरकार ने इस साल अब तक 49 लाख मीट्रिक टन चावल खरीदा है, जिसे पीआर किस्म कहा जाता है। पिछले साल पूरे सीजन में सरकार ने 111 लाख मीट्रिक टन चावल खरीदा था। इसका मतलब है कि सरकार इस साल पिछले साल से कम चावल खरीदेगी। इस वजह से कुछ किसान अपने चावल को उस कीमत पर नहीं बेच पाएंगे, जो उन्हें आम तौर पर मिलती है।

Randeep Surjewala का कहना है कि यह किसानों की बजाय निजी कंपनियों की मदद करने के लिए हो रहा है। उन्होंने भाजपा से कहा कि उन्हें याद रखना चाहिए कि हरियाणा में चुनाव के दौरान उन्होंने क्या वादा किया था। उन्होंने कहा था कि वे किसानों से 100 किलोग्राम चावल 3100 रुपये में खरीदेंगे। लेकिन अब किसानों को वादे से कम भुगतान मिल रहा है। किसानों को 100 किलोग्राम चावल बेचने पर कम से कम 2300 रुपये मिलने चाहिए, लेकिन उन्हें वह पैसे नहीं मिल रहे हैं। सुरजेवाला ने बताया कि पिछले साल का बचा हुआ चावल अभी भी पंजाब में भंडारण में है, इसलिए इस साल के चावल के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार पिछले कुछ सालों से खाद्यान्न, ईंधन और उर्वरकों की मदद के लिए कम पैसे दे रही है।

सरकार सिर्फ़ उन किसानों से ही नाराज़ नहीं है जो विरोध कर रहे हैं, बल्कि उन लोगों से भी नाराज़ है जो उनकी मदद करते हैं, जैसे मज़दूर और चावल मिल मालिक। किसी ने कहा कि कम किसानों को अपनी फ़सल उचित मूल्य पर बेचने की अनुमति है।

सुरजेवाला ने कहा कि किसानों के पास पर्याप्त मात्रा में गेहूं के बीज, डीएपी और यूरिया नहीं है, जो फ़सल उगाने के लिए ज़रूरी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार पंजाब और हरियाणा राज्यों के 9,000 चावल मिल मालिकों को नुकसान पहुँचाने की कोशिश कर रही है।

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Hisar में व्यक्ति को नौकरी का झांसासे देकर हड़पे 5.23 लाख रुपए

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हरियाणा के Hisar जिले के राजथल गांव के एक व्यक्ति को धोखा देकर बहुत सारा पैसा, 5 लाख रुपये से भी ज़्यादा, दे दिया गया, क्योंकि किसी ने कहा था कि वे उसके बेटे और बेटी को सरकारी नौकरी दिलाने में मदद कर सकते हैं। हांसी शहर की पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है जिसने यह सब किया है।

राजकुमार राजथल गांव में रहता है और हांसी नामक जगह के एक अस्पताल में काम करता है। उसने पुलिस को बताया कि भिवानी में रहने वाले आनंद नाम के एक व्यक्ति ने उसे धोखा दिया। राजकुमार की मुलाकात आनंद से इसलिए हुई क्योंकि आनंद के बच्चे का जन्म उसी अस्पताल में हुआ था जहां राजकुमार काम करता है। राजकुमार ने यह भी बताया कि आनंद की बेटी ने नौकरी के लिए हुए टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन किया था।

एक व्यक्ति जो मुसीबत में था, अक्सर अस्पताल जाता था। जब वह वहां था, तो उसने अपनी बेटी के बारे में बात की कि उसका नाम उन लोगों की सूची में नहीं है जिन्हें कुछ अच्छा मिला है। दूसरे व्यक्ति ने वादा किया कि वह उसका नाम सूची में शामिल करवाने में मदद कर सकता है, लेकिन उसने कहा कि इसके लिए बहुत पैसे लगेंगे – 5 लाख रुपये। फिर, उसने उस व्यक्ति के बेटे से 1 लाख 25 हज़ार रुपये लिए, यह कहते हुए कि यह हरियाणा में एक विशेष कार्यक्रम में नौकरी दिलाने में उसकी मदद करने के लिए है।

एक व्यक्ति ने अपने बेटे और बेटी के लिए फर्जी नौकरी के कागजात देकर गलत काम किया। इसके चलते उसने अलग-अलग हिस्सों में 5 लाख 25 हजार 300 रुपए ठग लिए। जब ​​व्यक्ति ने अपने पैसे वापस लेने की कोशिश की तो वह भड़क गया और अपशब्द कहने लगा। उसने उसके बच्चों और उसे जान से मारने की धमकी भी दी। इस पर व्यक्ति ने पुलिस को पूरी बात बताई। हांसी सिटी पुलिस ने उसकी शिकायत को गंभीरता से लेते हुए केस दर्ज कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी।

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