Haryana
Haryana और यूपी के किसान में हुआ विवाद, मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार
Haryana और यूपी के दो स्थानों के किसानों में इस बात को लेकर मतभेद है कि यमुना नदी के पास की जमीन का मालिक कौन है। हरियाणा के रिसपुर नामक गांव के सरपंच ने इस समस्या पर चर्चा करने के लिए बैठक की और जल्द ही महत्वपूर्ण अधिकारियों से बात करने की योजना बनाई। रिसपुर और यूपी के मावी गांव के किसान आमने-सामने बहस कर रहे हैं। हरियाणा के रिसपुर के किसानों का मानना है कि उनके पास लड्डूपुर नामक गांव में कुछ जमीन है।
इसी समय, यूपी के मावी नामक गांव के कई किसान लाठी और 4-5 ट्रैक्टर लेकर जमीन पर आ गए। उन्होंने अपने ट्रैक्टरों से जमीन जोतना शुरू कर दिया। जब रिसपुर के किसानों ने यह देखा, तो उन्होंने यूपी के किसानों को रोका और कहा, “यह हमारी जमीन है।” यूपी के किसानों ने तर्क दिया कि यह उनकी जमीन है। इस वजह से, रिसपुर और मावी के किसान बहस करने लगे और अपनी लाठी लेकर लड़ने के लिए तैयार हो गए। झगड़े को रोकने के लिए, नायब तहसीलदार कैलाश चंद्र नामक एक स्थानीय अधिकारी मौके पर आए और यूपी के किसानों से बात करने की कोशिश की, लेकिन वे फिर भी नहीं माने।
सनौली खुर्द थाने से इंस्पेक्टर संदीप कुमार को पुलिस टीम के साथ खेतों पर बुलाया गया, लेकिन यूपी के किसान फिर भी मानने को तैयार नहीं हुए। तभी कैलाश चंद्र नाम के एक व्यक्ति ने अपने अधिकारी अमित कुमार को सारी बात बताई और उन्हें आगाह किया कि दो अलग-अलग राज्यों के किसानों के बीच झगड़ा हो सकता है। इसके बाद अमित कुमार ने यूपी में एक अन्य अधिकारी को फोन करके स्थिति बताई।
इसके बाद किसान और यूपी पुलिस वहां से चले गए। कैलाश चंद्र ने बताया कि यूपी के कुछ किसान कुछ जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन अमित कुमार ने यूपी के अधिकारी से बात करके उन्हें वापस भेज दिया। हरियाणा के रिसपुर गांव में राजदीप और नर सिंह नाम के नेताओं ने बैठक की और फैसला किया कि यूपी के किसान जल्द ही जमीन के मुद्दे पर उच्च अधिकारियों से बात करेंगे।