Connect with us

Delhi

आम आदमी पार्टी के सांसद मलविंदर सिंह कंग ने लोकसभा में पेश किया स्थगन प्रस्ताव, Drone के जरिए नशीली दवाओं की तस्करी का उठाया मुद्दा।

Published

on

नई दिल्ली/चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद मलविंदर सिंह कंग ने मंगलवार को लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया, जिसमें पंजाब-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर Drone के जरिए नशीली दवाओं की तस्करी का मुद्दा उठाया। उन्होंने इस समस्या से निपटने के लिए सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर देते हुए संसद में चर्चा की मांग की।

कंग ने कहा, “पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान राज्य में नशीली दवाओं के खिलाफ एक व्यापक अभियान चला रहे हैं, ऐसे में केंद्र सरकार को भी अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रयासों को तेज करना जरूरी है। Drone के जरिए नशीली दवाओं और अवैध हथियारों की तस्करी पंजाब के युवाओं और राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों के लिए बड़ा खतरा बन चुकी है।”

यह स्थगन प्रस्ताव पंजाब सरकार के “युद्ध नशयां विरुद्ध” अभियान के तहत ड्रग तस्करों के खिलाफ की गई सख्त कार्रवाई के बाद पेश किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटांसेज एक्ट (एनडीपीएस) के तहत 988 एफआईआर दर्ज की गईं और 1360 तस्करों की गिरफ्तारी हुई। इसके साथ ही 1035 किलोग्राम हेरोइन, अफ़ीम और अन्य सिंथेटिक ड्रग्स जब्त किए गए हैं, और 6.81 लाख नशीली गोलियां व ₹36 लाख नकद भी बरामद हुए हैं।

कंग ने पंजाब सरकार के इन महत्वपूर्ण प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “पंजाब नशीली दवाओं के खतरे से निपटने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन सीमा की सुरक्षा केंद्र सरकार के जिम्मे आती है। नशीली दवाओं और अवैध हथियारों की तस्करी को रोकना केंद्र की जिम्मेदारी है। बीएसएफ को Drone के खतरे से निपटने और अवैध तस्करी को रोकने के लिए उन्नत तकनीक और संसाधन मुहैया कराए जाने चाहिए।”

सांसद ने यह भी बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कई बार केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर सीमा पार से नशीली दवाओं की तस्करी पर काबू पाने के लिए ठोस कदम उठाने का अनुरोध किया है। इसलिये केंद्र सरकार को इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर उचित कदम उठाने चाहिए, क्योंकि पंजाब की सीमाओं की सुरक्षा केवल पंजाब की नहीं, बल्कि यह राष्ट्रीय महत्व का मुद्दा है।

उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार को नशीली दवाओं के खतरे से निपटने के लिए पंजाब के साथ मिलकर काम करना चाहिए, क्योंकि पंजाब के युवाओं का भविष्य हमारे सामूहिक प्रयासों पर निर्भर करता है। जब तक राज्य सरकार इस लड़ाई में पूरी ताकत से जुटी है, केंद्र सरकार को चुप नहीं रहना चाहिए।

यह स्थगन प्रस्ताव नशीली दवाओं की समस्या से निपटने और नशा मुक्त पंजाब सुनिश्चित करने के प्रति आम आदमी पार्टी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जैसा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है। कंग ने लोकसभा अध्यक्ष से इस चर्चा को प्राथमिकता देने का अनुरोध किया और सभी राजनीतिक दलों से आह्वान किया कि वे युवाओं की सुरक्षा और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए एकजुट होकर काम करें।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement
Punjab13 hours ago

जनता के पैसे से लंदन-कनाडा-दुबई टूर करते थे सुखबीर और कैप्टन, दूसरी और CM मान लेकर आ रहे हैं जापान से रोजगार!

Punjab16 hours ago

Congress की सिख-विरोधी मानसिकता फिर हुई बेनकाब: ‘आप’ ने हरक सिंह रावत को पार्टी से तुरंत निकालने की मांग की

Punjab16 hours ago

सांसद मलविंदर कंग का कांग्रेस पर हमला, कहा- हरक सिंह रावत की ’12 बजे’ वाली टिप्पणी कांग्रेस की सिख विरोधी मानसिकता को दर्शाती है

Punjab16 hours ago

मान सरकार के नेतृत्व में पंजाब बना देश का करियर लीडर, जहां 5,000 से ज़्यादा शिक्षकों को सीधे IIT मद्रास सिखाएगा टॉप 100 हाई-डिमांड जॉब्स।

Punjab17 hours ago

पंजाब सरकार का बड़ा कदम, 2026 तक बेटियों का लिंग अनुपात बढ़ाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का लक्ष्य