Punjab
गर्भवती महिलाओं के लिए Punjab सरकार की बड़ी पहल
Punjab सरकार ने गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने हाल ही में गर्भवती महिलाओं और माताओं के पोषण और अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए 70,000 लाभार्थियों को 28 लाख रुपये की राशि तुरंत जारी करने का आदेश दिया है।
महिलाओं के पोषण और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान
कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि राज्य सरकार गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं की पोषण और स्वास्थ्य स्थिति में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि मातृ वंदना योजना के तहत, चालू वित्तीय वर्ष (अक्टूबर 2024) में 65,478 महिलाओं को उनके पहले बच्चे और दूसरे बच्चे (लड़की) के जन्म पर 22 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।
मातृ वंदना योजना के तहत आर्थिक सहायता
मंत्री ने बताया कि: पहले जीवित बच्चे के जन्म पर 5,000 रुपये (3,000 रुपये + 2,000 रुपये की दो किस्तों में) प्रदान किए जाते हैं। यदि दूसरा बच्चा लड़की है, तो 6,000 रुपये की राशि दी जाती है।
यह सहायता प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत दी जाती है और इसका उद्देश्य महिलाओं को प्रसव के पहले और बाद में आंशिक आर्थिक मुआवजा देकर उनके स्वास्थ्य में सुधार करना है।
लड़कियों के लिंगानुपात में सुधार का प्रयास
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि इस योजना का एक अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य जन्म के समय लड़कियों के लिंगानुपात में सुधार करना है। इसके लिए राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर लाभार्थियों से फार्म भरवाए जा रहे हैं।
सीधे खातों में भुगतान
मंत्री ने कहा कि वित्तीय सहायता का भुगतान सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते या डाकघर खाते में किया जाता है। सहायता प्राप्त करने के लिए लाभार्थी का आधार कार्ड होना अनिवार्य है, जो उनके बैंक खाते से जुड़ा हो।
पात्र लाभार्थियों के लिए निर्देश
मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे पात्र लाभार्थियों के फार्म भरवाने का कार्य सुनिश्चित करें ताकि इस योजना का अधिक से अधिक लाभ दिया जा सके। उन्होंने लाभार्थियों से अपील की कि वे अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के आंगनबाड़ी केंद्र, बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय, या जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय से संपर्क करें।
पंजाब सरकार का यह कदम राज्य की महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण को बेहतर बनाने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है।