Uttar Pradesh
UP में 9 नहीं 8 सीटों पर ही होगी वोटिंग? अगले हफ्ते हो सकता है बड़ा फैसला
कानपुर में नेता रहे इरफान सोलंकी और UP सरकार के मामले में कोर्ट ने दोनों पक्षों की बात सुनी। उन्होंने इस बात पर चर्चा की कि इरफान को जेल में रहना चाहिए या जमानत पर रिहा किया जाना चाहिए। अब कोर्ट कोई भी फैसला लेने से पहले सुनी गई बातों पर विचार करेगा।
इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान और किसी अन्य व्यक्ति की याचिका पर क्या किया जाए, इस पर कोर्ट विचार कर रहा है। उन्होंने अपनी 7 साल की सजा को रोकने और कुछ समय के लिए जेल से बाहर रहने की मांग की है। यूपी सरकार को भी इस बारे में कुछ कहना है और अब सभी को अंतिम फैसले का इंतजार है।
यूपी सरकार के जिम्मेदार लोग चाहते हैं कि 7 साल की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया जाए, यानी व्यक्ति को बाकी की जिंदगी जेल में ही बितानी होगी। लेकिन इरफान सोलंकी और अन्य दोषी अपनी सजा कम करना चाहते हैं।
कोई व्यक्ति कोर्ट से कह रहा है कि अंतिम फैसले का इंतजार करने तक उन्हें रिहा कर दिया जाए। कोर्ट चार दिनों से इस याचिका पर विचार कर रहा है। हाल ही में एक उच्च न्यायालय ने निचली अदालत से कहा कि उन्हें इस बारे में 10 दिन में फैसला लेना है। सोलंकी बंधु कानपुर में एक महिला के घर में आग लगाने के कारण बड़ी मुसीबत में फंस गए। इस कारण एक विशेष अदालत ने फैसला सुनाया कि उन्हें सात साल जेल में बिताने होंगे। दो जज, जस्टिस राजीव गुप्ता और जस्टिस सुरेंद्र सिंह प्रथम, अभी भी अपने फैसले पर विचार कर रहे हैं।
अगले हफ्ते, हाईकोर्ट इरफान सोलंकी के बारे में फैसला सुनाएगा। अगर वे उनकी सजा को रोकने का फैसला करते हैं, तो वे विधानसभा में अपनी नौकरी बरकरार रख पाएंगे और उन्हें सीसामऊ में उनकी सीट के लिए विशेष चुनाव नहीं कराना पड़ेगा। हाईकोर्ट द्वारा फैसला सुनाए जाने के बाद लेकिन अभी तक इसे साझा नहीं किए जाने के बाद, हर कोई सोच रहा है कि सीसामऊ सीट के लिए विशेष चुनाव का क्या होगा। हाईकोर्ट का फैसला तय करेगा कि चुनाव होगा या नहीं। अगर फैसला इरफान सोलंकी के पक्ष में रहा, तो लोग 20 नवंबर को होने वाले चुनाव में केवल 8 सीटों के लिए ही वोट करेंगे।