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Uttar Pradesh

Uttar Pradesh: हैट जाओ, ट्रेन आ रही है…. Reel के चक्र में तीन लोगों ने गवाई अपनी जान

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एक मम्मी, डैडी और उनका 2 साल का बेटा पुल के नीचे रेल की पटरी पर खड़े होकर एक Reel वीडियो बनाने की कोशिश कर रहे थे। उन्हें पता ही नहीं चला कि एक तेज़ ट्रेन आ रही है क्योंकि वे अपने वीडियो पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे। दुख की बात है कि ट्रेन बहुत तेज़ चल रही थी और उन्हें रास्ते से हटने का समय नहीं मिला।

पास में मौजूद एक व्यक्ति ने चिल्लाया, “दूर हटो, ट्रेन आ रही है!” लेकिन इससे पहले कि तीनों लोग आगे बढ़ पाते, ट्रेन ने उन्हें बहुत तेज़ी से टक्कर मार दी। उनके शरीर के टुकड़े-टुकड़े हो गए और टुकड़े दूर-दूर तक फैल गए। यह घटना लखीमपुर में तेल चौकी के पास केवटी कला नामक जगह के पास हुई। परिवार सीतापुर का रहने वाला था।

अजीत कुमार ने बताया कि मोहम्मद अहमद नाम का एक व्यक्ति, उसकी पत्नी नाज़नीन और उसका छोटा बेटा अरकम दुर्भाग्य से ट्रेन की चपेट में आ गए। वे सुबह 9:30 बजे ट्रेन की पटरी पर वीडियो बना रहे थे, तभी ट्रेन आ गई। दुर्भाग्य से, ट्रेन की चपेट में आने से वे सभी वहीं मर गए।

सीतापुर के लहरपुर शेख मोहल्ला नामक जगह में एक परिवार रहता था। मोहम्मद अहमद की माँ का घर लखीमपुर में था। वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ ताजिया मेले नामक एक मौज-मस्ती के मेले में आया था। उनका घर रेल की पटरियों से थोड़ा दूर था। सुबह-सुबह सभी लोग वहाँ गए और वीडियो बनाने लगे।

एक व्यक्ति ने कुछ बहुत ही डरावना देखा। वे एक पुल पर खड़े थे और उन्होंने एक माँ और पिता को अपने छोटे बच्चे के साथ मौज-मस्ती के वीडियो बनाते देखा। अचानक, एक ट्रेन बहुत तेज़ी से आई। व्यक्ति ने उन्हें चेतावनी देने के लिए चिल्लाया, लेकिन इससे पहले कि वे पटरियों से हट पाते, ट्रेन उनके ऊपर से निकल गई।

कुछ लोग पुल पर वीडियो बना रहे थे, तभी एक ट्रेन आ रही थी। हम भी वहाँ थे और हमने उन्हें रास्ते से हटने के लिए चिल्लाया। हमने उनसे पानी में कूदने के लिए कहा, और हम उनकी मदद करेंगे। लेकिन वे कूदे नहीं क्योंकि उन्हें एक बच्चे की चिंता थी। इसके बजाय, उन्होंने ट्रेन से भागने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्य से वे ट्रेन की चपेट में आ गए। अगर वे पानी में कूद जाते, तो वे सुरक्षित हो सकते थे।

अहमद के चाचा ने बताया कि अहमद और उसका परिवार मंगलवार को ताजिया नामक मेला देखने आया था। उन्हें आज वापस घर जाना था। सुबह अहमद और उसका परिवार रेल की पटरियों के पास टहलने गया था। कुछ लोगों का मानना ​​है कि वे वहां वीडियो बनाने की कोशिश कर रहे थे। तभी एक ट्रेन आ गई। उन्होंने भागने की कोशिश की, लेकिन दुख की बात है कि वे सभी ट्रेन की चपेट में आ गए। अहमद किसान था और उसका एक ही बेटा था, इसलिए अब उसका पूरा परिवार बहुत दुखी है।

जब पुलिस और आरपीएफ को इस दुर्घटना के बारे में पता चला, तो वे तुरंत उस जगह पर पहुंचे जहां यह घटना हुई थी। बहुत से लोग यह देखने आए थे कि क्या हो रहा है। उन्होंने घायल हुए तीन लोगों को पटरियों से हटाया। उसके बाद ट्रेन आगे बढ़ पाई। शवों को जांच के लिए अस्पताल भेजा गया ताकि पता चल सके कि क्या हुआ था।

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भारत के इस राज्य में Ravan के पुतले को पिलाई जाती है शराब, फिर जलाया जाता है पुतला

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आज पूरे देश में लोग दशहरा मना रहे हैं, यह एक ऐसा त्यौहार है जो दिखाता है कि कैसे अच्छाई बुराई पर जीत हासिल करती है। इस दिन लोग Ravan की बड़ी-बड़ी मूर्तियों को जलाते हैं ताकि यह दिखाया जा सके कि अच्छाई अधिक शक्तिशाली है। भारत के मेरठ शहर में, वे इसे एक खास तरीके से करते हैं। सबसे पहले, वे रावण की आकृति को शराब पिलाने का नाटक करते हैं और जहाँ वे आकृति स्थापित करते हैं, वहाँ शराब भी छिड़कते हैं। उसके बाद, वे इसे जला देते हैं।

आपको यह आश्चर्यजनक लग सकता है, लेकिन यह सच है! मेरठ में, रामलीला शो होता है जो हर साल भैंसाली मैदान नामक स्थान पर होता है। यह शो लगभग 64 वर्षों से चल रहा है! हर साल दशहरे पर, वे रावण नामक एक पात्र की एक बड़ी मूर्ति स्थापित करते हैं। इसे थोड़ा मूर्खतापूर्ण बनाने के लिए, वे रावण को शराब पिलाने का नाटक करते हैं। वे मूर्ति को रखने के स्थान के आसपास भी थोड़ी शराब डालते हैं। यह एक आश्चर्यजनक और मज़ेदार चाल है जो वे करते हैं!

लंबे समय से, बड़े लोग त्योहार के दौरान रावण की विशाल आकृति के लिए कुछ खास करते आ रहे हैं। उनके यहां एक परंपरा है, जिसमें वे रावण को शराब पिलाते हैं। आयोजन में मदद करने वाले गणेश अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने कई बार रावण को शराब न पिलाने की कोशिश की, लेकिन फिर भी वह ठीक से खड़ा नहीं हुआ। चाहे उन्होंने कितनी भी कोशिश की हो या कितने भी लोगों ने मदद की हो, वह टूट ही गया। इसलिए, उनका मानना ​​है कि रावण को शराब पिलाना यह सुनिश्चित करने के लिए ज़रूरी है कि वह खड़ा रहे।

समूह के बड़े लोगों ने सोचा कि रावण की बड़ी मूर्ति को खड़ा करने का एक खास तरीका है। उन्होंने तय किया कि अगर वे इसके लिए शराब बनाएँगे, तो मूर्ति आसानी से खड़ी हो जाएगी। इसलिए, तब से, रावण, कुंभकरण और मेघनाद की मूर्तियाँ खड़ी करने से पहले, वे उन्हें शराब पिलाते हैं।

मेरठ में 64 सालों से लोग भैंसाली मैदान नामक जगह पर रामलीला नामक एक खास शो का आयोजन करते आ रहे हैं। वे कहानी के किरदारों जैसे रावण, कुंभकरण और मेघनाद की बहुत बड़ी मूर्तियाँ बनाते हैं, जो 130 फ़ीट, 120 फ़ीट और 110 फ़ीट ऊँची होती हैं! शो का आयोजन करने वाले लोगों का कहना है कि अगर वे रावण की मूर्ति को शराब नहीं पिलाएंगे तो वह ठीक से खड़ी नहीं हो पाएगी।

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मुस्लिम युवकों के खाने में थूकने, पेशाब आदि करने की घटनाओं पर Baba Ram Dev का सामने आया बयान

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योग सिखाने वाले Baba Ram Dev ने मुस्लिम नेताओं से कुछ युवा मुस्लिम लोगों द्वारा की जा रही कुछ बुरी हरकतों के खिलाफ़ आवाज़ उठाने को कहा है, जैसे खाने में थूकना या पेशाब करना। उन्हें लगता है कि यह आश्चर्यजनक है कि मुस्लिम नेता इस बारे में कुछ नहीं बोल रहे हैं। उनका मानना ​​है कि ये हरकतें मुस्लिम धर्म या पवित्र कुरान का सही प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं और ये लोगों को मुसलमानों और उनकी मान्यताओं के बारे में बुरा सोचने पर मजबूर करती हैं।

शनिवार को Baba Ram Dev और आचार्य बालकृष्ण ने कनखल में दिव्य योग मंदिर नामक स्थान पर कन्या पूजन नामक एक विशेष समारोह किया। इस दौरान उन्होंने सभी को दशहरा की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने एक वीडियो के बारे में भी बात की जिसमें कुछ बुरे व्यवहार दिखाए गए हैं जिन्हें लोग ऑनलाइन शेयर कर रहे हैं। Baba Ramdev ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के नेताओं को भी इस तरह की बातों के बारे में बात करनी चाहिए। स्वामी रामदेव ने कहा कि इस तरह की बातें इस्लाम धर्म की मदद नहीं करती हैं। इस तरह की बातें पहले भी हुई हैं और कई बार मुस्लिम समुदाय के नेता इस बारे में कुछ नहीं कहते हैं।

उन्हें लगता है कि इन बुरी चीजों को रोकने के लिए उन्हें आवाज़ उठानी चाहिए। उनका मानना ​​है कि ये हरकतें सभी के लिए अच्छी नहीं हैं और इनका विरोध किया जाना चाहिए क्योंकि ये हमारे समाज को नुकसान पहुंचाती हैं। हाल ही में इंटरनेट पर कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें लोग खाना बनाते समय उसमें थूकते और पेशाब करते हुए दिखाई दे रहे हैं। गाजियाबाद और नोएडा जैसी जगहों पर ये वीडियो खूब चर्चा में हैं। इसी वजह से योगी सरकार ने अधिकारियों को कार्रवाई करने को कहा है। योगी आदित्यनाथ जो एक नेता हैं, उन्होंने लोगों से कहा है कि सभी को सुरक्षित रखने के लिए होटल और रेस्टोरेंट में कैमरे लगाएं। वह यह भी चाहते हैं कि पुलिस वाकई सावधान रहे और कोई भी बुरी घटना होने पर सख्त कदम उठाए। दूसरी जगहों पर भी लोग इसी तरह की मदद मांग रहे हैं।

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क्यों SP सांसद कांग्रेस से है नाराज ? कहा कि अगर समाजवादी पार्टी हरियाणा में चुनाव लड़ती तो…

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समाजवादी पार्टी(SP) के नेता सनातन पांडे, जो बलिया से सांसद भी हैं, वाराणसी गए थे। उन्होंने काशी विश्वनाथ एक प्रसिद्ध मंदिर में जाकर भगवान शंकर से सौभाग्य की प्रार्थना की। जब वे कुछ पत्रकारों से बात कर रहे थे, तो उन्होंने भाजपा पार्टी के बारे में कुछ कठोर बातें कहीं, और वे कांग्रेस पार्टी में अपने अन्य मित्रों से भी बहुत खुश नहीं दिखे।

सनातन पांडे कह रहे हैं कि मौजूदा नेता इसलिए चिंतित हैं क्योंकि अखिलेश यादव और उनकी पार्टी को ज़्यादा से ज़्यादा लोग पसंद कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि यह वाकई दुखद है कि लोगों को अतीत की महत्वपूर्ण हस्तियों, जैसे जयप्रकाश नारायण, जिन्होंने सभी के अधिकारों के लिए आवाज़ उठाई, के प्रति सम्मान दिखाने की भी अनुमति नहीं है। उनका मानना ​​है कि यह गलत है कि लोग उनके सम्मान में उनकी प्रतिमा पर फूल भी नहीं चढ़ा सकते।

सनातन पांडे ने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी नामक एक अलग समूह हरियाणा पर चुनाव लड़ता, तो परिणाम अलग होते। उन्हें लगता है कि कांग्रेस पार्टी को दूसरों के साथ मिलकर बेहतर काम करना चाहिए, लेकिन वे ऐसा अच्छा काम नहीं कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें भारतीय जनता पार्टी नामक दूसरे समूह से छुटकारा पाने के लिए कुछ मजबूत करने की जरूरत है, तो वे ऐसा करने के लिए तैयार हैं।

सपा के नेता इस बात से चिंतित हैं कि चुनाव में वोटों की गिनती कैसे होती है। उन्हें लगता है कि भले ही 2024 के चुनाव के बाद के नतीजे दूसरे पक्ष को जीतते हुए दिखाएं, लेकिन उन्हें वोटों की गिनती करने वाली मशीनों पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है। कुछ लोग कह सकते हैं कि जीतने वाले पक्ष को शिकायत नहीं करनी चाहिए, लेकिन नेता का मानना ​​है कि अगर मशीनें सही काम कर रही होतीं, तो दूसरा पक्ष और भी अधिक सीटें जीत सकता था।

उत्तर प्रदेश नामक जगह पर चुनाव को लेकर सपा और कांग्रेस नामक दो राजनीतिक समूहों के बीच असहमति है। कुछ लोग वास्तव में चाहते हैं कि अखिलेश यादव वहां उनके नेता हों। एक व्यक्ति, अजय राय, जो उस क्षेत्र में कांग्रेस के प्रभारी हैं, ऐसी बातें करते हैं जो दूसरों को समझ में नहीं आती हैं, और वे आगामी चुनावों में एक विशेष स्थान भी चाहते हैं। लोगों का मानना ​​है कि अखिलेश यादव को पूरे देश का नेता होना चाहिए। उन्होंने कभी नहीं कहा कि वे प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं, लेकिन उनमें एक अच्छे नेता बनने के गुण हैं। वह युवा लोगों, गरीब लोगों, वृद्ध लोगों और महिलाओं सहित सभी की परवाह करते हैं, और उनके पास सभी को आगे बढ़ने और सफल होने में मदद करने के विचार हैं।

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