Connect with us

Uttar Pradesh

अपने सिंबल पर UP चुनाव लड़ने पर अड़ी निषाद पार्टी, दिल्ली में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से बात होगी

Published

on

UP में नौ जगहों पर होने वाले चुनाव में कौन-कौन उम्मीदवार उतरेगा, इस पर भाजपा के साथ काम करने वाले अलग-अलग समूह सहमत नहीं हो पा रहे हैं। निषाद पार्टी के नेता और मंत्री संजय निषाद ने साफ कर दिया है कि वह अपनी पार्टी के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। वह अभी दिल्ली में हैं और आज बाद में अमित शाह से उनकी मुलाकात होने की उम्मीद है।

भाजपा, एक राजनीतिक दल, ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि कौन-कौन से चुनाव लड़ेगा। नौ क्षेत्रों में होने वाले इन चुनावों के लिए उम्मीदवार बनने के लिए लोगों के नामांकन की प्रक्रिया 18 अक्टूबर से शुरू हुई है और 25 अक्टूबर तक चलेगी।

भाजपा चुनाव में कुछ सीटें साझा करने की योजना बना रही है। वह मीरापुर सीट रालोद नामक समूह को दे रही है। हालांकि, ऐसा लग रहा है कि निषाद पार्टी को कोई सीट नहीं मिलेगी। उन्होंने चुनाव की घोषणा से पहले ही कटेहरी और मझवां दो सीटें मांगी थीं।

नेताओं के लिए पिछले मतदान में निषाद पार्टी ने महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया था। अब संजय निषाद को डर है कि शायद अगले चुनाव में वे फिर से जीत न पाएं, इसलिए वे अपने समर्थकों से भाजपा पार्टी से बात कर समर्थन जुटाने की अपील कर रहे हैं। इसी कोशिश में वे शनिवार को दिल्ली गए थे। दिल्ली जाने से पहले उन्होंने पत्रकारों से बात की और कहा कि कार्यकर्ता चाहते हैं कि उनकी पार्टी चुनाव में अपना ही चुनाव चिह्न इस्तेमाल करे, भले ही उम्मीदवार भाजपा पार्टी का ही क्यों न हो। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा के नेताओं को बता दिया गया है कि कार्यकर्ता क्या चाहते हैं। अब वे दिल्ली में पार्टी के प्रमुख नेताओं से इस बारे में चर्चा करेंगे। हालांकि संजय निषाद अभी भी भाजपा को अपना रक्षक मानते हैं और कहते हैं कि निषाद पार्टी एनडीए की विश्वसनीय मित्र है।

author avatar
Editor Two
Advertisement