Uttar Pradesh
अयोध्या में पंच नारायण महायज्ञ, मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने की सनातन धर्म की महिमा का गुणगान
अयोध्या धाम के अशर्फी भवन आश्रम में आयोजित भव्य अष्टोत्तरशत 108 श्रीमद्भागवत पाठ और पंच नारायण महायज्ञ में गुरुवार को मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आहुतियां अर्पित कीं और प्रदेशवासियों के सुख, शांति, और समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
सनातन धर्म: भारत का राष्ट्रीय धर्म
सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने कहा कि सनातन धर्म ही भारत का राष्ट्रीय धर्म है और इसे सुरक्षित रखना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि धर्म और संस्कृति के माध्यम से समाज में शांति और सकारात्मकता का प्रसार होता है।
मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक मंदिरों पर हुए आक्रमण का उल्लेख करते हुए कहा, “जो लोग इन पवित्र स्थलों को नष्ट करने का प्रयास करते थे, उनके वंश का अस्तित्व समाप्त हो गया। औरंगजेब के परिवार के लोग आज रिक्शा चला रहे हैं। यह उनके पापों का परिणाम है।”
सनातन धर्म का संरक्षण आवश्यक
योगी आदित्यनाथ ने जोर देकर कहा कि भारत तब तक भारत रहेगा जब तक सनातन धर्म सुरक्षित है। उन्होंने कहा, “इस धर्म ने युगों-युगों से सृष्टि के साथ तालमेल बनाकर खुद को जीवित रखा है। भविष्य में इसे किसी भी प्रकार की विकृतियों और विसंगतियों से बचाने के लिए हमें सतर्क रहना होगा।”
धर्म और विकास के बीच सामंजस्य
अयोध्या में हो रहे विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने संतों के मार्गदर्शन में अयोध्या के वैभव को पुनः स्थापित किया है। “रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण और अयोध्या धाम का विकास इसका जीता-जागता उदाहरण है,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने पंच नारायण महायज्ञ को आत्मशुद्धि, पर्यावरण शुद्धि और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने वाला आयोजन बताया। उन्होंने इसे सनातन धर्म की रक्षा और समाज को एकजुट करने का महत्वपूर्ण माध्यम बताया।
गलतियों से सबक लेने का आह्वान
मुख्यमंत्री ने भारत के गुलामी के दौर का जिक्र करते हुए कहा, “ऐसी गलतियां जिन्होंने हमारे धर्म स्थलों का अपमान किया और देश को गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा, उन्हें दोहराने से बचना होगा। सनातन धर्म मानवता की रक्षा करता है और विश्व को वसुधैव कुटुंबकम् का संदेश देता है।”
पाकिस्तान और बांग्लादेश का उल्लेख
सीएम योगी ने पाकिस्तान, बांग्लादेश, और अफगानिस्तान का उदाहरण देते हुए कहा, “इन देशों में जो स्थितियां हैं, वे सनातन धर्म के प्रति दुष्प्रवृत्तियों का परिणाम हैं। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में हमारे पवित्र स्थलों का अपमान न हो।”
धार्मिक स्थलों की महिमा का वर्णन
मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ मंदिर, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि, मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि, और अन्य पवित्र स्थलों का जिक्र करते हुए कहा कि जो लोग इन स्थानों को अपवित्र करने का प्रयास करते थे, आज उनका कोई अस्तित्व नहीं है।
महायज्ञ के लिए स्वामी शंकराचार्य का धन्यवाद
मुख्यमंत्री ने पंच नारायण महायज्ञ के आयोजन के लिए जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी शंकराचार्य महाराज और उनकी टीम का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है। इस यज्ञ का पुण्य पूरे भारतवासियों को प्राप्त होगा।”
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सूर्यप्रताप शाही, स्वतंत्र देव सिंह, जेपीएस राठौर, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, और धर्म-अध्यात्म से जुड़े अनेक प्रतिनिधि एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।