Punjab
Punjab : 6 लोगों समेत स्कॉर्पियो गाड़ी गिरी सरहिंद नहर में , लोगों का बचाव करते समय सैनिक हरजिंदर सिंह हुए शहीद।

Punjab .लुधियाना के माछीवाड़ा साहिब में सोमवार देर रात मजदूरों से भरा एक स्कॉर्पियो गाड़ी सरहिंद नहर में गिर गया। कार में सवार सभी लोग पानी में डुबने ही वाले थे लेकिन उसी दौरान कारगिल युद्ध के नायक पूर्व सैनिक हरजिंदर सिंह मौके पर पहुंचे और सभी को बचाया । वहीं जिला बठिंडा के गांव अलीके निवासी कुलविंदर सिंह की डूबने से मौत हो गई, जबकि चालक गुरलाल सिंह सहित पुष्पिंदर सिंह, बलकार सिंह, बलकार सिंह, जसविंदर सिंह घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार सभी लोग बठिंडा के अलीके गांव के रहने वाले हैं। वे सभी गैस पाइप बिछाने का काम करते हैं। सोमवार रात को सभी लोग स्कॉर्पियो में सवार होकर बठिंडा से रोपड़ जा रहे थे। माछीवाड़ा साहिब के पास सरहिंद नहर के पवात पुल के पास उनकी स्कॉर्पियो गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया और वह नहर में गिर गई। जैसे ही स्कॉर्पियो गाड़ी नहर में गिरी, उसमें सवार सभी लोग खिड़कियां तोड़कर बाहर निकलने की कोशिश करने लगे और मदद के लिए चिल्लाने लगे। उनकी आवाज सुनकर वहां से गुजर रहे बहलोलपुर गांव के पूर्व सैनिक हरजिंदर सिंह वहा रुक गए और नहर में गिरे इन मजदूरों को बचाने लगे।
घटना की सूचना मिलते ही सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर हरविंदर सिंह और चौकी प्रभारी सुखविंदर सिंह पुलिस पार्टी सहित मौके पर पहुंचे और नहर में गिरे मजदूरों को बाहर निकाला। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से एक कुलविंदर सिंह की डूबने से मौत हो गई।
कारगिल युद्ध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिक हरजिंदर सिंह, जो बहलोलपुर के निवासी थे, नहर में गिरी स्कॉर्पियो में डूब रहे लोगों को बचाने की कोशिश करते समय शहीद हो गए। चौकी प्रभारी सुखविंदर सिंह ने बताया कि मृतक कुलविंदर सिंह का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है, जबकि एक घायल पुष्पिंदर सिंह का उपचार चल रहा है और बाकी घायलों को मामूली चोटें आई हैं। हरजिंदर सिंह ने बताया कि वह अपने दो बेटों और परिवार के साथ एक शादी समारोह से लौट रहे थे। उस समय दुर्घटनाग्रस्त स्कॉर्पियो उनकी कार के आगे जा रही थी। उन्होंने देखा कि स्कॉर्पियो गाड़ी अचानक सड़क से गायब हो गया और उन्हें संदेह हुआ कि वाहन नहर में गिर गया है। जब उन्होंने अपनी गाड़ी रोकी तो देखा कि स्कॉर्पियो सड़क से नीचे नहर में गिर गई थी। नहर में वाहनों में फंसे लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे। पूर्व सैनिक हरजिंदर सिंह ने बताया कि वह और उनके दो बेटे नहर में उतरे, जहां उन्होंने स्कॉर्पियो गाड़ी की खिड़की तोड़कर लोगों को बाहर निकालना शुरू किया। हरजिंदर के अनुसार, उन्होंने बड़ी मुश्किल से 5 लोगों को किनारे पर निकाला, लेकिन एक व्यक्ति कुलविंदर सिंह की डूबने से पहले ही मौत हो चुकी थी।