Punjab
पंजाबियों को सीएम मान का लिवर इंस्टीट्यूट का तोहफा, अत्याधुनिक मशीनों से होगा इलाज
मुख्यमंत्री भगवंत मान राज्य के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए लगातार कई कदम उठा रहे हैं। इसी उद्देश्य से सी.एम मान ने आज पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलीरी साइंसेज का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के बाद यह देश में अपनी तरह का दूसरा अस्पताल है जहां लीवर और अन्य गंभीर बीमारियों का इलाज अत्याधुनिक तकनीक की मशीनों से किया जाएगा।
संस्थान की स्थापना 40 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से की गई है और इसमें 80 डॉक्टर, 150 स्टाफ नर्स और 200 ग्रुप-डी कर्मचारियों सहित लगभग 450 कर्मचारी होंगे। हेपेटोलॉजी पीजीआई, चंडीगढ़ के पूर्व प्रोफेसर और प्रमुख प्रोफेसर वरिंदर सिंह को संस्थान के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है।
इस संस्थान में प्रदान की जाने वाली इनडोर और आपातकालीन सेवाओं के माध्यम से लिवर संबंधी बीमारियों का विशेष रूप से इलाज किया जाएगा। इसका उद्देश्य पंजाब को पूरे देश में चिकित्सा स्वास्थ्य सुविधाओं का केंद्र बनाना है।
इस संस्थान की स्थापना की घोषणा 2022 के बजट सत्र में की गई थी और यह पंजाब का पहला सरकारी स्वास्थ्य संस्थान होगा, जो मरीजों को एंडोस्कोपी, फाइब्रोस्कोपी और एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड जैसी अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा। इस संगठन के विशेषज्ञ पंजाब के सभी सरकारी अस्पतालों में टेली-मेडिसिन सेवाएं भी प्रदान करेंगे। यह हेपेटोलॉजी में प्रशिक्षण और अनुसंधान सुविधाओं के लिए अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे से सुसज्जित है।