Connect with us

Punjab

CM मान ने पंजाब में जन-समर्थक नीतियों के कार्यान्वयन की समीक्षा की, अस्पतालों को लेकर बड़ी घोषणाएं कीं

Published

on

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज सभी जिलों के डीसी के साथ बैठक की. इसके बाद मुख्यमंत्री ने पंजाब में जन-समर्थक नीतियों के कार्यान्वयन की समीक्षा की और कहा कि नागरिक सेवाओं के कार्यान्वयन में किसी भी तरह की चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि 150 और मोहल्ला क्लीनिक तैयार हैं और जल्द ही लोगों को समर्पित कर दिए जाएंगे जबकि 644 क्लीनिक अभी भी चल रहे हैं। 26 जनवरी के बाद कोई भी मरीज सरकारी अस्पताल जा रहा है तो उसे अस्पताल के अंदर से ही दवा मिल रही है. अस्पताल में दवा नहीं होने पर डॉक्टर बाजार से खरीद कर दे रहे हैं. मरीज को दवा खरीदने नहीं जाना पड़ेगा। वहीं सरकार की ओर से जल्द ही दवा उपलब्ध करायी जायेगी.

अस्पतालों में दवाओं की कमी को पूरा करने के लिए अब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को वित्तीय शक्ति दी गई है। अधिकारी 2.5 लाख से 20 लाख तक की दवा खरीद सकेंगे. सभी अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड या एक्स-रे की सुविधा होगी. सरकारी अस्पताल में सुविधा नहीं होने पर उस क्षेत्र के लोगों को निजी अस्पतालों में एक्स-रे अल्ट्रासाउंड कराया जायेगा. इस पर आने वाला सारा खर्च सरकार वहन करेगी.

मुख्यमंत्री ने ‘पहल योजना’ के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि यह ग्रुप अकालगढ़ से चल रहा है। इस प्रोजेक्ट से 100 महिलाएं जुड़ी हैं. पहले सरकार स्कूल यूनिफार्म तैयार करा रही थी। और अब धीरे-धीरे पंजाब पुलिस की वर्दी महिलाएं ही सिलेंगी. इस योजना में चप्पल बनाने की मशीनें भी उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की योजना ‘सरकार अभाए द्वार’ से लोगों को काफी फायदा हो रहा है. अब लोगों को काम करवाने के लिए शहर नहीं जाना पड़ेगा.

बैठक में सड़कों के मुद्दे पर सख्त आदेश दिये गये हैं. सरकार ने पहले भी सड़कों पर टोल प्लाजा हटा दिए हैं. इन्हें अब प्राथमिकता के आधार पर ठीक कराया जाएगा। पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिया गया है कि इसे प्राथमिकता के आधार पर ठीक कराया जाएगा। सीएम मान ने डीसी को निर्देश देते हुए कहा कि मनरेगा व नरेगा के तहत राशि खर्च की जाये. अपने एक हस्ताक्षर से धन न रुकने दें।

सीएम ने कहा कि पंजाब में उत्कृष्ट स्कूल बनाने का काम तेजी से चल रहा है. 19120 स्कूलों में चहारदीवारी बनाने का काम चल रहा है. यह सभी कार्य मार्च माह तक पूरा कर लिया जाएगा। कोई भी स्कूल बिना चहारदीवारी के नहीं रहेगा। वहीं, स्कूलों में बाथरूम की सुविधा होगी. स्कूलों में शिक्षक सिर्फ पढ़ाने का काम करेंगे. स्कूलों की देखभाल के लिए कैंपस मैनेजर नियुक्त किए जाएंगे जबकि रात में सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएंगे।

author avatar
Editor One
Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement