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Punjab में पराली जलाने के 162 मामले ए सामने, सांस लेने में लोगो को हो सकती दिक्कत

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Punjabमें लगातार चौथे दिन भी पराली जलाने के कई मामले सामने आए हैं। 162 नए मामले सामने आए हैं, जिससे अब तक कुल मामलों की संख्या 872 हो गई है। पिछले साल आज ही के दिन 120 मामले आए थे, जबकि उससे पिछले साल 154 मामले आए थे। पराली जलाने की वजह से हवा और भी गंदी हो रही है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर लोग इस हवा में बाहर रहेंगे तो उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।

एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI), जो हमें बताता है कि हवा कितनी साफ या गंदी है, अमृतसर में 104, पटियाला में 106, लुधियाना में 120, खन्ना में 82 और मंडी गोबिंदगढ़ में 80 रहा। इस साल 10 अक्टूबर को पराली जलाने के 123, 11 अक्टूबर को 143 और 12 अक्टूबर को 177 मामले सामने आए, जो पिछले दो सालों से ज्यादा है। भले ही सरकार लोगों को पराली न जलाने की शिक्षा दे रही हो, लेकिन पराली अभी भी जल रही है। अकेले रविवार को 162 मामले सामने आए, जिनमें अमृतसर में 48, पटियाला में 26, तरनतारन में 38, संगरूर में 16 और मलेरकोटला, गुरदासपुर और कपूरथला में 4 मामले शामिल हैं।

कल सुबह, बठिंडा में 192 नंबर था, जिसका मतलब है कि वहाँ की हवा बहुत साफ नहीं थी। अन्य स्थानों पर यह संख्या कम थी: मंडी गोबिंदगढ़ में 126, पटियाला में 104 और लुधियाना में 114 थी। जालंधर में 88, खन्ना में 92, रूपनगर में 94 और अमृतसर में 92 थे। जब यह संख्या 100 से अधिक होती है, तो इससे सांस लेना मुश्किल हो सकता है और आपके फेफड़ों और हृदय में समस्याएँ हो सकती हैं।

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Editor Two
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