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मंच से पुलिस इंस्पेक्टर पर भड़के अकबरुद्दीन ओवैसी कहा- कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ है मुझे रोकने के लिए
नेशनल डेस्क: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को एक पुलिस इंस्पेक्टर को खुलेआम धमकी दे दी। पुलिस वाले की सिर्फ इतनी ही गलती थी कि उसने अकबरुद्दीन की तरफ इशारा कर कहा कि भाषण देने का समय अब खत्म हो रहा है। इस पर अकबरुद्दीन ओवैसी पुलिसकर्मी पर भड़क गए। उन्होंने पुलिस अधिकारी से बदसलूकी करते हुए कहा मेरे पास घड़ी है, चलिए यहां से चले जाइए। अगर नहीं गए तो मेरे एक इशारे पर समर्थक उन्हें वहां से दौड़ाने के लिए काफी हैं।
बता दें कि, अकबरुद्दीन ओवैसी हैदराबाद के ललिताबाग में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसी बीच संतोषनगर के एक पुलिस निरिक्षक मौके पर पहुंचे और ओवेसी को राज्य में लागू आदर्श आचार संहिता का पालन करने के लिए कहा। पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें अब अपना भाषण रोकना चाहिए, क्योंकि वह आदर्श आचार संहिता के तहत तय की गई समय सीमा को पार कर चुके हैं। इस पर अकबरुद्दीन ओवैसी पुलिसकर्मी पर भड़क जाते हैं।
‘मैं इशारा दे दूं तो आपको यहां से भागना पड़ेगा’
अकबरुद्दीन ओवैसी ने पुलिस अधिकारी को धमकी देते हुए कहा, ‘क्या आपको लगता है कि चाकू और गोलियों का सामने करने के बाद मैं कमजोर हो गया हूं। मुझमें अभी भी बहुत हिम्मत है। पांच मिनट अभी बचे हैं और मैं पांच मिनट बोलूंगा। कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ जिसे मुझे रोकने की हिम्मत हो।’ ओवैसी ने कहा, ‘अगर मैं इशारा दे दूं तो आपको यहां से भागना पड़ेगा क्या हम उन्हें दौड़ाएं? मैं आपसे यही कह रहा हूं कि हमें कमजोर करने के लिए यह लोग इसी तरह आते हैं।’
तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान
अकबरुद्दीन चंद्रयानगुट्टा निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार हैं। यह सीट एआईएमआईएम का गढ़ रही है, पार्टी ने पिछले दो विधानसभा चुनावों – 2014 और 2018 में इस क्षेत्र से जीत हासिल की है। तेलंगाना में 30 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा जबकि वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। राज्य में भाजपा, सत्तारूढ़ बीआरएस और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने वाला है। 2018 के पिछले विधानसभा चुनाव में, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस), जिसे पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नाम से जाना जाता था, ने 119 में से 88 सीटें जीतीं, कुल वोट शेयर का 47.4 प्रतिशत हासिल किया। कांग्रेस केवल 19 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही।