Haryana
Hisar में दहेज के लिए महिला से की मारपीट, पति ने की पैसों की डिमांड
Hisar के एक गांव में एक विवाहित महिला के साथ उसके पति ने बुरा व्यवहार किया क्योंकि वह उसके परिवार से पैसे या उपहार चाहता था। उसने पुलिस को इस बारे में बताया और अब वे मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने उसके पति के खिलाफ उसे चोट पहुंचाने और उसका सामान वापस न देने का मामला दर्ज किया है। कुंभा गांव में रहने वाली ज्योति ने पुलिस को अपनी परेशानी बताई। उसने 8 जुलाई, 2019 को हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार दीपक नाम के व्यक्ति से शादी की थी। शादी के बाद दीपक उसे परेशान करने लगा और उसके परिवार से उपहार के रूप में पैसे मांगने लगा।
ज्योति ने उसे समझाया कि उसके पिता कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन ज्यादा पैसे नहीं कमा पाते। मेरा पति मुझे वह सब नहीं दे पाता जो मैं मांगती हूं और वह मुझे अपने घर से पैसे लाने के लिए परेशान करता रहता है। वह ड्रग्स जैसी बुरी चीजों का भी सेवन करता है और जुआ खेलना बहुत पसंद करता है। मैंने इस बारे में लंबे समय तक बात नहीं की क्योंकि मुझे अपने और अपने पिता के लिए शर्मिंदगी महसूस होती थी।
वह मेरे लिए कभी कुछ नहीं लाता और जब मैं उससे कुछ मांगती हूं, तो वह मुझे अपने घर से लाने के लिए कहता है। इस वजह से उसने मुझे कई बार चोट पहुंचाई। मैंने गांव के कुछ बड़े लोगों की मदद से उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन उसने मेरी बात नहीं मानी। कुछ समय बाद, मैं उसके बुरे व्यवहार से बहुत थक गई और पुलिस से मदद मांगने का फैसला किया। इसलिए, मैंने हांसी के पुलिस अधिकारी को उसके बारे में बताया।
पुलिस ने एक मामले की जांच शुरू कर दी है क्योंकि एक महिला ने उन्हें बताया कि उसका पति दीपक उसके साथ बुरा व्यवहार कर रहा था। उसने उसे चोट पहुंचाई, उसकी चीजें छीन लीं और उसके परिवार से पैसे मांगे। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि आखिर हुआ क्या था।
Haryana
LLM छात्र ने परीक्षा में AI की सहायता से दिया उत्तर, विश्वविद्यालय ने छात्र को कर दिया फेल
पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय सोनीपत में ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में LLM की पढ़ाई कर रहे एक छात्र के अनुरोध पर विचार कर रहा है। न्यायालय ने विश्वविद्यालय से छात्र की चिंताओं पर जवाब देने को कहा है। कौस्तुभ शक्करवार नामक छात्र चाहता है कि स्कूल अपना निर्णय वापस ले, क्योंकि उन्होंने कहा कि परीक्षा में उसके उत्तर कंप्यूटर द्वारा लिखे गए थे, और इस कारण वह परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो सका। न्यायाधीश जसगुरप्रीत सिंह पुरी ने 14 नवंबर तक मामले से विराम लेने का निर्णय लिया है। उन्होंने विश्वविद्यालय से स्थिति पर जवाब देने को कहा है।
कौस्तुभ शक्करवार नामक छात्र ‘अनुचित साधन समिति’ द्वारा लिए गए निर्णय को रद्द करने की मांग कर रहा है, क्योंकि उन्होंने कहा कि उसके उत्तर उसके बजाय एक एआई द्वारा लिखे गए थे। एक बैठक में विश्वविद्यालय ने कहा कि शक्करवार, जो वहां कानून की पढ़ाई कर रहा है, ने वैश्विक दुनिया में कानून और न्याय के बारे में अपनी कक्षा के लिए अपना काम करने के बजाय कंप्यूटर द्वारा बनाए गए काम का उपयोग किया। इस कारण वह कक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो सका। मदद मांगने वाले व्यक्ति ने क्या कारण बताया? शक्करवार ने अपने अनुरोध में कहा कि उन्होंने एक प्रस्तुति दी और विश्वविद्यालय से AI के उपयोग के बारे में स्पष्ट नियम देने को कहा। उनका मानना है कि विश्वविद्यालय ने उन्हें ऐसा कोई नियम नहीं दिया।
मदद मांगने वाले व्यक्ति ने कहा कि कॉपीराइट अधिनियम में एक नियम यह दर्शाता है कि भले ही उन्होंने किसी चीज़ को बनाने में मदद करने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम (AI) का उपयोग किया हो, फिर भी वे उस रचना के अधिकार के मालिक हैं। इसलिए, किसी और के काम की नकल करने का कोई भी दावा सच नहीं है।
अधिक से अधिक लोग AI का उपयोग कर रहे हैं, न केवल युवा बल्कि हर कोई! Microsoft और LinkedIn द्वारा हाल ही में वर्क ट्रेंड इंडेक्स वार्षिक रिपोर्ट 2024 नामक एक नई रिपोर्ट साझा की गई।
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिक लोग एक विशेष प्रकार की कंप्यूटर तकनीक का उपयोग कर रहे हैं जिसे जनरेटिव AI कहा जाता है, और पिछले छह महीनों में उपयोगकर्ताओं की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। वास्तव में दिलचस्प बात यह है कि अपने काम के लिए अपने दिमाग का उपयोग करने वाले हर 100 कर्मचारियों में से 75 इस तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। भारत में, यह और भी अधिक है – हर 100 कर्मचारियों में से 92 इसका उपयोग कर रहे हैं!
Haryana
सोनीपत में फटा Car का टायर, संतुलन खोकर खाए कई पलटे, बाल-बाल बचा परिवार
रविवार की देर रात एक Car का एक्सीडेंट हो गया क्योंकि उसका एक टायर फट गया था। कार में बैठी महिला बहुत डरी हुई थी और अपने छोटे भतीजे को बचाना चाहती थी। इसलिए, उसने उसे सुरक्षित रखने के लिए जल्दी से खिड़की से बाहर फेंक दिया।
Car कई बार पलटी और उसे बहुत चोट लगी, लेकिन यह चमत्कार जैसा था कि सड़क पर गिरा बच्चा और कार में बैठे माँ, पिताजी और चाची सभी ठीक थे। वे खरखौदा के अस्पताल गए क्योंकि उन्हें कुछ मामूली चोटें आई थीं, लेकिन इलाज के बाद उन्हें घर जाने दिया गया। माँ ने एम्बुलेंस ड्राइवर को पूरी बात बताई और फिर परिवार गुरुग्राम चला गया।
रविवार की रात 11:30 बजे एक परिवार केएमपी एक्सप्रेसवे नामक सड़क पर गाड़ी चला रहा था। वे उत्तराखंड नामक जगह से गुरुग्राम नामक दूसरी जगह जा रहे थे। कार में एक युवक, उसकी पत्नी, उनका छह महीने का बच्चा और उसकी भाभी सवार थे। जब वे पिपली नामक जगह पर पहुँचे, तो कार का एक टायर फट गया। इस कारण कार कई बार पलट गई।
नियंत्रण कक्ष को Car दुर्घटना की सूचना मिली और खरखौदा के सरकारी अस्पताल से एंबुलेंस को मदद के लिए भेजा गया। जब वे वहां पहुंचे तो देखा कि तीन लोग एक बच्चे के साथ बैठे थे। थोड़ी दूर पर ग्रैंड आई-10 नामक एक छोटी कार पलटी हुई थी। एंबुलेंस ने चारों को अस्पताल पहुंचाया।
शीलम नामक महिला के हाथ में थोड़ी चोट लगी, लेकिन उसकी बहन, पति सुभाष और छोटा बेटा सभी ठीक थे। जब वे उत्तराखंड से गुरुग्राम वापस जा रहे थे, तो उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को अपनी यात्रा के बारे में बताया। शीलम अपने बच्चे के साथ पीछे बैठी थी, जबकि उसके जीजा और साली आगे बैठे थे।
जब छोटा बच्चा रोने लगा, तो शीलम ने उसे अपनी बहन को दे दिया जो कार के आगे बैठी थी। जैसे ही वे पिपली टोल प्लाजा नामक स्थान से गुजरे, कार का पिछला टायर अचानक फट गया। इस कारण कार पलट गई और पलट गई। घबराहट में मौसी ने अपने छोटे भतीजे को सुरक्षित रखने के लिए कार से बाहर सड़क पर फेंक दिया।
कार ने कई चक्कर लगाए और फिर रुक गई, लेकिन वह उल्टी हो गई थी, टायर हवा में थे और छत ज़मीन पर थी। पास से गुज़र रहे किसी व्यक्ति ने मदद के लिए एम्बुलेंस को फ़ोन किया। स्वास्थ्य कर्मियों ने जब यह सुना तो वे हैरान रह गए। सौभाग्य से, कार में बैठे परिवार को मामूली चोटें ही आईं। एक व्यक्ति, शीलम के हाथ पर पट्टी बंधी थी। उसके बाद, परिवार ने दूसरी कार ली और घर चले गए।
हमें पता चला कि UP 14 EN 1390 नंबर वाली कार नितिन गुप्ता नाम के व्यक्ति की है। उनका घर सुदामापुरी नामक जगह पर 263 लाल क्वार्टर में है, जो विजयनगर, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश में है। जब हमने उनके मोबाइल फोन पर कॉल करने की कोशिश की, तो वह बंद था।
Haryana
इस तारीख से शुरू होगी Haryana विधानसभा की शीतकालीन बैठक, CM Saini ने बैठक आयोजित करने के लिए राज्यपाल को पत्र भेजा
Haryana विधानसभा की शीतकालीन बैठक 13 नवंबर से शुरू होगी। इसकी घोषणा 5 नवंबर को की गई थी। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बैठक आयोजित करने के लिए राज्यपाल को पत्र भेजा था। विधानसभा सचिव ने भी विधानसभा के सभी सदस्यों को बैठक कब होगी, इस बारे में बता दिया है।
कुछ कानूनों को विधानसभा विशेष समूह में मंजूरी दी जा सकती है। इसके अलावा, इन कानूनों को बनाने में मदद करने वाले लोग, जिन्हें विधायक कहा जाता है, अपने समुदाय की जरूरतों के बारे में भी विचार साझा कर रहे हैं। विधायकों ने इन विचारों पर काम करना शुरू कर दिया है।
25 अक्टूबर को एक विशेष बैठक हुई, जिसमें सभी विधायकों ने अपना काम करने की शपथ ली। इस बैठक के दौरान उन्होंने हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में हरविंदर कल्याण और उपाध्यक्ष के रूप में कृष्ण मिड्ढा को भी चुना।
कांग्रेस पार्टी ने अभी तक यह नहीं चुना है कि कानून बनाने में मदद करने वाले समूह में उनका नेता कौन होगा। अगर वे 13 नवंबर तक किसी को नहीं चुनते हैं, तो यह पहली बार होगा जब सदन में विपक्ष के नेता के बिना बैठकें होंगी।
Haryana में चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को आए और 17 अक्टूबर को नई सरकार बनी। काफी समय बीत जाने के बाद भी कांग्रेस पार्टी अभी तक विधायक दल के लिए अपना नेता नहीं चुन पाई है। 20 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि हरियाणा को विपक्ष के नेता के लिए इतना लंबा इंतजार करना पड़ा है। इसका मुख्य कारण यह है कि पिछले तीन चुनावों में कांग्रेस हार गई है। 2009 में वे सबसे बड़ी पार्टी थी, लेकिन उसके पास सत्ता संभालने के लिए पर्याप्त वोट नहीं थे। 2005, 2009, 2014 और 2019 में चुनाव के नतीजे आने के करीब दो हफ्ते बाद दूसरी पार्टी का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति का चयन किया गया।
18 अक्टूबर को कांग्रेस के कुछ महत्वपूर्ण लोगों ने नेता चुनने में मदद के लिए 4 सहायक भेजे। लेकिन जब वे सभी बातचीत करने के लिए इकट्ठे हुए, तो उन्होंने तय किया कि प्रभारी बड़े नेता ही अंतिम चयन करेंगे। उस बैठक के बाद से बड़े नेताओं ने अभी तक कुछ तय नहीं किया है। 2019 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा विपक्ष के नेता बने। लेकिन अब लोग कह रहे हैं कि विधानसभा चुनाव हारने के लिए वे ही जिम्मेदार हैं। इसी वजह से सिरसा से कुमारी शैलजा जैसे पार्टी के कुछ सदस्य नहीं चाहते कि हुड्डा फिर से नेता बनें। यह दिखाने के लिए कि उनके पास अभी भी समर्थन है, हुड्डा ने हाल ही में दिल्ली में 31 विधायकों (विधानसभा के सदस्यों) को इकट्ठा किया।
अगर कुछ लोग हुड्डा से सहमत नहीं हैं, तो वे गीता भुक्कल और अशोक अरोड़ा नाम के दो अन्य नेताओं के बारे में बात कर रहे हैं जो उनकी जगह ले सकते हैं। इस बीच, एक अलग समूह से चंद्रमोहन बिश्नोई नाम के एक और नेता हैं जिन पर भी विचार किया जा सकता है।
-
Haryana1 day ago
Karnal में तेज रफ्तार थार जीप का कहर, टक्कर के बाद बाइक को 1km तक घसीटती ले गई कार
-
Punjab1 day ago
Fatehgarh Sahib: चलती Train में हुआ धमाका, लोगों ने कूदकर बचाई जान, 4 लोग घायल
-
Punjab12 hours ago
Punjab के 5 शहरों का AQI नहीं हो रहा कम, जहरीली हुई हवा
-
Punjab1 day ago
Chandigarh और अमृतसर को छोड़कर सभी शहरों में प्रदूषण से मिली थोड़ी राहत
-
Punjab1 day ago
Diljit Dosanjh ने फैन्स से क्यों मांगी माफी, सिंगर ने कही ये बात
-
Haryana1 day ago
November के महीने में हरियाणा में गर्मी का हो रहा एहसास, कब पड़ेगी यहाँ ठंड ?
-
Haryana2 days ago
चलती Car में लगी भयानक आग, 2 मासूम सहित पिता की झुलसने से मौत, 5 घायल
-
Punjab11 hours ago
बरनाला में CM Mann का भव्य रोड शो : आप उम्मीदवार हरिंदर धालीवाल के लिए किया प्रचार