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Dushyant Chautala करोड़ो के है मालिक, 5 साल में बढ़ी पूर्व डिप्टी CM की प्रॉपर्टी

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हरियाणा के उपमुख्यमंत्री रह चुके Dushyant Chautala ने गुरुवार को उचाना कलां नामक जगह पर चुनाव लड़ने के लिए नामांकन किया। उनकी मां नैना चौटाला ने भी उनका समर्थन करने के लिए नामांकन किया। दुष्यंत ने बताया कि उनके परिवार के पास अब बहुत सारा पैसा और संपत्ति है जिसकी कीमत 122.36 करोड़ (जो कि बहुत बड़ी संख्या है!) है। पांच साल पहले यानी 2019 में इसकी कीमत 74.77 करोड़ थी। इसका मतलब है कि सिर्फ पांच साल में उनकी संपत्ति में 47.59 करोड़ की बढ़ोतरी हुई है, जो कि बहुत बड़ी बढ़ोतरी है!

14.43 करोड़ का बड़ा कर्ज है, जो पिछली बार 6.83 करोड़ से बहुत ज्यादा है। बकाया राशि में 7.6 करोड़ की बढ़ोतरी हुई है, यानी यह दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है। अभी एक जमीन या संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है जिसकी कीमत 4.32 करोड़ है।

पिछले 5 सालों में दुष्यंत चौटाला की संपत्ति में करीब 11 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है। अब उनके पास कुल 28 करोड़ 86 लाख रुपए की संपत्ति है। इसमें से ज्यादातर चल संपत्ति है, जिसकी कीमत 26 करोड़ 45 लाख 35 हजार 260 रुपए है। बाकी अचल संपत्ति है, जिसकी कीमत 2 करोड़ 40 लाख 72 हजार 285 रुपए है। 2019 में उनके पास कुल 17 करोड़ 36 लाख 17 हजार 898 रुपए की संपत्ति थी। उस समय उनकी चल संपत्ति 14 करोड़ 80 लाख 41 हजार 898 रुपए और अचल संपत्ति 2 करोड़ 55 लाख 76 हजार रुपए की थी।

दुष्यंत चौटाला के पास फॉर्च्यूनर नाम की एक बड़ी कार है। उनके पास काफी सोना भी है- 2,500 ग्राम, जिसकी कीमत काफी ज्यादा है, करीब 1 करोड़ 85 लाख रुपए। इसके अलावा उनके पास कुछ और गहने भी हैं जिनकी कीमत 62 लाख 90 हजार रुपये है। उनकी पत्नी के पास इससे भी ज्यादा सोना है- 3,100 ग्राम, जिसकी कीमत करीब 2 करोड़ 30 लाख रुपये है।

दुष्यंत चौटाला के पास 21 एकड़ जमीन का एक बड़ा टुकड़ा है, इसके अलावा कनाल और मरला नाम की कुछ अतिरिक्त जमीन भी है। उनके पास कई जगहों पर 38 करोड़ से भी ज्यादा की जमीन है, क्योंकि उन्होंने इसे खरीदा है। उनके पास किसानों के लिए एक खास कार्ड है जिससे वे करीब 5 करोड़ रुपये उधार ले सकते हैं।

दुष्यंत चौटाला की पत्नी मेघना अहलावत के पास काफी पैसा और सामान है जिसकी कीमत 12 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। दुष्यंत के पास 1 लाख 90 हजार रुपये नकद हैं, जबकि मेघना के पास 1 लाख 14 हजार 241 रुपये नकद हैं। मेघना के बैंक खाते में भी करीब 20 लाख रुपये हैं। दुष्यंत ने अलग-अलग कंपनियों में करीब 6 करोड़ 71 लाख रुपए के शेयर खरीदे हैं और मेघना ने भी 3 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया है।

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लाडवा में CM Nayab Saini का मुकाबला 23 प्रत्याशियों से होगा, क्या जीत पाएंगे सैनी ?

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हरियाणा विधानसभा चुनाव में CM Nayab Saini चुनाव लड़ने के लिए नई जगह जा रहे हैं। वे पहले करनाल का प्रतिनिधित्व करते थे, लेकिन अब वे लाडवा में सीट जीतने की कोशिश करेंगे। लाडवा में उन्हें 23 अन्य लोगों से मुकाबला करना होगा, जिनमें से कुछ बिना किसी पार्टी के चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने लाडवा सीट पर मेवा सिंह को, जेजेपी ने विनोद शर्मा को, बीएसपी ने चंद्रभान को और आप ने आशा पठानिया को उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा कई अन्य लोग भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।

लाडवा नामक जगह पर पिछले तीन चुनावों पर नजर डालें तो 2009 में इनेलो नामक पार्टी से शेर सिंह बरशामी को चुना गया था। फिर 2014 में भाजपा से पवन सैनी को जीत मिली। लेकिन हाल ही में हुए चुनाव में कांग्रेस से मेवा सिंह को जीत मिली। अब इस बार नायब सिंह सैनी मौजूदा विजेता मेवा सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। मेवा सिंह विधायक के तौर पर अपनी नौकरी बरकरार रखना चाहते हैं, जो एक तरह का महत्वपूर्ण नेता होता है। दूसरी ओर, सीएम सैनी यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि लोग उनके बारे में अच्छी बातें सोचें। वे हरियाणा में चुनाव का हिस्सा बनने के लिए पहले ही साइन अप कर चुके हैं, और उनके पास प्रचार करने के लिए 3 अक्टूबर तक का समय है, जिस समय वे लोगों को अपने पक्ष में वोट देने के लिए प्रेरित करने की कोशिश करेंगे।

चुनाव लड़ने वाले सभी लोग लाडवा नामक जगह पर कड़ी मेहनत करेंगे, लेकिन सभी का ध्यान वास्तव में सीएम सैनी पर है। नायब सिंह सैनी ने 2009 में नारायणगढ़ नामक जगह से एमपी की नौकरी जीतने की कोशिश करके राजनीति में अपना सफर शुरू किया, लेकिन वे जीत नहीं पाए और पांचवें स्थान पर रहे। लेकिन फिर, दस साल बाद, 2019 में, उन्होंने फिर से कोशिश की और कुरुक्षेत्र नामक दूसरी जगह से नौकरी जीत ली!

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Bhupendra Hooda ने प्रदेश के अपराधियों को चेतावनी देते हुए कहा: ‘कि वे या तो अपराध छोड़ दें या…..

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हरियाणा के पूर्व नेता Bhupendra Hooda ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि कांग्रेस पार्टी जल्द ही राज्य की कमान संभालेगी। उन्होंने कहा कि जो लोग गलत काम करते हैं, वे 8 अक्टूबर से पहले काम बंद कर दें या फिर हरियाणा छोड़ दें। असौदा नामक गांव में एक बैठक में उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वे हरियाणा को सभी के लिए बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। Bhupendra Hooda , एक नेता, राज्य में अपराधियों से कह रहे हैं कि 8 अक्टूबर को कांग्रेस की नई सरकार बनेगी।

वे उन्हें चेतावनी दे रहे हैं कि या तो वे गलत काम करना बंद कर दें या फिर हरियाणा छोड़ दें। वे सभी से कांग्रेस उम्मीदवार राजेंद्र जून को वोट देने के लिए कह रहे हैं और वादा करते हैं कि कांग्रेस सरकार हरियाणा को बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए काम करेगी। कांग्रेस पार्टी के एक नेता ने सभी से कहा कि जब वे 2005 से हरियाणा के प्रभारी थे, तो उन्होंने सुनिश्चित किया कि अपराध कम हो और सभी लोग 10 साल तक नियमों का पालन करें। इसकी वजह से राज्य का विकास होने लगा और वास्तव में अच्छा प्रदर्शन हुआ और हरियाणा पूरे देश में विकास के मामले में सबसे अच्छा राज्य बन गया।

हरियाणा पूरे देश में सबसे ज्यादा अपराध वाला राज्य है। कांग्रेस पार्टी के नेता भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पिछले 10 सालों में मौजूदा सरकार (बीजेपी) ने अपराधियों को बहुत ताकतवर बना दिया है। हर दिन, व्यवसाय चलाने वाले लोगों से पैसे मांगे जा रहे हैं जो उन्हें नहीं देने चाहिए और हत्या और अपहरण जैसी कई बुरी घटनाएं हो रही हैं। लोग डरे हुए हैं और सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। लेकिन हुड्डा का मानना ​​है कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में वापस आती है, तो वे चीजों को बेहतर और सुरक्षित बना देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वे जीतते हैं, तो वे बहुत सारे नए कर्मचारियों को काम पर रखेंगे, बुजुर्गों के लिए एक विशेष सेवानिवृत्ति योजना वापस लाएंगे, बुजुर्गों की मदद के लिए मासिक पैसा देंगे, कुछ घरों में मुफ्त बिजली उपलब्ध कराएंगे और कम कीमत पर गैस बेचेंगे। एक रैली के दौरान लोगों ने हुड्डा का 77वां जन्मदिन भी मनाया।

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पत्रकारों से बात करते वक्त Anup Dhanak हुए भावुक, कहा कि “मैं अनुसूचित जाति परिवार से हूं “

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हरियाणा में नेता रह चुकीं और दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला ने कुछ ऐसा कहा जिससे मंत्री रहे Anup Dhanak परेशान हो गए। नैना की बातें सुनने के बाद जब अनूप ने पत्रकारों से बात की तो वे काफी भावुक हो गए। नैना चौटाला ने कहा कि उन्होंने अनूप को प्यार और सम्मान दिया, लेकिन उन्हें लगता है कि वे वाकई चालाक हैं और भरोसेमंद नहीं हैं। उन्होंने उनकी तुलना एक ऐसे सांप से की जो अच्छा होने का दिखावा तो करता है लेकिन कभी-कभी बुरा भी हो सकता है। उनका मानना ​​है कि सांप भी बेहतर होता है क्योंकि कम से कम आपको पता होता है कि वह आपको कब काट सकता है।

उन्हें लगता है कि अनूप अच्छे नहीं हैं और देखने में भी डरावने सांप जैसे बुरे लगते हैं और उनकी कोई कीमत नहीं है, जैसे कोई छोटा जानवर बिक रहा हो। अनूप धानक ने काफी परेशान होकर कहा कि वे एक खास परिवार से आते हैं, जिन्हें कभी-कभी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस वजह से उनका मानना ​​है कि कुछ लोग उन्हें जानबूझकर गांवों और सामुदायिक स्थानों पर जाने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। नैना चौटाला ने कहा कि वे किसी खास व्यक्ति के बारे में बात नहीं करना चाहतीं। उन्होंने बताया कि वह उस परिवार के लिए लंबे समय से काम कर रही हैं, करीब 20 से 25 साल, और हमेशा नैना चौटाला को मां की तरह मानती हैं। नैना ने यह भी बताया कि किसी महत्वपूर्ण मीटिंग में जाने से पहले वह उनके पैर छूकर सम्मान जताते थे। उन्होंने बताया कि उन्होंने पार्टी को गलत तरीके से नहीं छोड़ा, बल्कि पांच साल तक पार्टी का हिस्सा रहने के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी। वह आज भी वैसी ही दिखती हैं, जैसी 20 साल पहले दिखती थीं। भले ही उन्हें नैना चौटाला की बातों से दुख होता है, लेकिन वह आज भी उनका सम्मान करती हैं।

अनूप धानक ने कहा कि चूंकि वह गरीब परिवार से हैं, इसलिए कुछ लोग उन्हें बोलने नहीं देते और कई बार तो उनसे माइक्रोफोन भी छीन लेते हैं। उन्हें लगता है कि मतदाता लाठी-डंडे से लड़ने के बजाय समझदार हैं और देखते हैं कि क्या हो रहा है। इसलिए वे अपने वोट का इस्तेमाल उन बुरे लोगों को रोकने के लिए करेंगे।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर कोई वोट मांग सकता है और अलग-अलग गांवों में लोगों से बात कर सकता है। लेकिन चूंकि वह गरीब हैं, इसलिए कुछ लोग उन्हें ऐसा करने से रोकना चाहते हैं। उन्हें आश्चर्य है कि क्या गरीब परिवार में पैदा होना गलत है। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी उनसे नाराज है, उसके साथ वह शांति बनाने की कोशिश करेंगे और अगर उन्होंने कुछ गलत किया है, तो वह माफी मांगेंगे।

नैना ने कहा कि उन्होंने लोगों के विशेष समूहों और उन लोगों के प्रति सम्मान दिखाने के लिए हर संभव प्रयास किया, जिन्हें अतिरिक्त मदद की आवश्यकता हो सकती है। उन्होंने अनूप धानक को राज्य मंत्री के रूप में भी चुना। सिर्फ इसलिए कि कोई अच्छा लगता है, इसका मतलब यह नहीं है कि वह बाद में हमें चोट नहीं पहुँचाएगा। जब कोई हमारे पक्ष में होता है, तो हम उसे अपना दोस्त मानते हैं।

मैंने उन्हें तब देखा था जब उनके जूते घिस गए थे, और आज भी वे गर्व से चल रहे हैं। अगर उकलाना में आपका परिवार है, तो आपको उनसे उनके खिलाफ वोट करने के लिए कहना चाहिए। आइए सुनिश्चित करें कि वह देवीलाल परिवार के प्रति बुरा व्यवहार करने के लिए सबक सीखें।

अनूप धानक चौटाला परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण नेता थे। इनेलो समूह के टूटने के बाद, उन्होंने अजय चौटाला और दुष्यंत चौटाला के साथ काम करने का फैसला किया और वे जेजेपी नामक एक नई पार्टी में शामिल हो गए। इससे पहले, वे इनेलो का हिस्सा थे। अनूप को दो बार उकलाना नामक अपने क्षेत्र का प्रतिनिधि चुना गया है। पहली बार उन्होंने इनेलो का प्रतिनिधित्व करते हुए जीत हासिल की, और दूसरी बार उन्होंने जेजेपी के सदस्य के रूप में जीत हासिल की।

उन्हें जेजेपी नामक समूह से एक विशेष नौकरी के लिए चुनाव लड़ना था, लेकिन फिर उन्होंने उस समूह को छोड़ने का फैसला किया। उसके बाद, वह भाजपा नामक एक अन्य समूह में शामिल हो गए, और उन्होंने उन्हें नौकरी के लिए चुना।

अनूप धानक 2019 में विधायक नामक नेता बन गए, और उन्होंने जेजेपी नामक एक समूह के साथ काम किया। उन्हें सरकार में राज्य मंत्री के रूप में एक महत्वपूर्ण पद दिया गया था, जिसमें विभिन्न समूह एक साथ काम कर रहे थे। जब 2024 के चुनावों की घोषणा हुई, तो उन्होंने जेजेपी को छोड़कर भाजपा नामक एक अन्य समूह में शामिल होने का फैसला किया। अब, भाजपा ने उन्हें उकलाना में नौकरी के लिए चुना है।

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