Delhi
Suruchi Singh ने रचा इतिहास, Munich World Cup में तीसरा Gold जीतकर बनाई Golden Hat-Trick

भारत की 19 साल की युवा शूटर सुरुचि सिंह ने एक बार फिर देश का नाम रोशन कर दिया है। उन्होंने जर्मनी के म्यूनिख शहर में हुए ISSF वर्ल्ड कप में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीत लिया है। खास बात यह है कि यह उनका लगातार तीसरा गोल्ड मेडल है, जिससे उन्होंने गोल्डन हैट्रिक पूरी कर ली है।
241.9 स्कोर के साथ एक और जीत
फाइनल मुकाबला बेहद कड़ा था, लेकिन सुरुचि ने 241.9 स्कोर के साथ फ्रांस की ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट कैमिल जेद्रजेवस्की (241.7) को बहुत ही छोटे अंतर से हराकर टॉप पर जगह बना ली। चीन की याओ कियानशुआन ने कांस्य पदक (bronze) जीता।
शूटिंग फेडरेशन के अधिकारियों ने सुरुचि की शांति, आत्मविश्वास और फोकस की जमकर तारीफ की। एक अधिकारी ने कहा,
“वो लगातार बेहतरीन परफॉर्म कर रही है। ऐसी consistency बहुत कम खिलाड़ियों में देखने को मिलती है।”
ब्यूनस आयर्स से म्यूनिख तक का सफर
- सुरुचि ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू ब्यूनस आयर्स वर्ल्ड कप में किया था, जहाँ उन्होंने आते ही गोल्ड मेडल जीत लिया।
- इसके बाद उन्होंने लीमा वर्ल्ड कप में भी गोल्ड जीता, जिससे यह साफ हो गया कि वो एक स्टार बन चुकी हैं।
- अब म्यूनिख में तीसरी जीत ने उन्हें भारत की shooting queen बना दिया है।
एक रोल मॉडल की तरह उभरीं सुरुचि

आज सुरुचि सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि युवा पीढ़ी की प्रेरणा (inspiration) बन चुकी हैं।
उनकी सफलता यह दिखाती है कि अगर सही समय पर मौका, मेहनत और हिम्मत हो, तो कोई भी सपना हकीकत बन सकता है।
The Logical Indian ने अपने विचार में लिखा:
“सुरुचि की जीत सिर्फ खेल की नहीं, बल्कि उस सोच की जीत है जो युवाओं को मौका देने में विश्वास रखती है।”
सवाल उठता है – क्या हम हर टैलेंट को आगे ला पा रहे हैं?
सुरुचि जैसी प्रतिभाएं देश के कोने-कोने में छुपी हैं। लेकिन क्या हर बच्ची को वो ट्रेनिंग, संसाधन और मंच मिल रहा है?
अगर हम ऐसी ही प्रतिभाओं को समय पर पहचानें और उनका साथ दें, तो भारत खेलों में सुपरपावर बन सकता है।
भारत को मिली नई शूटिंग स्टार
सुरुचि सिंह ने साबित कर दिया है कि उम्र सिर्फ एक नंबर है।
उन्होंने पूरे देश को गर्व का मौका दिया है और अब सबकी नजरें उनके अगले सफर पर टिकी हैं – शायद ओलंपिक गोल्ड?