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Delhi

Prime Minister Modi ने TVS Motor Company की तारीफ़ की, Kutch की खूबसूरती को दर्शाने के लिए सराहा प्रयास

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को TVS मोटर कंपनी के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की और उनके द्वारा गुजरात के कच्छ क्षेत्र की सुंदरता को कैमरे के ज़रिए दुनिया के सामने लाने की कोशिश की सराहना की। उन्होंने खासतौर पर कंपनी द्वारा बनाई गई कॉफी टेबल बुक “सारी मुसाफिरी” की तारीफ की, जो कच्छ की संस्कृति, जीवनशैली और प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाती है।

इस दौरान प्रधानमंत्री ने TVS मोटर के चेयरमैन एमेरिटस वेणु श्रीनिवासन और मैनेजिंग डायरेक्टर सुधर्शन वेणु से मुलाकात की। दोनों ने प्रधानमंत्री को TVS और गुजरात टूरिज्म के साथ मिलकर तैयार की गई किताब भेंट की, जिसमें रन उत्सव 2025 के दौरान बाइक राइड के अनुभवों को खूबसूरत तस्वीरों और शब्दों में पिरोया गया है।

क्या है सारी मुसाफिरी”?

यह कॉफी टेबल बुक एक तरह से फोटो जर्नल है जिसमें TVS मोटर की टीम द्वारा कच्छ की सैर के दौरान देखी गई सुंदर लोकेशन्स, वहां के लोक कलाकार, जीवनशैली और संस्कृति को दर्शाया गया है। इसमें कच्छ के सफेद रेगिस्तान, स्थानीय परंपराएं, और सुबह से शाम तक का खूबसूरत नज़ारा शामिल है।

प्रधानमंत्री का बयान:

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर लिखा:

“वेणु श्रीनिवासन और सुधर्शन वेणु से मिलकर खुशी हुई। मैं कच्छ की खूबसूरती को दर्शाने के उनके प्रयास की सराहना करता हूं और देशभर के बाइक राइडर्स को वहां जरूर घूमने की सलाह देता हूं।”

उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयास युवाओं को पर्यटन से जोड़ने और देश के अनदेखे हिस्सों को जानने का एक शानदार जरिया हैं।

मोटरसाइकल यात्रियों के लिए संदेश:

PM मोदी ने खासतौर पर बाइकिंग कम्युनिटी को कच्छ की यात्रा करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे अभियान युवाओं को देश की विविधता और संस्कृति से जोड़ते हैं।

पर्यटन और ब्रांडिंग का बेहतरीन मेल

TVS मोटर कंपनी और गुजरात टूरिज्म की यह पहल ना केवल एडवेंचर और बाइकिंग को बढ़ावा देती है, बल्कि स्थानीय पर्यटन, हस्तशिल्प, और लोक संस्कृति को भी नई पहचान देने का काम करती है।

प्रधानमंत्री मोदी की यह मुलाकात एक उदाहरण है कि कैसे कॉर्पोरेट कंपनियां और सरकार मिलकर भारत के अनजाने लेकिन सुंदर इलाकों को लोगों तक पहुंचा सकते हैं। “सारी मुसाफिरी” जैसी किताबें न सिर्फ देखने में सुंदर होती हैं, बल्कि वे यात्रा, संस्कृति और आत्म-अनुभव का दस्तावेज़ बन जाती हैं।

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