Connect with us

Blog

Olympic Gold Medalist Neeraj Chopra बने Lieutenant Colonel – Sports और Army दोनों में रचा इतिहास

Published

on

भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर और ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा अब लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद) बन गए हैं। भारतीय सेना ने उन्हें यह सम्मान टेरिटोरियल आर्मी (Territorial Army) में उनकी असाधारण खेल उपलब्धियों और राष्ट्र के प्रति समर्पण के लिए दिया है।

बुधवार को दिल्ली में हुए अलंकरण समारोह में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने नीरज को यह उपाधि प्रदान की। इस मौके पर थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी मौजूद थे। नीरज के परिवार के सदस्य – उनकी मां सरोज देवी, पिता सतीश चोपड़ा, चाचा भीम चोपड़ा और पत्नी हिमानी मोर भी इस गर्व भरे पल के गवाह बने।

सेना में नीरज की शुरुआत से अब तक का सफर

नीरज चोपड़ा हरियाणा के पानीपत जिले से हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत खेल से पहले भारतीय सेना के साथ की थी।

  • 26 अगस्त 2016 को नीरज भारतीय सेना में नायब सूबेदार के पद पर भर्ती हुए।
  • 2018 में उन्हें सूबेदार बनाया गया।
  • टोक्यो ओलिंपिक 2021 में गोल्ड मेडल जीतने के बाद उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक (PVSM) से सम्मानित किया गया।
  • 2022 में नीरज को सूबेदार मेजर के पद पर पदोन्नति मिली।
  • और अब, 2024 में भारतीय सेना ने उन्हें टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद) की उपाधि दी।

यह नियुक्ति 16 अप्रैल 2024 से प्रभावी मानी गई है। रक्षा मंत्रालय ने इसकी घोषणा 14 मई को की थी।

नीरज चोपड़ा की खेल उपलब्धियाँ

नीरज चोपड़ा आज भारत के सबसे सफल एथलीटों में गिने जाते हैं।

  • उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक 2021 में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का सिर गर्व से ऊँचा किया।
  • इसके बाद पेरिस ओलिंपिक 2024 में भी उन्होंने सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
    इस तरह नीरज भारत के पहले ऐसे एथलीट बने जिन्होंने लगातार दो ओलिंपिक में मेडल जीता।

इसके अलावा नीरज ने वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी भारत को कई गोल्ड मेडल दिलाए हैं।

नीरज को मिले प्रमुख सम्मान

  • 2018: अर्जुन पुरस्कार
  • 2021: मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार
  • 2022: पद्मश्री पुरस्कार

हालिया प्रदर्शन – फिर से बनाया रिकॉर्ड

नीरज चोपड़ा ने 16 मई 2024 को दोहा में हुई डायमंड लीग में शानदार प्रदर्शन किया।
उन्होंने तीसरे प्रयास में 90.23 मीटर का भाला फेंककर अपने करियर का बेस्ट थ्रो दर्ज किया।
पहले प्रयास में उनका थ्रो 88.44 मीटर रहा था, दूसरा अमान्य था।

हालांकि इस प्रतियोगिता में वे दूसरे स्थान पर रहे।

  • पहला स्थान: जूलियन वेबर (जर्मनी) – 91.06 मीटर
  • तीसरा स्थान: पीटर्स एंडरसन (ग्रेनेडा) – 85.64 मीटर

इससे पहले नीरज का बेस्ट थ्रो 89.94 मीटर (2022) था, जिसे अब उन्होंने पीछे छोड़ दिया है।

टेरिटोरियल आर्मी क्या है?

टेरिटोरियल आर्मी (TA) भारतीय सेना की स्वयंसेवी रिजर्व फोर्स है।
इसमें देश के आम नागरिक, खिलाड़ी, या प्रोफेशनल लोग शामिल हो सकते हैं जो अपने मुख्य काम के साथ-साथ देश की सेवा के लिए समय-समय पर सेना के साथ काम करते हैं
यह सेना की मुख्य यूनिट्स को आपातकाल या राष्ट्रीय आवश्यकता के समय सहयोग देती है।

नीरज के साथ इन दिग्गजों को भी मिली है मानद रैंक

नीरज चोपड़ा से पहले कई मशहूर भारतीय खिलाड़ियों को भी टेरिटोरियल आर्मी में मानद उपाधि दी जा चुकी है —

  • महेंद्र सिंह धोनी (क्रिकेट) – लेफ्टिनेंट कर्नल
  • कपिल देव (क्रिकेट) – लेफ्टिनेंट कर्नल
  • अभिनव बिंद्रा (शूटिंग) – लेफ्टिनेंट कर्नल

अब नीरज चोपड़ा भी इस गौरवशाली सूची में शामिल हो गए हैं।

नीरज चोपड़ा न सिर्फ मैदान पर बल्कि देश की सेवा में भी नई मिसाल कायम कर रहे हैं।
उन्होंने दिखा दिया है कि देशभक्ति सिर्फ शब्दों में नहीं, कर्मों में झलकती है।
ओलिंपिक गोल्ड से लेकर अब लेफ्टिनेंट कर्नल बनने तक — नीरज की यात्रा हर भारतीय के लिए प्रेरणा है।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement
Punjab2 hours ago

जनता के पैसे से लंदन-कनाडा-दुबई टूर करते थे सुखबीर और कैप्टन, दूसरी और CM मान लेकर आ रहे हैं जापान से रोजगार!

Punjab4 hours ago

Congress की सिख-विरोधी मानसिकता फिर हुई बेनकाब: ‘आप’ ने हरक सिंह रावत को पार्टी से तुरंत निकालने की मांग की

Punjab5 hours ago

सांसद मलविंदर कंग का कांग्रेस पर हमला, कहा- हरक सिंह रावत की ’12 बजे’ वाली टिप्पणी कांग्रेस की सिख विरोधी मानसिकता को दर्शाती है

Punjab5 hours ago

मान सरकार के नेतृत्व में पंजाब बना देश का करियर लीडर, जहां 5,000 से ज़्यादा शिक्षकों को सीधे IIT मद्रास सिखाएगा टॉप 100 हाई-डिमांड जॉब्स।

Punjab5 hours ago

पंजाब सरकार का बड़ा कदम, 2026 तक बेटियों का लिंग अनुपात बढ़ाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का लक्ष्य