Punjab
Shambhu Border पर बैठे किसान करेंगे दिल्ली कूच, बेनतीजा रही किसान और पुलिस की बैठक
पंजाब और हरियाणा की पुलिस ने Shambhu Border पर बैठे किसानों से बात करके उन्हें वहां से जाने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा दोबारा बातचीत करने के लिए कहने के बाद भी किसान अपना मन नहीं बदलना चाहते। पांच दिनों में यह दूसरी बार था जब पुलिस किसानों से मिली, लेकिन किसान अभी भी डटे हुए हैं।
किसान अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉली को लेकर अड़े हुए थे और उनके साथ दिल्ली चलना चाहते थे। उनकी एक घंटे तक मीटिंग चली, लेकिन वे किसी बात पर सहमत नहीं हो पाए। जसकरण सिंह और संदीप गर्ग समेत पटियाला और अंबाला के कुछ स्थानीय नेताओं सहित कुछ महत्वपूर्ण पुलिस अधिकारी किसानों से बात करने आए। सरवन सिंह पंधेर जैसे कुछ किसान और उनके नेता मीटिंग में गए।
अधिकारियों ने उनसे कहा कि जब वे दिल्ली कूच करें तो अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉली न लाएं और शंभू बॉर्डर का कुछ हिस्सा खुला रहने दें। किसान नेताओं ने जवाब दिया कि वे लंबे समय से बॉर्डर खोलने की मांग कर रहे हैं और उन्हें वास्तव में अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली अपने साथ ले जाने की जरूरत है। वे उन्हें ऐसे ही नहीं छोड़ सकते।
बैठक के बाद सरवन सिंह पंधेर और काका सिंह कोटडा ने बताया कि वे 13 फरवरी से शंभू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वे केंद्र सरकार से चार बार बात कर चुके हैं और अगर सरकार उन्हें कोई योजना भेजती है तो वे और बातचीत के लिए तैयार हैं। पंधेर ने यह भी कहा कि पुलिस को सुप्रीम कोर्ट को बताना चाहिए कि पंजाब में कोई समस्या नहीं है क्योंकि लंबे समय तक चले किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान सब कुछ शांत था।