Uttar Pradesh
Mahakumbh में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से बनी भगदड़ जैसी स्थिति, यूपी पुलिस की तत्परता से टला बड़ा हादसा
Mahakumbh के मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर प्रयागराज के संगम तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिसके चलते स्थिति अनियंत्रित हो गई थी। भारी संख्या में श्रद्धालु संगम तट पर पहले से मौजूद थे और रात्रि में भीड़ का दबाव बढ़ गया, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने तेजी से हालात को नियंत्रित करते हुए संभावित बड़े हादसे को टाल दिया, और यूपी पुलिस के जवानों की तत्परता और पेशेवर तरीके से काम करने के कारण घटना को सीमित किया गया। घायलों और फंसे हुए श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने के लिए पुलिस ने प्रभावी कदम उठाए, जिससे जान-माल का बड़ा नुकसान होने से बच गया।
पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तुरंत कार्रवाई की, रस्सियों का इस्तेमाल कर श्रद्धालुओं को सही दिशा में लगाया और स्थिति को काबू किया। आईजी प्रेम कुमार और एसएसपी राजेश द्विवेदी ने现场 पहुंचकर प्रशासन को बेहतर तरीके से कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने तत्काल राहत कार्य शुरू किया और संगम स्थल पर मौजूद श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
पुलिस प्रशासन ने पहले से की गई रिहर्सल की मदद से स्थिति को तेजी से नियंत्रित किया। ग्रीन कॉरिडोर को सक्रिय करते हुए एंबुलेंसों को घायल श्रद्धालुओं को अस्पताल पहुंचाने में मदद मिली, जिससे घायलों की स्थिति गंभीर होने से बचाई जा सकी।
डीआईजी कुम्भ वैभव कृष्ण ने बताया कि भारी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे थे, और पुलिस प्रशासन रात से ही स्थिति को नियंत्रण में रखने के प्रयासों में जुटा हुआ था। एसएसपी कुम्भ राजेश द्विवेदी ने संगम नोज पर ओवरक्राउडिंग की समस्या का समाधान जल्दी ही किया और श्रद्धालुओं से अपील की कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और सुरक्षित तरीके से स्नान करें।
यूपी पुलिस के जवानों ने 10-12 घंटे की निरंतर ड्यूटी करते हुए श्रद्धालुओं की सहायता की। उनकी मेहनत और कुशलता ने इस बड़े आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके। प्रशासन का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्नान की व्यवस्था प्रदान करना था, और इसके लिए रूट डायवर्जन और अन्य व्यवस्थाएं लागू की गईं।