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Uttar Pradesh

प्रयागराज Mahakumbh: संस्कृति, भव्यता और श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम

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प्रयागराज में 12 साल बाद होने वाले Mahakumbh को योगी आदित्यनाथ सरकार ने दिव्य और भव्य बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस आयोजन को देश और दुनिया से जोड़ने के लिए विस्तृत योजना तैयार की गई है। सरकार ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों के माध्यम से आमंत्रण भेजने की योजना बनाई है। मंत्रीगण 5 दिसंबर से विभिन्न राज्यों का दौरा करेंगे और 30 नवंबर तक निमंत्रण बांटने का काम पूरा करेंगे।

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आध्यात्मिक अनुभव का केंद्र बनेगा प्रयागराज

इस महाकुंभ में श्रद्धालु भारतीय संस्कृति और पौराणिक धरोहरों के अद्भुत नजारे का अनुभव करेंगे। प्रयागराज के 26 प्रमुख चौराहों को नक्काशीदार मूर्तियों से सजाया जा रहा है। इन मूर्तियों में अर्जुन, गरुड़, नंदी, श्रवण कुमार, ऐरावत, मां गंगा, और समुद्र मंथन का दृश्य शामिल है।

डीपीएस चौराहे पर अर्जुन की मूर्ति।

एयरपोर्ट चौराहे पर नंदी।

हर्षवर्धन चौराहे पर नाव में आरती करती मां गंगा।

फाफामऊ में गदा और समुद्र मंथन के घोड़े का प्रदर्शन। नैनी चौकी चौराहे पर श्रवण कुमार की प्रतिमा के साथ मेजर ध्यान चंद और ऐरावत की प्रतिमाएं भी लगाई जा रही हैं।

श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं

श्रद्धालुओं को शुद्ध पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए पूरे मेला क्षेत्र में वाटर एटीएम लगाए जा रहे हैं। इससे पहले, जल टंकियों के जरिए पानी की आपूर्ति होती थी, लेकिन इस बार वाटर एटीएम से सुविधाएं बेहतर होंगी। करीब 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद के मद्देनजर, ट्रैफिक का वैज्ञानिक प्रबंधन सुनिश्चित किया जा रहा हैचौराहों पर हरियाली बढ़ाने और पर्यावरणीय सौंदर्य दिखाने के लिए ग्रीन बेल्ट विकसित किए जा रहे ह

श्रद्धालुओं के स्वागत में पौराणिक महत्व

महाकुंभ में पहली बार अर्जुन, गरुड़ और श्रवण कुमार जैसे पौराणिक पात्रों की मूर्तियों से श्रद्धालुओं का स्वागत होगा।समुद्रगुप्त की प्रतिमा और मुनि स्नान जैसे आकर्षण भी शामिल होंगे। अलौकिक चौराहे श्रद्धालुओं को भारतीय संस्कृति की गहराई से परिचित कराएंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दृष्टिकोण

मुख्यमंत्री ने महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए विशेष निर्देश दिए हैं। प्रयागराज का यह महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बनेगा।

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