Uttar Pradesh
CM Yogi Adityanath ने मकर संक्रांति पर बाबा गोरखनाथ को चढ़ाई खिचड़ी, महाकुंभ में उमड़ा आस्था का सैलाब

गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में सदियों पुरानी परंपरा का निर्वहन करते हुए, मुख्यमंत्री और पीठाधीश्वर CM Yogi Adityanath ने मकर संक्रांति के पावन अवसर पर मंगलवार, 14 जनवरी की भोर में 4 बजे बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाई। इसके बाद मंदिर के द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि मकर संक्रांति सूर्य देवता को अर्पण का प्रतीक है, जो पूरे भारत में विभिन्न रूपों में मनाई जाती है।
मुख्यमंत्री की अपील
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पर्व और त्योहारों की पवित्रता बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति जैसे पर्व सामाजिक और राष्ट्रीय एकता का संदेश देते हैं। साथ ही, उन्होंने लोगों से प्लास्टिक का उपयोग न करने और मंदिरों व तीर्थ स्थलों को स्वच्छ बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि प्रशासन और स्वयंसेवी संगठन व्यवस्था बनाए रखने में जुटे हैं।
महाकुंभ में आस्था का सैलाब
प्रयागराज में इस सदी के पहले महाकुंभ का भव्य आयोजन हो रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि लाखों श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, “कल डेढ़ करोड़ लोगों ने संगम में स्नान किया, और आज सुबह 3 बजे से श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। विदेशी श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में महाकुंभ में शामिल हो रहे हैं।”
श्रद्धालुओं की भावनाएं
मकर संक्रांति के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने आए श्रद्धालुओं ने इसे अपनी गहरी आस्था का प्रतीक बताया। कई श्रद्धालु वर्षों से इस परंपरा का पालन कर रहे हैं। कुछ श्रद्धालु 35 सालों से तो कुछ 6-7 सालों से बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ा रहे हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि इस बार महाकुंभ के कारण भीड़ पहले से अधिक है।
सीएम योगी का संदेश
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने का अवसर मिला। यह पर्व हमारी भारतीय परंपरा का प्रतीक है, जो पूरे देश को एकता के सूत्र में बांधता है।”
मकर संक्रांति और महाकुंभ के इस अद्वितीय समागम ने पूरे देश को आस्था और परंपरा के रंग में रंग दिया है।