Connect with us

Uttar Pradesh

भदोही प्रिंसिपल हत्याकांड का मामला CM Yogi तक पहुंच, अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा कोई सुराग

Published

on

भदोही में प्रिंसिपल योगेंद्र बहादुर सिंह को किसने घायल किया, यह पता लगाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। उन्हें अभी तक कोई ऐसा सुराग नहीं मिला है, जिससे बदमाशों को पकड़ा जा सके। इस वजह से लोगों में यह सवाल उठने लगा है कि क्या पुलिस अपना काम ठीक से कर रही है। अब तो सूबे के मुखिया CM Yogi भी इस मामले पर ध्यान दे रहे हैं, जिससे सभी काफी चिंतित हैं। पुलिस महानिरीक्षक हर वक्त स्थिति पर नजर रख रहे हैं और वे इस मामले के हर पहलू को बहुत बारीकी से देख रहे हैं। सोमवार को बसावनपुर अमरौली में दो बदमाशों ने एक स्कूल के प्रिंसिपल को घायल कर दिया। यह स्कूल भाजपा संगठन के स्थानीय नेता से जुड़ा है।

बदमाशों ने प्रिंसिपल को बाहर उजाला होने पर कई गोलियां मारी और फिर भाग गए। चूंकि मामला काफी गंभीर था, इसलिए एडीजी पीयूष मोर्डिया पुलिस अधिकारी यह देखने आए कि क्या हुआ। उन्होंने कहा कि वे प्रिंसिपल के परिवार में चल रही हर बात की जांच कर रहे हैं, जिसमें घर की समस्याएं और अन्य मुद्दे शामिल हैं। जल्द ही उन्हें सच्चाई का पता चल जाएगा और गलत काम करने वाला व्यक्ति जेल जाएगा। भाजपा के आशीष ने कहा कि जो हुआ वह बहुत बुरा था और जिसने भी ऐसा किया है, उसे सजा मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि हत्या की पूरी रिपोर्ट CM Yogi को भेज दी गई है। वाराणसी क्षेत्र के प्रभारी पीयूष मोर्डिया उस जगह गए जहां कुछ बुरा हुआ और पुलिस से पूछा कि वे इस बारे में क्या कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि वे हर चीज की बारीकी से जांच कर रहे हैं, जिसमें पारिवारिक समस्याएं और पिछली घटनाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने जांच में मदद के लिए कई टीमें बनाई हैं। वे जल्द ही पता लगाना चाहते हैं कि आखिर हुआ क्या था। प्रिंसिपल, जिनकी दुखद मौत हो गई, को उनके घर से बहुत दूर गोली मारी गई और ऐसा लगता है कि किसी तरह का मतभेद रहा होगा। भदोही में प्रिंसिपल की हत्या ने इलाके में सभी को झकझोर कर रख दिया है। घटना को एक पूरा दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। ऐसा लगता है कि ऐसा करने वालों ने एक स्मार्ट प्लान बनाया था, उन्हें पता था कि प्रिंसिपल के घर से वारदात वाली जगह तक कैसे पहुंचना है और फिर वहां से कैसे निकलना है।

author avatar
Editor Two
Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Uttar Pradesh

Ghaziabad में युवक ने खुद को मारी गोली, पिता पर लगाया आरोप

Published

on

Ghaziabad में प्रॉपर्टी को लेकर हुए विवाद के चलते एक हैरान कर देने वाली घटना हुई है। शुभम नाम के एक युवक ने खुद को चोट पहुंचाई और कहा कि उसके पिता ने यह किया है। यह घटना मुरादनगर थाने के पास संजय कॉलोनी में हुई। जब पुलिस को इस बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत जांच शुरू कर दी। सिद्धार्थ गौतम नाम के एक अधिकारी ने बताया कि शुभम ने मदद के लिए फोन किया और बताया कि उसके पिता ने उसके बाएं हाथ में गोली मार दी है। पुलिस मामले की जांच करने के लिए मौके पर गई।

पुलिस मामले की जांच कर रही थी और पता चला कि शुभम का अपने परिवार के साथ किसी प्रॉपर्टी को लेकर विवाद था। वह कुछ समय से अपने ससुराल में रह रहा था। पुलिस ने वहां मौजूद लोगों से बात की और पास में पड़े एक तौलिये को देखा। पुलिस ने पाया कि शुभम ने अपने पास मौजूद बंदूक से खुद को गोली मार ली है। उसने अपने बाएं हाथ को तौलिये से ढक लिया था, जिससे पुलिस को लगा कि किसी ने यह सब प्लान किया है।

शुभम को चोट तो लगी, लेकिन वह तुरंत अस्पताल गया और अब वह ठीक महसूस कर रहा है। अच्छी खबर यह है कि उसे कोई खतरा नहीं है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आखिर हुआ क्या था, क्योंकि शुभम के पास कुछ ऐसे हथियार थे, जिनकी अनुमति नहीं है। एसीपी सिद्धार्थ गौतम नाम के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे इस पर काम करते रहेंगे।

author avatar
Editor Two
Continue Reading

Uttar Pradesh

Kanpur में देवर भाभी के अवैध संबध के चलते पति को उतारा मौत के घाट, बागेश्वर धाम में छिपे रहे

Published

on

पुलिस Kanpur में दिनेश अवस्थी नामक व्यक्ति की मौत की जांच कर रही है। उन्हें उसके परिवार के बारे में कुछ चौंकाने वाली बातें पता चली हैं। उन्होंने दिनेश की पत्नी पूनम (जिसे गुड़िया भी कहा जाता है) और उसके भाई मनोज को गिरफ्तार किया है, क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्होंने दिनेश को चोट पहुंचाई होगी।

दिनेश अवस्थी Kanpur के खरेसा गांव में रहता था और अप्रैल में उसकी दुखद हत्या कर दी गई थी। पूनम, जिसे गुड़िया भी कहा जाता है, और उसके भाई मनोज अवस्थी ने मिलकर दिनेश को चोट पहुंचाई और फिर भाग गए। पुलिस ने करीब छह महीने तक उनकी तलाश की और आखिरकार उन्हें ढूंढकर गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने उनकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 25,000 रुपये का इनाम भी दिया। मनोज पहले भी मुसीबत में रह चुका था, उसके खिलाफ 1997 और 2011 में दो अन्य मामले दर्ज थे, जिससे यह तीसरी बार था जब वह किसी गंभीर अपराध में शामिल था। गुड़िया पहली बार मुसीबत में थी। उन्होंने दिनेश को इसलिए चोट पहुंचाई क्योंकि उसे पता चल गया था कि वे दोनों एक-दूसरे से कितना प्यार करते थे।

दिनेश की हत्या के बाद उसका भाई और पत्नी अपने गांव से भाग गए। दिनेश की पत्नी ने फिर एक परिवार के सदस्य को फोन किया जो बागेश्वर धाम नामक स्थान पर था। पुलिस को फोन के बारे में पता चला और पता चला कि भाई और पत्नी वहाँ छिपे हुए हैं। इसलिए, पुलिस उस स्थान पर गई जहाँ वे छिपे हुए थे और उन्हें पकड़ लिया। जब पुलिस ने दिनेश से पूछताछ की, तो उसने कहा “पुन्नम ने किसी को नहीं मारा है। मुझे नहीं पता कि पुलिस उसे क्यों लेकर आई, वह मेरी भाभी है। मैंने उसके भाई को मार दिया। उन्होंने पहले बांका पर हमला किया। चार-पांच महीने पहले। वे बागेश्वर धाम भाग गए। भाभी पर भूत सवार था, इसलिए वे उसे ले गए। चूंकि उसे 11,000 वोल्ट का बिजली का झटका दिया गया था, इसलिए उसका दिमाग ठीक से काम नहीं कर रहा है।”

author avatar
Editor Two
Continue Reading

Uttar Pradesh

Kerala से कनाडा तक ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे की चर्चा, गवर्नर आरिफ मोहम्मद ने भी किया समर्थन

Published

on

आजकल लोग ‘बनतेगे तो कटेंगे’ मुहावरे के बारे में खूब चर्चा कर रहे हैं। Kerala के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने पहली बार इस पर अपने विचार साझा किए हैं। उन्हें लगता है कि यह मुहावरा अच्छा है और इसका मतलब है कि हम सभी को एक साथ रहना चाहिए। उनका मानना ​​है कि अगर हम एक जैसी मान्यताओं को साझा करते हैं, तो हमें एक होकर एकजुट होना चाहिए। इस मुहावरे की चर्चा केरल से लेकर कनाडा तक हर जगह हो रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी शुरुआत कहां से हुई?

उत्तर प्रदेश के नेता योगी आदित्यनाथ ने लोगों के एक समूह से बात की और एक महत्वपूर्ण संदेश साझा किया: “अगर हम लड़ेंगे और बहस करेंगे, तो हमें चोट पहुंचेगी।” उन्होंने बांग्लादेश में जो हो रहा है उसका उल्लेख किया और कहा कि लोगों के लिए एक साथ रहना और एक-दूसरे की देखभाल करना वास्तव में महत्वपूर्ण है। उनका मानना ​​है कि एक देश तभी मजबूत हो सकता है जब सभी एकजुट हों और एक-दूसरे की मान्यताओं का सम्मान करें। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हम एक साथ नहीं रहेंगे, तो हमें बांग्लादेश जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने सभी को ईमानदार होने और एक साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि भारत एक बेहतर जगह बन सके।

उसके बाद, हरियाणा में चुनाव के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक आकर्षक मुहावरा कहा: “अगर हम आपस में लड़ेंगे तो हम मुश्किल में पड़ेंगे, लेकिन अगर हम साथ रहेंगे तो हम मजबूत होंगे।” इस कहावत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनाव जीतने और सरकार की कमान संभालने में मदद की। अब, भारत के केरल से लेकर कनाडा तक के लोग इस कहावत के बारे में बात कर रहे हैं!

पिछले हफ़्ते, कनाडा के ब्रैम्पटन में एक मंदिर के पास खालिस्तान नामक एक समूह का समर्थन करने वाले कुछ लोगों का दूसरों के साथ झगड़ा हो गया। इस लड़ाई के कई वीडियो ऑनलाइन शेयर किए गए, जिसमें लोग एक-दूसरे को धक्का देते और लाठी से मारते हुए दिखाई दे रहे थे। एक वीडियो में, हिंदू समुदाय के लोग सीएम योगी नामक एक नेता की कहावत को चिल्ला रहे थे, जिसका अर्थ है कि अगर हम आपस में लड़ेंगे तो हमें चोट लगेगी। आप वीडियो में कई लोगों को इस कहावत का समर्थन करते हुए भी देख सकते हैं।

author avatar
Editor Two
Continue Reading

Trending